जीत के बाद विराट कोहली का अंदाज
खास बातें
- जोहांसबर्ग में बुमराह की बूम-बूम!
- मोहम्मद शमी की भयावह मार
- पुछल्लों का योगदान 'टॉप' से ज्यादा!
नई दिल्ली: आखिरकार भारतीय खिलाड़ियों का आलोचना से बेपरवाह अंदाज और जीत की भूख मेजबान दक्षिण अफ्रीका पर जोहानिसबर्ग में तीसरे टेस्ट में भारी पड़ी. टीम इंडिया ने आखिरी टेस्ट में जीतकर सीरीज में सम्मान की लड़ाई में फतह हासिल करते हुए स्कोर 2-1 से बराबर कर दिया. साफ है कि इस जीत से मिला टॉनिक अब वनडे और टी-20 सीरीज में भी काम आएगा. चलिए आप जोहांसबर्ग में मिली जीत के पीछे पांच कारणों को जान लीजिए.
मोहम्मद शमी की भयावह मार
दूसरी पारी के चौथे दिन आखिरी सत्र में तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी कहर बनकर दक्षिण अफ्रीकी मध्यक्रम और पुछल्ले बल्लेबाजों पर टूटे. शमी ने आखिर में 20 रन के भीतर चार और पारी में कुल पांच विकेट चटकाकर दक्षिण अफ्रीका की जीत के इरादों पर ऐसा प्रहार किया कि मेजबान हिल कर रह गए.
बुमराह का बूम-बूम प्रदर्शन!
अगर इस टेस्ट को जसप्रीत बुमराह का टेस्ट करार दिया जाए, तो एक बार को गलत नहीं ही होगा. पहली पारी में पांच विकेट सहित मैच में चटकाए गए सात विकेट से बुमराह के लिए यह मैच ताउम्र के लिए यादगार बन गया. और बुमराह का यह बूम-बूम प्रदर्शन मैच जिताऊ साबित हुआ.
यह भी पढ़ें : IPL Auction 2018: पहला दिन: अनकैप्ड खिलाड़ी, सुपर सितारों पर पड़े भारी, जोफ्रा आर्चर रहे सबसे बड़ा सरप्राइजजरुरत के समय विराट कोहली ने दिखाया दम
भारत के लिए सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले कप्तान विराट कोहली की दोनों पारियों में अगर बैटिंग को श्रेय न दिया जाए, तो यह उनके साथ बड़ी ज्यादती होगा. विराट कोहली के पहली पारी में 54 और दूसरी पारी में 41 रन ने दक्षिण अफ्रीका को मिली हार में एक अंतर पैदा किया.
पुजारा और रहाणे का भी योगदान
चेतेश्वर पुजारा और जरुरत के समय अजिंक्य रहाणे की पारियों ने भी जोहानिसबर्ग में जीत दिलाने में अहम योगदान दिया. जहां पुजारा पिछले दोनों टेस्ट में नाकाम रहे थे, तो रहाणे इन मैचों से बाहर बैठे थे. लेकिन पहली पारी में पुजारा के 50 और दूसरी पारी में अजिंक्य रहाणे की 46 रन की अहम पारी ने टीम को अच्छा सहारा दिया
सबसे जरुरत पर चमके पुछल्ले
कोई भी क्रिकेट पंडित मैन ऑफ द मैच भुवनेश्वर कुमार के पहली पारी में 30 और दूसरी पारी में 33 रन को अनदेखा करने की हिम्मत नहीं ही कर सकता. वहीं यह दूसरी पारी में आठवें विकेट के लिए जोड़े गए बहुमूल्य 35 रन ही थे, जिन्होंने भारत की बढ़त को मनोवैज्ञानिक रूप से मजबूत करने में मदद की. शमी ने 28 गेंदों पर अहम 27 रन बनाए. वास्तव में गेंद और बल्ले से पुछल्लों का योगदान भारत के टॉप ऑर्डर से भी ज्यादा रहा.
VIDEO: सेंचुरियन में शतक बनाने के बाद विराट कोहली.
जोहांसबर्ग टेस्ट में मिली जीत से जहां टीम इंडिया के जख्मों पर कुछ मरहम लगा है, तो वहीं करोड़ों भारतीय क्रिकेटप्रेमियों का दुख भी कम हुआ है. उम्मीद है कि इस जीत का असर वनडे और टी-20 सीरीज पर भी दिखाई पड़ेगा.