टीम इंडिया की फाइल तस्वीर
नई दिल्ली:
भारतीय टीम केपटाउन टेस्ट में मिली हार को पीछे छोड़ वापसी की तैयारी में जुट चुकी है और पहले टेस्ट में बेंच पर बैठे खिलाड़ियों पर एक बार फिर से फोकस है. केपटाउन में टेस्ट टीम की पहली पसंद रहे अजिंक्य रहाणे, लोकेश राहुल और ईशांत शर्मा प्लेइंग इलेवन में नहीं चुने गए, लेकिन काफी आलोचना के बाद सेंचुरियन में टीम इंडिया बदली हुई दिख सकती है.अजिंक्य रहाणे की वापसी जहां लगभग तय मानी जा रही है, तो वहीं लोकेश राहुल को लेकर भी दिलचस्पी बनी रहेगी. केपटाउन टेस्ट के बाद विराट कोहली ने बताया था कि राहुल पर शिखर धवन को तरजीह क्यों दी गई थी
यह भी पढ़ें : IND VS SA: केपटाउन टेस्ट में हार के बाद विराट कोहली और पुजारा को लगा झटका, रैंकिंग में फिसले दोनों बल्लेबाज
पहले टेस्ट में भारतीय गेंदबाज़ों का प्रदर्शन शानदार रहा और पिछले 7 साल में विंडीज के अलावा विदेशी जमी पर जो एक मैच भारत ने जीता उसके हीरो ईशांत शर्मा ही रहे थे. ईशांत ने अभ्यास सत्र में गेंदबाजी कोच भरत अरुण के साथ काफी देर समय बिताया. खुद विराट भी मानते हैं कि सेंचुरियन में भी अगर केपटाउन जैसी पिच रही तो ये टीम इंडिया के लिए अच्छी बात होगी.
विराट ने कहा कि 'अगर केपटाउन की तरह ही पिच मिली तो मेरा मानना है कि हम उनकी बल्लेबाजी को दबाव में ला सकते हैं..और बल्लेबाज़ी में जमकर खेले तो नतीजा भी पक्ष में हो सकता है' टीम इंडिया भले ही अगले मैच में अपने मौक़ों को भुनाने की सोच रही हो लेकिन उससे पहले केपटाउन की ही तरह मौके बनाने होंगे, जिसके लिए टीम कॉम्बिनेशन पर माथापच्ची जरूरी है.
VIDEO : दक्षिण अफ्रीका रवाना होने से पहले विराट कोहली प्रेस कॉन्फ्रैंस के दौरान
अगर 6 बल्लेबाज़ खेलेंगे तो बाहर कौन जाएगा? अगर 4 तेज गेंदबाज खेलेंगे तो किसे बाहर किया जाएगा? इनके जवाब में ही टीम इंडिया की वापसी की राह है.
विराट ने कहा 'हमारा मानना है कि बांए हाथ का बल्लेबाज टीम के लिए मददगार साबित होता है. दक्षिण अफ़्रीका के पास 2 बांए हाथ के बल्लेबाज़ हैं. क्विंटन डि कॉक और डीन एल्गर. बांए हाथ के बल्लेबाज के होने से टीम में विवधता आती है जिससे गेंदबाजों को एक लाइन से गेंदबाजी करने में दिक्क़त पेश होती है. बल्लेबाजों के लिए ये फायदेमंद है और इससे स्ट्राइक रोटेशन आसान होता है'Post game day and back to the grind #TeamIndia pic.twitter.com/Un22UU4DMb
— BCCI (@BCCI) January 9, 2018
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पहले टेस्ट में भारतीय गेंदबाज़ों का प्रदर्शन शानदार रहा और पिछले 7 साल में विंडीज के अलावा विदेशी जमी पर जो एक मैच भारत ने जीता उसके हीरो ईशांत शर्मा ही रहे थे. ईशांत ने अभ्यास सत्र में गेंदबाजी कोच भरत अरुण के साथ काफी देर समय बिताया. खुद विराट भी मानते हैं कि सेंचुरियन में भी अगर केपटाउन जैसी पिच रही तो ये टीम इंडिया के लिए अच्छी बात होगी.
Team India might’ve plenty of problems playing abroad but with the new pace quartet oozing, taking 20 wickets isn’t one! #SAvIND pic.twitter.com/j4zDCCM0df
— Star Sports (@StarSportsIndia) January 10, 2018
विराट ने कहा कि 'अगर केपटाउन की तरह ही पिच मिली तो मेरा मानना है कि हम उनकी बल्लेबाजी को दबाव में ला सकते हैं..और बल्लेबाज़ी में जमकर खेले तो नतीजा भी पक्ष में हो सकता है' टीम इंडिया भले ही अगले मैच में अपने मौक़ों को भुनाने की सोच रही हो लेकिन उससे पहले केपटाउन की ही तरह मौके बनाने होंगे, जिसके लिए टीम कॉम्बिनेशन पर माथापच्ची जरूरी है.
VIDEO : दक्षिण अफ्रीका रवाना होने से पहले विराट कोहली प्रेस कॉन्फ्रैंस के दौरान
अगर 6 बल्लेबाज़ खेलेंगे तो बाहर कौन जाएगा? अगर 4 तेज गेंदबाज खेलेंगे तो किसे बाहर किया जाएगा? इनके जवाब में ही टीम इंडिया की वापसी की राह है.
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