पूर्व कप्तान विराट कोहली के ऐतिहासिक और रिकॉर्ड 52वें शतक और कुलदीप यादव सहित बाकी बॉलरों के दम पर टीम इंडिया रांची में दक्षिण अफ्रीका को 17 रन से हराकर सीरीज में 1-0 की बढ़त लेने में सफल रही, लेकिन मैच में कुछ पल ऐसे आए, जब करोड़ों भारतीय फैंस की सांस अटकती दिखाई दी. भारतीय खिलाड़ियों की भी शारीरिक भाषा पर असर पड़ा. और यह काम किया दक्षिण अफ्रीकी नंबर-8 बल्लेबाज कॉर्बिन बॉश ने. जब लग रहा था कि भारत आसान जीत की ओर बढ़ रहा है, तभी बॉशन ने निचले क्रम पर 51 गेंदों पर 8 चौकों और 3 छक्कों से तूफानी 67 रन बनाकर सभी के होश उड़ा दिए, लेकिन प्रसिद्ध कृष्णा ने आखिरी ओवर की दूसरी गेंद पर बॉश की बोलती बंद कर भारत की जीत पर पूरी तरह मुहर लगा दी. बॉश ने बहुत ही अच्छी कोशिश की, लेकिन अगर भारत 17 रन से मैच जीतने में सफल रहा, मुकाबले का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट कुछ और ही रहा. और वह था कुलदीप यादव का ओवर!
पकड़ बन चुकी थी दक्षिण अफ्रीका की
खराब शुरुआत के बावजूद दक्षिण अफ्रीका ने वापसी कर ली थी. और एक समय तक उसका स्कोर 33वें ओवर बाद 5 विकेट पर 227 रन था. मैच पर उसका कंट्रोल हो चुका था. वजह बने नंबर-7 मार्को जानसेन, जिन्होंने 38 गेंदों पर तूफानी 70 रन बनाकर टीम को मुकाबले में ला खड़ा किया था. यहां से दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए प्रति ओवर 7.23 दर से रन बनाने थे. उसके हाथ में 5 विकेट बाकी थे. दूसरे छोर पर ब्रीट्जे उस समय 72 रन बनाकर नाबाद थे. जीत पहुंच के भीतर थी, लेकिन तभी मेहमान टीम पर बड़ा वार हुआ, यह जीत का सबसे बड़ा टर्निंग प्वांइट साबित हुआ.
कुलदीप का वार, बदल गई मैच की तस्वीर
पारी का 34वां ओवर लेकर कुलदीप यादव आए, तो उन्होंने पहली ही गेंद पर जमकर खेल रहे जानसेन को चलता किया, तो एक गेंद बाद ही दूसरे अर्द्धशतकवीर ब्रीट्जे को कोहली के हाथों लपकवा दिया. सिर्फ 3 गेंदों के भीतर दो जमे-जमाए अर्द्धशतकवीर बल्लेबाजों को पवेलियन कर कुलदीप ने दक्षिण अफ्रीका पर ऐसा वार किया कि यहां से भारत की जीत का रास्ता खुल गया. यह सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ.
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