
भारत के बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल (Axar Patel) ने वीरवार को यहां पहले टेस्ट के पहले दिन के खेल के बाद कहा कि यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) की नाबाद 76 रन की मनोरंजक पारी की सबसे अच्छी बात यह थी कि उन्होंने इंग्लैंड की स्पिन तिकड़ी को पूरी तरह से असहज कर दिया. जायसवाल की 70 गेंद में नाबाद 76 रन की तेजतर्रार पारी से भारत ने इंग्लैंड की पहली पारी के 246 रन के जवाब में पहले दिन की समाप्ति तक एक विकेट पर 119 रन बनाए. अक्षर ने दिन का खेल खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘यशस्वी जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहे थे हमने उसका आनंद लिया और उन्होंने पहले ओवर से ही स्पिनरों को निशाना बनाया. शुरुआत में ही उन्हें असहज करना अच्छा था.' जायसवाल ने भारत की पहली पारी के दूसरे ओवर में पदार्पण कर रहे इंग्लैंड के बाएं हाथ के स्पिनर टॉम हार्टली पर दो छक्के लगाकर अपने तेवर दिखाए. इससे पहले अक्षर ने भी गेंदबाजी में कमाल दिखाते हुए जॉनी बैर्यस्टो और बेन फॉक्स के महत्वपूर्ण विकेट चटकाए.
अक्षर ने कहा कि वह सिर्फ अपने सीनियर जोड़ीदारों रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा का साथ देने की कोशिश कर रहे थे. उन्होंने कहा, ‘मैंने ऐश (अश्विन) और जड्डू भाई (जडेजा) जैसे सीनियर से बहुत कुछ सीखा है. मैं अपनी तरफ से खेल को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा था क्योंकि वे साझेदारी में गेंदबाजी कर रहे थे. वे विकेट ले रहे थे इसलिए मैं विकेट लेने के बारे में नहीं सोच रहा था. मुझे पता है कि अगर आप तीन स्पिनरों के साथ खेल रहे हैं तो उनमें से एक को कम ओवर मिलेंगे. वे मुझे यह भी बता रहे थे कि विकेट पर क्या हो रहा है और मुझे क्या करना चाहिए.'
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अक्षर विशेष रूप से बैर्यस्टो को आउट करके काफी खुश थे. बाएं हाथ के इस स्पिनर की गेंद लेग साइड की तरफ टप्पा खाने के बाद तेजी से घूमी और बैर्यस्टो का ऑफ स्टंप उखाड़ दिया. उन्होंने कहा, ‘वह गेंद वास्तव में अच्छी निकली. हम बात कर रहे थे कि अगर गेंद वहां से टर्न लेती है तो यह बहुत अच्छा होगा क्योंकि कुछ गेंद टर्न कर रही थी. पगबाधा से बचने के लिए बैर्यस्टो चौथे स्टंप पर खड़े होकर खेल रहे थे.'
अक्षर ने कहा, ‘इसलिए मैंने स्टंप्स पर गेंदबाजी करने के बारे में सोचा क्योंकि उन्होंने स्टंप्स के करीब कुछ कट शॉट मारे थे. यही योजना थी और वहां से जो गेंद टर्न हुई वह काफी अच्छी थी. आपने मेरा जश्न देखा होगा.' भारतीय स्पिनरों से निपटने की कोशिश में इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने कई बार रिवर्स स्वीप का इस्तेमाल किया और अक्षर ने कहा कि प्रतिद्वंद्वियों की आक्रामक मानसिकता ने उनके विकेट लेने की संभावनाओं को बढ़ा दिया.
उन्होंने कहा, ‘मैं कप्तान से बात कर रहा था कि वे स्वीप और रिवर्स स्वीप खेल रहे थे और हम देख रहे थे कि रिवर्स स्वीप कहां जा रहे है. इसलिए हमने प्वाइंट पर क्षेत्ररक्षण को थोड़ा पीछे रखा.' अक्षर ने कहा, ‘हमने टीम बैठक में इस बारे में बात की थी और हमारे पास इसके लिए एक योजना थी. यह अच्छा था कि वे आक्रमण करना चाहते थे और इससे उन्हें आउट करने का मौका मिला.' अक्षर ने कहा कि आरजीआई स्टेडियम की पिच से चिंताजनक टर्न नहीं मिल रहा था और भारतीय गेंदबाजों का इंग्लैंड को 246 रन पर आउट करना अच्छा प्रयास था. उन्होंने उम्मीद जताई कि बल्लेबाज दूसरे दिन देर तक खेलेंगे और टीम को मजबूत बढ़त दिलाएंगे.
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