टीम विराट (Team Virat creates history in Australia) ने इस बार ऑस्ट्रेलियाई जमीं पर वह कारनामा कर दिखाया, जो न तो पूर्व में सौरव गांगुली की टीम कर सकी थी और न कोई और दूसरी टीम. वास्तव में सच यह है कि बारिश के चलते सिडनी (Sydney Cricket Ground, Sydney) में चौथा और सीरीज का आखिरी टेस्ट (AUS vs IND, 4th Test,) ड्रॉ छूटने के बाद ऑस्ट्रेलिया धरती पर सीरीज जीतने वाली पहली एशियाई टीम है. और विराट कोहली (Virat Kohli) की इस ऐतिहासिक जीत ने करोड़ों भारतीय क्रिकेटप्रेमियों का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है. वास्तव में ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए रवाना होने से पहले इस भारतीय टीम पर बहुत ही ज्यादा दबाव था. पर्थ टेस्ट गंवाने के बाद आलोचना चरम पर पहुंच गई थी, लेकिन सीरीज समाप्त होते-होते टीम इंडिया ने अपना झंडा गाड़ दिया. बहरहाल, अगर भारत जीता, तो उसके पीछे वे पांच वजह रहीं, जिन्होंने सीरीज की पूरी कहानी बदल दी.
THANK YOU! #TeamIndia #AUSvIND pic.twitter.com/syKRSOgaWQ
— BCCI (@BCCI) January 7, 2019
पुजारा बन गए दीवार
निश्चित तौर पर चेतेश्वर पुजारा भारत की सीरीज जीत का सबसे बड़ा इक्का रहे. एडिलेड में जड़े शतक से लेकर सिडनी तक पहुंचते-पहुंचते पुजारा ने कई यादगार पारियां खेलते हुए कंगारुओं के सामने एक बड़ी दीवार बन गए. एक पर्थ में ही पुजारा के बल्ले से शतक नहीं निकला, तो वहीं भारत को हार का सामना करना पड़ा. कोई भी कंगारू गेंदबाज चेतेश्वर पुजारा के डिफेंस में दरार पैदा नहीं कर सका. पुजारा ने 4 टेस्ट मैचों में 74.42 के औसत से 521 रन बनाए. इसमें 3 शतक और 1 अर्धशतक भी शामिल रहा.
Cheteshwar Pujara is the Player of the Match AND the Player of the Series! #AUSvIND pic.twitter.com/Yun0EBOgNc
— cricket.com.au (@cricketcomau) January 7, 2019
बुमराह रहे सबसे बड़ी देन!
क्रिकेटप्रेमियों में इस बात को लेकर बहस हो सकती है कि सीरीज के हीरो पुजारा हैं या जसप्रीत बुमराह. लंबे समय बाद भारत को एक ऐसा गेंदबाज मिला, जिसने कंगारुओं को दहला कर रख दिया. जिस काम को पुजारा ने बल्ले से अंजाम दिया, उसी काम को गेंद से कर बुमराह भारत के नंबर दो इक्का रहे. बुमराह ने 4 टेस्ट में फेंके 157.1 ओवरों में सबसे ज्यादा 21 विकेट चटकाए.
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Success isn't always about greatness. It's about consistency.
— Jasprit bumrah (@Jaspritbumrah93) December 30, 2018
A dream win for us and what a way to end the year! ????????
Truly exceptional.#AUSvsIND pic.twitter.com/6Kaiy46v4O
पंत का विराट प्रदर्शन !
भारतीय कप्तान विराट कोहली और विकेटकीपर ऋषभ पंत भारत के दो और ऐसे इक्के रहे, जिन्होंने कंगारुओं की वॉट लगाने में अहम भूमिका निभाई. भले ही विराट इस बार पुजारा के प्रदर्शन में छिप गए, लेकिन कोहली 4 टेस्ट मैचं में 40.28 के औसत से 282 रन बनाकर दोनों टीमों में तीसरे नंबर के बल्लेबाज रहे. इसमें 1 शतक और 1 ही अर्धशतक रहा. वहीं, सीरीज खत्म होते-होते पंत भी भारत के लिए इक्का बन गए. शुरुआती छह पारियों में पचास का आंकड़ा भी न छू सके ऋषभ पंत ने सिडनी में सातवीं पारी में नाबाद 158 रन की पारी खेलकर सीरीज में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए.ऋषभ ने 4 टेस्ट क 7 पारियों 58.33 के औसत से 1 शतक के साथ 350 रन बनाए.
2nd Test century for Rishabh Pant, his first against Australia. What a knock #TeamIndia #AUSvIND pic.twitter.com/6OYLTBXcFD
— BCCI (@BCCI) January 4, 2019
शमी का मौके पर चौका!
बुमराह के अलावा मौका पड़ने पर कप्तान विराट को अगर किसी दूसरे गेंदबाज ने विकेट लेकर दिए, तो वह मोहम्मद शमी रहे. जब-जब विराट ने शमी को याद किया, इस सीमर ने निराश नहीं किया. शमी दोनों टीमों में तीसरे सबसे कामयाब गेंदबाज रहे. शमी ने 4 टेस्ट मैचों में फेंके 136.4 ओवरों में 419 रन देकर 16 विकेट चटकाए.
VIDEO: ऑस्ट्रेलिया रवाना होने से पहले विराट काफी ज्यादा दबाव में थे
यूं तो क्रिकेट एक टीम गेम है. और सभी खिलाड़ियों ने मैदान पर खुद को झोंक दिया, लेकिन भारत के ये पांच इक्के ही थे, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया को उसी की धरती पर मात देने में अहम भूमिका निभाई.
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