अब आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के सेमी-फाइनल और फाइनल अगर टाई हो जाते हैं तो सुपर का इस्तेमाल होगा. इससे पहले आईसीसी के किसी भी एकदिवसीय नॉक आउट टूर्नामेंट में सिर्फ फाइनल मैच टाई होने पर सुपर ओवर का इस्तेमाल हुआ करता था. यह पहली बार होगा जब एक दिवसीय नॉक आउट टूर्नामेंट में सेमी-फाइनल मैच टाई होने पर सुपर ओवर का इस्तेमाल होगा.
शनिवार को दुबई में हुई आईसीसी की बैठक में यह फैसला लिया गया है. इससे पहले जब भी क्वॉर्टर फाइनल या फिर सेमी-फाइनल मैच टाई होता था तब वही टीम सेमीफाइनल या फाइनल में पहुंचती थी जो ग्रुप स्टेज में अच्छा प्रदर्शन करती थी. 1999 में इंग्लैंड में हुए आईसीसी वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मैच के दौरान ऐसा एक किस्सा देखने को मिला था जब साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया दूसरा सेमी-फाइनल मैच टाई हो गया था लेकिन सुपर सिक्स में अच्छे प्रदर्शन की वजह से ऑस्ट्रेलिया फाइनल में पहुंच गया था.
इस वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका ने आठ मैच खेलते हुए छह मैच में जीत हासिल की थी लेकिन सुपर सिक्स के एक मैच के दौरान ऑस्ट्रेलिया से हार गई थी. इसकी वजह से सेमीफाइनल मैच टाई होने के बाद ऑस्ट्रेलिया फाइनल में पहुंचा था. इस मैच के आखिरी ओवर को जीतने के लिए साउथ अफ्रीका को 9 रन की जरुरत थी और हाथ में सिर्फ एक विकेट था. पहली दो गेंद पर लांस क्लूज़नर ने शानदार दो चौके लगाए और आखिरी चार गेंद में सिर्फ एक रन की जरुरत थी लेकिन चौथे गेंद पर ए डोनाल्ड रन आउट हो गए और इस तरह मैच टाई हो गया था.
सिर्फ चैंपियंस ट्रॉफी ही नहीं, 2017 में इंग्लैंड में होने वाले महिला वर्ल्ड कप के फाइनल और सेमीफाइनल में भी मैच टाई होने पर सुपर ओवर का इस्तेमाल होगा. चैंपियंस ट्रॉफी और महिला वर्ल्ड कप के हर मैच में डीआरएस(DRS) का भी इस्तेमाल होगा जिसमें हर टीम को मैच के दौरान एक बार रिव्यु करने का मौक़ा मिलेगा. आईसीसी के मीडिया प्रकाशन में बताया गया कि अक्टूबर 2017 के बाद सभी अंतराष्ट्रीय मैचों में डीआरएस का इस्तेमाल होगा लेकिन इस के लिए जून 2017 की बैठक में पूरी तरह फैसला लिया जायेगा.
शनिवार को दुबई में हुई आईसीसी की बैठक में यह फैसला लिया गया है. इससे पहले जब भी क्वॉर्टर फाइनल या फिर सेमी-फाइनल मैच टाई होता था तब वही टीम सेमीफाइनल या फाइनल में पहुंचती थी जो ग्रुप स्टेज में अच्छा प्रदर्शन करती थी. 1999 में इंग्लैंड में हुए आईसीसी वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मैच के दौरान ऐसा एक किस्सा देखने को मिला था जब साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया दूसरा सेमी-फाइनल मैच टाई हो गया था लेकिन सुपर सिक्स में अच्छे प्रदर्शन की वजह से ऑस्ट्रेलिया फाइनल में पहुंच गया था.
इस वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका ने आठ मैच खेलते हुए छह मैच में जीत हासिल की थी लेकिन सुपर सिक्स के एक मैच के दौरान ऑस्ट्रेलिया से हार गई थी. इसकी वजह से सेमीफाइनल मैच टाई होने के बाद ऑस्ट्रेलिया फाइनल में पहुंचा था. इस मैच के आखिरी ओवर को जीतने के लिए साउथ अफ्रीका को 9 रन की जरुरत थी और हाथ में सिर्फ एक विकेट था. पहली दो गेंद पर लांस क्लूज़नर ने शानदार दो चौके लगाए और आखिरी चार गेंद में सिर्फ एक रन की जरुरत थी लेकिन चौथे गेंद पर ए डोनाल्ड रन आउट हो गए और इस तरह मैच टाई हो गया था.
सिर्फ चैंपियंस ट्रॉफी ही नहीं, 2017 में इंग्लैंड में होने वाले महिला वर्ल्ड कप के फाइनल और सेमीफाइनल में भी मैच टाई होने पर सुपर ओवर का इस्तेमाल होगा. चैंपियंस ट्रॉफी और महिला वर्ल्ड कप के हर मैच में डीआरएस(DRS) का भी इस्तेमाल होगा जिसमें हर टीम को मैच के दौरान एक बार रिव्यु करने का मौक़ा मिलेगा. आईसीसी के मीडिया प्रकाशन में बताया गया कि अक्टूबर 2017 के बाद सभी अंतराष्ट्रीय मैचों में डीआरएस का इस्तेमाल होगा लेकिन इस के लिए जून 2017 की बैठक में पूरी तरह फैसला लिया जायेगा.
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