
आईसीसी टी20 विश्व कप 2024 के फाइनल में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर 11 साल बाद कोई आईसीसी ट्रॉफी जीती. साल 2007 में भारत ने महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में टी20 विश्व कप का खिताब अपने नाम किया था, उसके बाद से भारतीय टीम कभी भी टी20 विश्व कप ट्रॉफी नहीं जीत पाई. भारतीय टीम की नजरें अब अगली आईसीसी ट्रॉफी पर होगी और टीम इंडिया उसकी प्रवल दावेदार हैं, क्योंकि अगला टी20 विश्व कप भारत में ही खेला जाएगा. अब 2026 में भारत और श्रीलंका में टी20 विश्व कप का आयोजन होगा. आईसीसी ने जानकारी दी है कि अगले टूर्नामेंट में भी 55 मैच खेले जाएंगे और यह टूर्नामेंट उसी प्रारूप में खेला जाएगा, जिसमें पांच-पांच टीमों के चार-चार ग्रुप होंगे. इसके बाद सुपर-8, सेमीफाइनल और अगले चैंपियन का ताज पहनने के लिए फाइनल होगा.
कौन सी टीम कर चुकी है क्वीलाफाई
बता दें, मेजबान के रूप में, श्रीलंका और भारत 2026 के लिए पहले ही क्वालीफाई कर लिया है. इसके बाद अगली 10 टीमें 30 जून तक आईसीसी पुरुष टी20 टीम रैंकिंग और 2024 संस्करण में सुपर-8 में पहुंचने वाली टीमों से निर्धारित किए गए हैं. ग्रुप स्टेज में शानदार प्रदर्शन और सुपर-8 में पहुंचने के साथ ही अफगानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, वेस्ट इंडीज और अमेरिका ने 2026 के लिए अपनी जगह पक्की कर ली है. वहीं पाकिस्तान, न्यूजीलैंड और आयरलैंड, जो सुपर-8 में नहीं पहुंच पाई थी, वो आईसीसी टी20 टीम रैंकिंग के चलते क्वालीफाई कर चुकी हैं. वहीं 2026 संस्करण की आखिरी आठ टीमों का फैसला रिजनल क्वालीफायर के द्वारा तय होगा. अफ्रीका, एशिया और यूरोप के पास दो क्वालीफाईंग जगहें हैं, जिनमें एक स्पॉट अमेरिका और पूर्वी-एशिया प्रशांत के लिए है.
अब कैसे तय होंगी बाकी की टीमें
अफ्रीका के रिजनल क्वाफीयर में सबसे बड़ा उलटफेर तब देखा गया था, जब जिम्बाब्वे को पछाड़ युगांडा ने टी20 विश्व कप 2024 के लिए क्वालीफाई किया था. टी20 विश्व कप 2024 के सुपर-8 में पहुंचने से चूकी युगांडा और नामीबिया एक बार फिर रिजनल क्वालीफायर खेलेंगी. 2026 टी20 विश्व कप में जगह बनाने के लिए अफ्रीकी रिजनल क्वालीफायर में जिम्बाब्वे, युगांडा, नामीबिया, नाइजीरिया, तंजानिया और केन्या भिड़ेंगी. अफ्रीका के पास दो स्पॉट हैं और ऐसे में यहां से दो टीमें पहुंचेगी.
2024 की ही तरह अमेरिका को रिजलन क्वालीफाइंग नहीं खेलेने पड़ेंगे. 2024 में अमेरिका ने सह मेजबान होने के नाते क्वालीफाई किया था. अमेरिका को रिजलन क्वालीफाइंग में शामिल नहीं होने के कनाडा, बरमूडा, केमैन द्वीप, अर्जेंटीना और पनामा के पास क्वालीफाई करने का बेहतर मौका होगा. बता दें, अमेरिका के पास एक स्पॉट है.
वहीं एशिया के पास दो स्पॉट हैं. नेपाल और ओमान टी20 विश्व कप 2024 में हिस्सा लेने के चलते सीधे रिजनल फाइनल राउंड में जाएंगी, जबकि बाकी टीमों को सब-रिजनल मैचों के जरिए क्वालीफाई करना होगा. खाड़ी और दक्षिण-पूर्व एशिया में क्रिकेट के विकास के कारण इस क्षेत्र में अमीरात बाकी टीमों के लिए एक खतरा बनकर उभर रही है. बहरीन, कुवैत , कतर, हांगकांग और मलेशिया भी रेस में हैं.
ईस्ट एशिया पैसिफिक के पास एक स्पॉट हैं और पापुआ न्यू गिनी यह स्पॉट गंवा सकती हैं क्योंकि जापान काफी मजबूत दिख रही है. जापान को हालांकि, इंडोनेशिया, फिलीपींस और दक्षिण कोरिया के खिलाफ जीत दर्ज करनी होगी. इसके साथ ही उन्हें समोआ, फिजी और कुक द्वीप समूह के भी टक्कर मिलेगी.
यूरोप के पास दो स्पॉट हैं और इस रिजन से टी20 विश्व कप 2026 में कौन सी दो टीमें हिस्सा लेंगी, उसका फैसला रिजनल क्वालीफाईंग से होगा. स्कॉटलैंड और नीदरलैंड्स के लिए अच्छी बात यह है कि उन्हें आयरलैंड की टीम का सामना नहीं करना पड़ेगा. यह दोनों टीमें इस क्षेत्र से क्वालीफाई कर सकती हैं, लेकिन उन्हें बाकी की 21 टीमों से भी टक्कर मिलेगी.
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