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This Article is From Feb 17, 2023

मैक्सवेल वापसी के लिए तैयार, फिटनेस ही नहीं, इस टेस्ट से भी गुजरना होगा, बीसीसीआई को सीखने की जरूरत

ग्लेन मैक्सवेल कुछ महीने पहले दोस्त की पार्टी में चोटिल हो गए थे, लेकिन अब वह फिर से फिट होकर सक्रिय क्रिकेट में लौटने के लिए तैयार हैं.

मैक्सवेल वापसी के लिए तैयार, फिटनेस ही नहीं, इस टेस्ट से भी गुजरना होगा, बीसीसीआई को सीखने की जरूरत
कंगारू ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल
नई दिल्ली:

ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल पैर की चोट से उबरने के बाद फिर से सक्रिय क्रिकेट में वापसी के लिए तैयार हैं. मैक्सवेल क्लब क्रिकेट के एक मैच में अपनी फिटनेस का आंकलन करने के बाद वह शेफील्ड शील्ड के मैच में खेल सकते हैं. ऑस्ट्रेलिया के नवंबर में आईसीसी टी20 विश्व कप से जल्दी बाहर होने के कुछ ही दिन बाद दोस्त की जन्मदिन पार्टी में मैक्सवेल के बाएं पैर में फ्रैक्चर हो गया था. इसके बाद यह ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज काफी इलाज और पुनर्वास कार्यक्रम से गुजरा. लेकिन राष्ट्रीय टीम में शामिल होने से पहले मैक्सवेल का न केवल फिटनेस टेस्ट होगा, बल्कि वह कुछ मैच भी खेलेंगे.सीमित ओवरों के विशेषज्ञ 34 वर्षीय मैक्सवेल इस सप्ताह के आखिर में तीन महीने के बाद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी करने के लिए तैयार हैं. उनके दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विक्टोरिया की तरफ से शेफील्ड शील्ड मैच में खेलना तय है.

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मैक्सवेल शनिवार को क्लब टीम फिट्जराय-डॉनकास्टर के लिए खेलेंगे, जिसके बाद उनका फिटनेस टेस्ट होगा. फिटनेस टेस्ट में सफल होने के बाद वह सोमवार को दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जंक्शन ओवल में होने वाले शील्ड मैच में उतरेंगे. अब इस उदाहरण से आप समझ सकते हैं कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया में फिटनेस के बाद खिलाड़ी को मैच फिटनेस से भी गुजरना होता है, तब जाकर उसकी राष्ट्रीय टीम में वापसी होती है. यहां ऐसा सिस्टम नहीं है कि किसी एनसीसी जैसी संस्था ने सर्टिफिकेट दिया और आप टीम इंडिया का हिस्सा बन गए. 

ऑस्ट्रेलियाई संस्कृति में अगर कोई खिलाड़ी चोटिल है, तो उसका पहले फिटनेस टेस्ट होगा और फिर अनिवार्य रूप से मैच फिटनेस भी परखी जाएगी. खिलाड़ी विशेष को मैच में हिस्सा लेकर यह साबित करना होता है कि वह बाउंड्री से थ्रो कर सकता है, गोता लगा सकता है और कोटे के 50 ओवर या एक संपूर्ण टेस्ट मैच में खेलने के लिहाज से पूरी तरह फिट है. यह वह बात है कि जिससे बीसीसीआई को भी सबक लेकर नियम में तब्दील करने की जरूरत है. नियम कुछ ऐसा हो कि चाहे खिलाड़ी कितना भी बड़ा हो, उसे किसी न किसी स्तर पर खेलकर अपनी मैच फिटनेस साबित करनी होगी.  क्रिकेट विक्टोरिया के पुरुष क्रिकेट के प्रमुख डेविड हसी ने क्रिकेट.कॉम.एयू से कहा, ‘‘ग्लेन की क्षमता वाले खिलाड़ी का टीम में आना रोमांचक है. शील्ड क्रिकेट में उनका शानदार रिकॉर्ड है.'

(इनपुट: भाषा)

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