नई दिल्ली:
पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने गुरुवार को एडिलेड टेस्ट में अपने करियर का पहला शतक जड़ने वाले युवा बल्लेबाज विराट कोहली के उस बर्ताव की आलोचना की, जिसमें उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से बहस की थी। कोहली ने अपना टेस्ट शतक जमाने के बाद ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से शाब्दिक बहस की और गावस्कर ने कहा कि यह गैर-जरूरी था।
गावस्कर ने कहा, ‘‘सिर्फ विराट ही नहीं, कुछ अन्य भारतीय खिलाड़ी भी...विकेट चटकाने के बाद वे मुस्कुराने के बजाय झगड़ रहे थे। अगर मैदान पर किसी ने आपको छेड़ा है, तो इसका जवाब रन बनाकर और विकेट चटकाकर दिखाओ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘विराट और अन्य खिलाड़ी ऐसा कर रहे थे। यह स्कूली बच्चों के क्रिकेट जैसा था। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए।’’ पूर्व कप्तान ने एनडीटीवी से कहा, ‘‘जब तेंदुलकर, द्रविड़ या लक्ष्मण शतक बनाते हैं, तो वे सिर्फ अपना बल्ला उठाते हैं। लेकिन इस तरह का व्यवहार करने से ध्यान भंग हो जाता है।’’
गावस्कर ने कहा, ‘‘सिर्फ विराट ही नहीं, कुछ अन्य भारतीय खिलाड़ी भी...विकेट चटकाने के बाद वे मुस्कुराने के बजाय झगड़ रहे थे। अगर मैदान पर किसी ने आपको छेड़ा है, तो इसका जवाब रन बनाकर और विकेट चटकाकर दिखाओ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘विराट और अन्य खिलाड़ी ऐसा कर रहे थे। यह स्कूली बच्चों के क्रिकेट जैसा था। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए।’’ पूर्व कप्तान ने एनडीटीवी से कहा, ‘‘जब तेंदुलकर, द्रविड़ या लक्ष्मण शतक बनाते हैं, तो वे सिर्फ अपना बल्ला उठाते हैं। लेकिन इस तरह का व्यवहार करने से ध्यान भंग हो जाता है।’’
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