नौसिखिए जैसे नर्वस हैं गौतम गंभीर, कोलकाता टेस्ट को बनाना चाहते हैं यादगार, खास टेस्ट पारियां

नौसिखिए जैसे नर्वस हैं गौतम गंभीर, कोलकाता टेस्ट को बनाना चाहते हैं यादगार, खास टेस्ट पारियां

गौतम गंभीर को न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट मैचों के लिए चुना गया है (फाइल फोटो)

खास बातें

  • केएल राहुल को कानपुर टेस्ट की दूसरी पारी में लगी थी चोट
  • राहुल के फिट नहीं होने पर गंभीर को मिला है मौका
  • गंभीर ने टीम इंडिया की ओर से 2014 में खेला था आखिरी टेस्ट
नई दिल्ली:

टीम इंडिया के ओपनर लोकेश राहुल चोटिल क्या हुए कि लंबे समय से टीम में वापसी का इंतजार कर रहे गौतम गंभीर को आखिरकार मौका मिल ही गया. दो साल पहले ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम टेस्ट खेलने वाले गंभीर अपनी वापसी को लेकर वैसे ही उत्साहित और रोमांचित हैं, जैसे कि कोई युवा क्रिकेटर. इसका इजहार उन्होंने ट्वीट से भी किया. गंभीर अपने जज्बे के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने हाल ही में चयन नहीं होने पर कहा था कि वह कायर नहीं हैं और संघर्ष जारी रखेंगे. हालांकि इसके बाद उन्हें ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा और अब वह टीम इंडिया की कैप पहनकर उतरने से महज दो दिन दूर हैं. गौरतलब है कि शुक्रवार से कोलकाता में टीम इंडिया के न्यूजीलैंड से अपना दूसरा टेस्ट खेलना है. आइए जानते हैं कि उन्होंने टीम में चयन के बाद क्या कहा. हम आपको बाएं हाथ के इस दिग्ग्ज बल्लेबाज की कुछ शानदार टेस्ट पारियों के बारे में भी बताने जा रहे हैं.

गौतम गंभीर ने टीम में चयन होने पर ट्वीट किया, ‘डेब्यू करने जा रहे खिलाड़ी जैसा उत्साह, अनुभव पर भरोसा, नौसिखिए जैसी नर्वसनेस...मुझे ऐसा ही लग रहा है.. ईडन, मैं उम्मीदों के साथ आ रहा हूं..’
 


उन्होंने एक और ट्वीट किया, 'देश के लिए दोबारा खेलने से अच्छा कुछ भी नहीं हो सकता, टेस्ट क्रिकेट, सफेद ड्रेस, लाल गेंद और फिर से इंडिया की कैप. धन्यवाद बीसीसीआई.. दुआ करने के लिए सभी का धन्यवाद.'

कोलकाता में कोई शतक नहीं, पर है गहरा नाता
गौतम गंभीर ने अब तक 56 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें उन्होंने 9 शतक और 21 फिफ्टी हैं, लेकिन वह कोलकाता के मैदान पर कोई टेस्ट शतक नहीं बना पाए हैं. यहां उनका सर्वोच्च स्कोर 65 रन है, जो उन्होंने वेस्ट इंडीज के खिलाफ बनाए थे. संभवतः इसीलिए उन्होंने कहा है कि वह कोलकाता बड़ी उम्मीदों के साथ जा रहे हैं. गौतम गंभीर का कोलकाता से गहरा नाता है. वह आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स टीम के कप्तान हैं और उन्होंने अपनी कप्तानी में टीम को दो बार चैंपियन बनाया है. टीम इंडिया को उनके अनुभव से भी फायदा हो सकता है, क्योंकि वहां के हालात और पिच के बारे में काफी जानकारी रखते हैं.

पुराना है वापसी का सिलसिला
2004 में टेस्ट में पदार्पण करने वाले गंभीर कुछ खास सफल नहीं रहे और टीम में जगह खो दी, लेकिन उन्होंने 2008 में टेस्ट में फिर वापसी करने के बाद श्रीलंका के खिलाफ शानदार खेल दिखाया था और इसके बाद के 13 टेस्ट मैचों में उन्होंने 8 शतक ठोक दिए. 2012 में उनका खराब दौर आ गया और टीम से बाहर हो गए. अगस्त, 2014 में एक बार फिर वापसी की, लेकिन टीम में जगह नहीं पक्की कर पाए. उन्होंने कोलकाता नाइटराइडर्स को अपनी कप्तानी में दो बार आईपीएल चैंपियन भी बनाया है और बीते दो साल में उन्होंने घरेलू जमीन पर काफी रन बनाए हैं.

गंभीर की 5 खास पारियां
बाएं हाथ के ओपनर गंभीर 2008 से 2011 के बीच में जबर्दस्त फॉर्म में थे और उन्होंने कई यादगार पारियां खेली थीं. इसके बाद उनका बुरा दौर शुरू हो गया था. फिर उन्होंने अगस्त, 2014 में इंग्लैंड दौरे पर वापसी भी की थी, लेकिन जगह पक्की नहीं कर पाए थे. उनकी खास पारियों पर एक नजर-
 
  • 206 रन : गंभीर के नाम टेस्ट में सबसे बड़ी पारी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ है. उन्होंने 29 अक्टूबर, 2008 को अपने होम ग्राउंड दिल्ली में यह दोहरा शतक बनाया था. हालांकि इस मैच का परिणाम नहीं निकला था.
  • 179 रन : यह टेस्ट में गंभीर की दूसरी बड़ी पारी है, जो उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 19 दिसंबर, 2008 को घरेलू मैदान मोहाली में खेली थी. इस मैच की पहली पारी में गंभीर ने 348 गेंदों का सामना किया था. यह मैच भी ड्रॉ रहा था.
  • 167 रन : इस बार गंभीर ने विदेशी धरती पर धूम मचाई और न्यूजीलैंड के वेलिंगटन में खेलते हुए 3 अप्रैल, 2009 को दूसरी पारी में टेस्ट शतक ठोका. हालांकि यह मैच भी ड्रॉ रहा.
  • 167 रन : इस बार गंभीर ने श्रीलंका के खिलाफ कानपुर टेस्ट में 24 नवंबर, 2009 को अहम पारी खेली, जिसमें टीम इंडिया ने पारी और 144 रन से जीत दर्ज की थी.
  • 139 रन : बांग्लादेश के खिलाफ, 17 दिसंबर, 2004, चटगांव

गंभीर अपने अंतिम इंटरनेशनल टेस्ट में भले ही फेल हो गए थे, लेकिन टीम इंडिया की बड़ी जीतों में उनका अहम योगदान रहा है. जब भारत 2007 में ट्‍वेंटी-20 वर्ल्ड कप का विजेता बना था, तो उसमें गंभीर ने फाइनल मैच में पाकिस्तान के विरुद्ध 54 गेंदों पर 75 रनों की तूफानी पारी खेली थी. इस टी20 वर्ल्ड कप में गंभीर टूर्नामेंट में दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे थे. उन्होंने टूर्नामेंट में 6 पारियों में 227 रन बनाए थे. वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में भी गंभीर ने 97 रन बनाए थे और टीम ने 1983 के बाद दूसरी बार वनडे वर्ल्ड कप जीत लिया था.

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