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This Article is From Oct 05, 2018

पृथ्‍वी शॉ शानदार लेकिन उनकी वीरेंद्र सहवाग से तुलना मत कीजिए: सौरव गांगुली

पृथ्‍वी शॉ शानदार लेकिन उनकी वीरेंद्र सहवाग से तुलना मत कीजिए: सौरव गांगुली
18 वर्षीय पृथ्‍वी शॉ ने अपने पहले ही टेस्‍ट में शतक लगाकर क्रिकेटप्रेमियों का दिल जीत लिया है (AFP फोटो)
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
पृथ्‍वी ने करियर के पहले ही टेस्‍ट में बनाया है शतक
गांगुली बोले, हमें अभी उसे और समय देना चाहिए
उम्‍मीद है वह ऑस्‍ट्रेलिया, इंग्‍लैंड, द. अफ्रीका में भी रन बनाएगा
कोलकाता:

पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने अपने पदार्पण टेस्ट में शतक बनाने वाले ओपनर पृथ्वी शॉ के प्रदर्शन को शानदार बताया लेकिन साथ ही इस युवा खिलाड़ी की वीरेंद्र सहवाग से तुलना करने से इनकार कर दिया. गांगुली ने कहा कि शॉ को अभी और समय देना चाहिए ताकि वह दुनिया के किसी भी मैदान में रन बना सकें. मुंबई के 18 वर्षीय शॉ ने अपने पदार्पण टेस्‍ट वेस्‍टइंडीज के खिलाफ राजकोट में गुरुवार को 99 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया. उन्होंने 154 गेंदों पर 134 रन बनाए. शॉ इसके साथ ही मोहम्मद अजहरुद्दीन, लाला अमरनाथ, सौरव गांगुली, शिखर धवन, सुरेश रैना और सहवाग जैसे दिग्गजों की सूची में शामिल हो गए हैं जिन्होंने अपने पदार्पण टेस्ट में शतक बनाए थे.

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गांगुली ने यहां एक समारोह के दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा, "उसकी तुलना सहवाग से मत कीजिए. सहवाग एक जीनियस थे. उन्हें अभी विश्व का दौरा करने दीजिए. मुझे विश्वास हैं कि वह ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में रन बनाएंगे." टीम इंडिया के पूर्व कप्‍तान ने कहा, "पदार्पण टेस्ट में शतक बनाने के बाद उनके लिए यह एक असाधारण दिन होना चाहिए. उन्होंने रणजी के पदार्पण में भी शतक बनाया था. इसके अलावा उन्होंने दलीप ट्रॉफी में भी पदार्पण करते हुए शतक जमाया था, इसलिए यह असाधारण है." गौरतलब है कि सौरव गांगुली ने भी 1996 में लॉर्डस में इंग्लैंड के खिलाफ अपने पदार्पण टेस्ट में शतक जड़ा था.

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वीडियो: मैडम तुसाद म्‍यूजियम में विराट कोहली उन्होंने कहा, "मैंने रणजी ट्रॉफी के पदार्पण मैच में शतक नहीं लगाया था. लेकिन इसके अलावा मैंने दलीप ट्रॉफी और भारत की ओर से पदार्पण मैच में शतक लगाया था." शॉ की बल्लेबाजी के बारे में पूछे जाने पर गांगुली ने कहा कि बल्लेबाजी के प्रति यह उनका स्वभाव और रवैया है जिसने उन्हें सबसे ज्यादा प्रभावित किया है. पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, "बल्लेबाजी करने के लिए यह उनकी सकारात्मकता, स्वभाव और जो रवैया है वह शानदार है. अंडर-19 वर्ल्‍डकप खेलना और भारत के लिए टेस्ट मैच खेलना पूरी तरह से अलग है. मैंने आज जो देखा वह आंखों को सकून देने वाला था. मुझे उम्मीद है कि वह भारत के लिए लंबे समय तक खेल सकते हैं. "गांगुली ने कहा, "यह अभी भी शुरुआती दिन है और उन्हें अभी विश्व का दौरा करना है. लेकिन उन्हें बधाई. मुझे लगता है कि वह बिल्कुल अद्भुत था."  (इनपुट: एजेंसी)

 

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