तिलकरत्ने दिलशान (फाइल फोटो)
न्यूजीलैंड दौरे पर श्रीलंका को गुरुवार को वनडे में पहली जीत हासिल हुई। नेल्सन में खेले गए सीरीज के तीसरे वनडे मुकाबले में श्रीलंका ने न्यूजीलैंड को 8 विकेट से हरा दिया। पांच वनडे मैचों की इस सीरीज में न्यूजीलैंड अभी 2-1 से आगे है। पूरे दौरे में पहली बार उसके बल्लेबाज लय में दिखे। इस जीत में श्रीलंका के तूफानी बल्लेबाज तिलकरत्ने दिलशान और लहिरु थिरिमाने की अहम भूमिका रही।
दनुष्का की आक्रामक पारी
श्रीलंका ने 276 रन के लक्ष्य को दो विकेट खोकर 46.2 ओवर में ही हासिल कर लिया। श्रीलंका के ओपनर दनुष्का गुनाथिलका और तिलकरत्ने दिलशान ने सधी हुई शुरुआत दी और पहले विकेट के लिए 98 रन जोड़े। दनुष्का ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए महज 45 गेंदों में 65 रन ठोक दिए। इस पारी में उन्होंने 7 चौके और 4 छक्के लगाए।
जमे रहे दिलशान
जब टीम का स्कोर 98 रन था, उसी समय दनुष्का चलते बने। तिलकरत्ने दिलशान ने एक छोर थामे रखा और 92 गेंदों पर 91 रन की मैच जिताऊ पारी खेली। अपने आक्रामक अंदाज के लिए मशहूर दिलशान ने सधी हुए बल्लेबाजी की और 9 चौके लगाए। उनकी पारी में कोई भी छक्का शामिल नहीं रहा। दिलशान को टेलर ने रनआउट करके पैवेलियन भेजा, लेकिन तब तक श्रीलंका काफी मजबूत स्थित में पहुंच गया था। दिलशान ने लहिरु थिरिमाने के साथ 111 रन की साझेदारी की।
दिलशान के आउट होने के बाद थिरिमाने और दिनेश चंडीमल ने मोर्चा संभाला और टीम को जिताकर लौटे। थिरिमाने ने 103 गेंदों में 87 रन बनाए, जिसमें 6 चौके और एक छक्का शामिल रहा। चंडीमल ने 39 गेंदों में 27 रन जोड़े।
न्यूजीलैंड की ओर से कोई भी गेंदबाज प्रभावी नहीं दिखा और श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने केन विलियम्सन को छोड़कर सभी को निशाना बनाया।
नहीं चले न्यूजीलैंड के बल्लेबाज
बैटिंग के लिए आसान विकेट पर पहले बैटिंग करते हुए न्यूजीलैंड टीम ने 50 ओवर में आठ विकेट पर महज 276 रन बनाए, जबकि इस पिच पर 300 से अधिक का स्कोर खड़ा किया जा सकता था। न्यूजीलैंड का कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल पाया। पिछले मैच में रिकॉर्ड फिफ्टी बनाने वाले मार्टिन गप्टिल ने 28 गेंदों में 30 रन बनाए। कप्तान केन विलियम्सन ने 59 रन का योगदान दिया, जबकि टॉम लाथम ने 47 गेंदों में 42 और मिचेल सैंटनर ने 46 गेंदों में 38 रन जोड़े। श्रीलंका की ओर से नुआन प्रदीप और दशमंथा चमीरा ने दो-दो विकेट लिए।
दनुष्का की आक्रामक पारी
श्रीलंका ने 276 रन के लक्ष्य को दो विकेट खोकर 46.2 ओवर में ही हासिल कर लिया। श्रीलंका के ओपनर दनुष्का गुनाथिलका और तिलकरत्ने दिलशान ने सधी हुई शुरुआत दी और पहले विकेट के लिए 98 रन जोड़े। दनुष्का ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए महज 45 गेंदों में 65 रन ठोक दिए। इस पारी में उन्होंने 7 चौके और 4 छक्के लगाए।
जमे रहे दिलशान
जब टीम का स्कोर 98 रन था, उसी समय दनुष्का चलते बने। तिलकरत्ने दिलशान ने एक छोर थामे रखा और 92 गेंदों पर 91 रन की मैच जिताऊ पारी खेली। अपने आक्रामक अंदाज के लिए मशहूर दिलशान ने सधी हुए बल्लेबाजी की और 9 चौके लगाए। उनकी पारी में कोई भी छक्का शामिल नहीं रहा। दिलशान को टेलर ने रनआउट करके पैवेलियन भेजा, लेकिन तब तक श्रीलंका काफी मजबूत स्थित में पहुंच गया था। दिलशान ने लहिरु थिरिमाने के साथ 111 रन की साझेदारी की।
दिलशान के आउट होने के बाद थिरिमाने और दिनेश चंडीमल ने मोर्चा संभाला और टीम को जिताकर लौटे। थिरिमाने ने 103 गेंदों में 87 रन बनाए, जिसमें 6 चौके और एक छक्का शामिल रहा। चंडीमल ने 39 गेंदों में 27 रन जोड़े।
न्यूजीलैंड की ओर से कोई भी गेंदबाज प्रभावी नहीं दिखा और श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने केन विलियम्सन को छोड़कर सभी को निशाना बनाया।
नहीं चले न्यूजीलैंड के बल्लेबाज
बैटिंग के लिए आसान विकेट पर पहले बैटिंग करते हुए न्यूजीलैंड टीम ने 50 ओवर में आठ विकेट पर महज 276 रन बनाए, जबकि इस पिच पर 300 से अधिक का स्कोर खड़ा किया जा सकता था। न्यूजीलैंड का कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल पाया। पिछले मैच में रिकॉर्ड फिफ्टी बनाने वाले मार्टिन गप्टिल ने 28 गेंदों में 30 रन बनाए। कप्तान केन विलियम्सन ने 59 रन का योगदान दिया, जबकि टॉम लाथम ने 47 गेंदों में 42 और मिचेल सैंटनर ने 46 गेंदों में 38 रन जोड़े। श्रीलंका की ओर से नुआन प्रदीप और दशमंथा चमीरा ने दो-दो विकेट लिए।
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