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Champions Trophy 2025: रोहित के सवाल की खुल गई पोल, "गंभीर बात" पर लगी मुहर, बीसीसीआई ने सभी खिलाड़ियों को थमा दी यह पर्ची

Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी के साथ ही टीम इंडिया अब एक नए आवरण में खेलेगी. और इसका असर भी देखने लायक होगा

Champions Trophy 2025: रोहित के सवाल की खुल गई पोल, "गंभीर बात" पर लगी मुहर, बीसीसीआई ने सभी खिलाड़ियों को थमा दी यह पर्ची
ICC Champions Trophy 2025: टीम इंडिया से इस मेगा इवेंट में बहुत ज्यादा उम्मदे हैं
नई दिल्ली:

हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे में मिली हार और सितारों के खराब प्रदर्शन के बाद मीडिया में "BCCI के 10 सूत्रीय अनुशासन एजेंडे" के बहुत ही ज्यादा चर्चे थे. हालांकि, तब प्रेस कॉन्फ्रेंस में कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने इस विषय पर सवाल पूछने पर कहा था, "किसने आपसे यह कहा? क्या किसी ने आधिकारिक रूप से कुछ कहा है?" हालांकि, रोहित की पोल भी इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में ही खुल गई, जब वह बगल में बैठे चीफ सेलेक्टर से यह कहते हुए पाए गए कि उन्हें इस विषय पर बीसीसीआई अधिकारियों के साथ बात करनी होगी. दरअसल, वार्ता शुरू होने से पहले जब अजित अगरकर से यह कह रहे थे तो उनकी आवाज स्पष्ट रूप से माइक्रोफोन में रिकॉर्ड हो गई. और मीडिया ने इसे लपकने में बिल्कुल  भी देर नहीं लगाई.  

बहरहाल, जो खबरें आ रही हैं, उनके अनुसार BCCI ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए सभी खिलाड़ियों को यात्रा, नेट्स, लगेज एलाउंस और परिवार साथ लेकर जाने के बारे में एसओपी (Standard operating procedure) भेज दिया है. हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे वनडे के दौरान खिलाड़ियों को तमाम दिशा-निर्देशों के बारे में बता दिया गया कि अनुशासन को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा. इसका अनुपालन तत्काल प्रभाव से मतलब चैंपियंस ट्रॉफी से अनुपालन होगा.

अब साफ तौर पर कहा जा सकता कि रोहित बातों को छिपाने का प्रयास कर रहे थे, या फिर खिलाड़ियों ने कप्तान से बीसीसीआई के सामने जो पक्ष रखने को कहा, वह बोर्ड ने नहीं सुना. मतलब साफ है कि अनुशासन के मसले पर बीसीसीआई ने हेड कोच गौतम गंभीर की बात को ऊपर रखते हुए दस सूत्रीय एजेंडे पर मुहर लगा दी. बोर्ड ने कहा, "दिशा-निर्देशों का मतलब  अनुशासन, एकता और टीम में सकारात्मक माहौल को प्रोत्साहित करना है. इसमें यह भी ध्यान रखा गया है कि दौरों और सीरीज के दौरान पेशेवर मानकों और परिचालन की क्षमता सुनिश्चित हो. 

एसओपी की सबसे खास बात

गाइड-लाइंस की सबसे खास बात यह है कि दौरों में निजी स्टॉफ पर पर रोक लगा दी गई है. नियमों के तहत, " विदेशी दौरों के दौर किसी बीसीसीआई से स्पष्टा से मंजूरी मिले बिना निजी स्टॉफ जैसे निजी प्रबंधक, शेफ, सहायक या  सिक्योरिटी गार्ड को साथ ले जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है. 

चैंपियंस ट्रॉफी में यह शख्स निभाएंगे मैनेजर की भूमिका

हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (HCA) के सचिव आर. देवराज मेगा इवेंट में टीम इंडिया के मैनेजर होंगे. और उन्हें सख्ती के साथ दिशा-निर्देशों का पालन करने के लिए कहा गया है. सूत्रों के अनुसार, "यहां से वापसी की कोई गुंजाइश नहीं है और खिलाड़ियों को यह अच्छी तरह से बता दिया गया है कि बीसीसीआई दिशा-निर्देशों को लेकर बहुत ही गंभीर है."

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