India vs Sri Lanka 1st Test: मोहाली के 'किले' को भेदना लंका टीम के लिए 'टेढ़ी खीर' साबित होगा, हम नहीं आंकड़े बोल रहे हैं

2000 के बाद से, मेजबान टीम ने इस मैदान पर खेले गए 10 में से 7 टेस्ट जीते हैं, जबकि तीन अन्य मैच ड्रॉ रहे हैं. 

India vs Sri Lanka 1st Test: मोहाली के 'किले' को भेदना लंका टीम के लिए 'टेढ़ी खीर' साबित होगा, हम नहीं आंकड़े बोल रहे हैं

भारत ने इस मैदान पर पहला मैच साल 1994 में खेला था

खास बातें

  • मोहाली में भारत को हराना बेहद मुश्किल
  • अभी तक श्रीलंका भारत में नहीं जीत पाई है कोई टेस्ट मैच
  • रोहित पहली बार करेंगे टेस्ट टीम की कप्तानी
नई दिल्ली:

शुक्रवार से भारत और श्रीलंका के बीच मोहाली के मैदान पर दो मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत होने जा रही है. आंकड़ों की मानें तो मोहाली का मैदान भारतीय टीम के लिए हमेशा से ही जीत का मैदान रहा है.  2000 के बाद से भारतीय टीम ने इस मैदान पर एक भी मैच नहीं हारा है. 

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भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम ने पहली बार दिसंबर 1994 में मोहाली के पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में टेस्ट मैच खेला. भारतीय टीम वेस्टइंडीज से 243 रनों के बड़े अंतर से उस मैच हार गई थी,  तब से लेकर अब तक मोहाली ने कुल 12 टेस्ट मैचों की मेजबानी की है और भारत कभी भी वहां कोई मैच नहीं हारा है.  इससे भी अच्छी बात यह है कि 2000 के बाद से, मेजबान टीम ने इस स्थल पर खेले गए 10 में से 7 टेस्ट जीते हैं, जबकि तीन अन्य मैच ड्रॉ रहे हैं. 


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मोहाली का मैदान भारतीय टीम के लिए सबसे लकी मैदानों में से एक है इस बात में कोई दो राय नहीं है. यह भारत की जमीन पर एक ऐसा गढ़ है जिसे हर विदेशी टीम भेदना चाहती है. शुक्रवार से श्रीलंका के लिए पहले टेस्ट मैच में इस मैदान पर भारतीय टीम को हराना किसी भारी चुनौती से कम नहीं होगा. हालांकि एशियाई टीमों को भारतीय पिचों पर खेलने में बहुत ज्यादा दिक्कत नहीं आती.  जब रोहित शर्मा शुक्रवार से श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम की अगुवाई करेंगे, तो उनके पास इस मैदान में भारत के उत्कृष्ट रिकॉर्ड को बनाए रखने का चैलेंज होगा. 

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    मोहाली का मैदान भारत के कुछ ऐसे मैदानों में से एक है जिनकी 1990 के दशक में पिच तेज गेंदबाजों की सहायता के लिए जानी जाती थी   लेकिन पिछले कुछ वर्षों में, स्पिनरों को पिच से समान रूप विकेट निकाल रहे हैं. रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा पिछले कुछ समय से गेंद के साथ भारत के सबसे बड़े मैच विजेता रहे हैं, क्योंकि उन्होंने घरेलू ट्रैक पर शानदार गेंदबाजी की है. श्रीलंका के खिलाफ दूसरा मैच 12 मार्च से बैंगलोर में खेला जाएगा. 

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