
रिचर्ड्सन ने क्रिस गेल को वर्तमान समय में दुनिया का सबसे विस्फोटक बल्लेबाज बनते हुए देखा है लेकिन उनका मानना है कि सर विवियन रिचर्ड्स जमैका के इस सलामी बल्लेबाज की तुलना में गेंदबाजों को अधिक दहशत में डालते थे।
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कोलंबो:
वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान रिची रिचर्ड्सन ने क्रिस गेल को वर्तमान समय में दुनिया का सबसे विस्फोटक बल्लेबाज बनते हुए देखा है लेकिन उनका मानना है कि सर विवियन रिचर्ड्स जमैका के इस सलामी बल्लेबाज की तुलना में गेंदबाजों को अधिक दहशत में डालते थे।
रिचर्ड्सन ने कहा, ‘‘दोनों (गेल और रिचर्ड्स) का अपने युगों में गेंदबाजों पर बहुत गहरा प्रभाव रहा है। लेकिन यदि मैं करीबी आकलन करता हूं तो अंतरराष्ट्रीय गेंदबाज रिचर्ड्स की तुलना में गेल को गेंदबाजी करना अधिक पसंद करते। विशेषकर टेस्ट मैचों में गेल की तुलना में रिचर्ड्स का दबदबा अधिक रहा। इसलिए मैं कहूंगा कि क्रिस गेल की तुलना में विवियन रिचर्ड्स ने गेंदबाजों को अधिक दहशत में रखा।’’
वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज रिचर्ड्स के साथ लगभग एक दशक तक खेलने वाले रिचर्ड्सन ने कहा, ‘‘लेकिन हां, ट्वेंटी-20 क्रिकेट में गेल अधिक विस्फोटक बल्लेबाज है।’’ रिचर्डसन से पूछा गया कि क्या गेल को क्लाइव लायड की 70 के दशक या 80 के दशक की शुरुआती टीम में जगह मिल पाती, उन्होंने कहा, ‘‘इन दोनों युगों की तुलना करना मुश्किल है क्योंकि परिस्थितियां भिन्न हैं। हमारे पास गोर्डन ग्रीनिज और डेसमंड हेन्स के रूप में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ सलामी जोड़ी थी।’’
वेस्टइंडीज की तरफ से 86 टेस्ट और 224 वनडे खेलने वाले इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा, ‘‘हां, यदि आप वनडे टीम की बात करो तो हो सकता था कि वह (गेल) टीम में होता। एक बात याद रखो कि कल का महान खिलाड़ी आज भी महान खिलाड़ी है।’’
गेल और रिचर्ड्स के स्वभाव की तुलना करते हुए रिचर्ड्सन ने कहा कि इसमें जमीन आसमान का अंतर है। उन्होंने कहा, ‘‘विव जब वेस्टइंडीज ड्रेसिंग रूम में होते थे तो वह यह सुनिश्चित करते थे कि उनकी बात सुनी जाए। उनकी उपस्थिति का आभास होता था। उनकी आवाज दमदार थी और वह बहिमरुखी थे। दूसरी तरफ गेल अंतमरुखी हैं। एक ऐसा इंसान जो बहुत कम बात करता है। आपने उसे बहुत कम बोलते हुए देखा होगा। लेकिन गेल की उपस्थिति टीम के लिये बहुत मायने रखती है।’’
रिचर्ड्सन ने डेरेन सैमी की कप्तानी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘‘वह वेस्टइंडीज क्रिकेट का महान दूत है। एक कप्तान में जो गुण होने चाहिए वे सभी उसमें हैं। जब उसे कप्तान बनाया गया तो वह वेस्टइंडीज की तरफ से खेल रहा था तथा कुछ लोग थे जो उससे ईर्ष्या करने लगे थे लेकिन उसने बहुत अच्छी तरह से यह भूमिका निभाई। कोच ओटिस गिब्सन को भी श्रेय जाता है। उनकी कार्यशैली बेहतरीन है और उन्होंने टीम को एक इकाई के रूप में तैयार किया।’’
रिचर्ड्सन ने कहा, ‘‘दोनों (गेल और रिचर्ड्स) का अपने युगों में गेंदबाजों पर बहुत गहरा प्रभाव रहा है। लेकिन यदि मैं करीबी आकलन करता हूं तो अंतरराष्ट्रीय गेंदबाज रिचर्ड्स की तुलना में गेल को गेंदबाजी करना अधिक पसंद करते। विशेषकर टेस्ट मैचों में गेल की तुलना में रिचर्ड्स का दबदबा अधिक रहा। इसलिए मैं कहूंगा कि क्रिस गेल की तुलना में विवियन रिचर्ड्स ने गेंदबाजों को अधिक दहशत में रखा।’’
वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज रिचर्ड्स के साथ लगभग एक दशक तक खेलने वाले रिचर्ड्सन ने कहा, ‘‘लेकिन हां, ट्वेंटी-20 क्रिकेट में गेल अधिक विस्फोटक बल्लेबाज है।’’ रिचर्डसन से पूछा गया कि क्या गेल को क्लाइव लायड की 70 के दशक या 80 के दशक की शुरुआती टीम में जगह मिल पाती, उन्होंने कहा, ‘‘इन दोनों युगों की तुलना करना मुश्किल है क्योंकि परिस्थितियां भिन्न हैं। हमारे पास गोर्डन ग्रीनिज और डेसमंड हेन्स के रूप में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ सलामी जोड़ी थी।’’
वेस्टइंडीज की तरफ से 86 टेस्ट और 224 वनडे खेलने वाले इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा, ‘‘हां, यदि आप वनडे टीम की बात करो तो हो सकता था कि वह (गेल) टीम में होता। एक बात याद रखो कि कल का महान खिलाड़ी आज भी महान खिलाड़ी है।’’
गेल और रिचर्ड्स के स्वभाव की तुलना करते हुए रिचर्ड्सन ने कहा कि इसमें जमीन आसमान का अंतर है। उन्होंने कहा, ‘‘विव जब वेस्टइंडीज ड्रेसिंग रूम में होते थे तो वह यह सुनिश्चित करते थे कि उनकी बात सुनी जाए। उनकी उपस्थिति का आभास होता था। उनकी आवाज दमदार थी और वह बहिमरुखी थे। दूसरी तरफ गेल अंतमरुखी हैं। एक ऐसा इंसान जो बहुत कम बात करता है। आपने उसे बहुत कम बोलते हुए देखा होगा। लेकिन गेल की उपस्थिति टीम के लिये बहुत मायने रखती है।’’
रिचर्ड्सन ने डेरेन सैमी की कप्तानी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘‘वह वेस्टइंडीज क्रिकेट का महान दूत है। एक कप्तान में जो गुण होने चाहिए वे सभी उसमें हैं। जब उसे कप्तान बनाया गया तो वह वेस्टइंडीज की तरफ से खेल रहा था तथा कुछ लोग थे जो उससे ईर्ष्या करने लगे थे लेकिन उसने बहुत अच्छी तरह से यह भूमिका निभाई। कोच ओटिस गिब्सन को भी श्रेय जाता है। उनकी कार्यशैली बेहतरीन है और उन्होंने टीम को एक इकाई के रूप में तैयार किया।’’
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