नई दिल्ली:
कप्तान के रूप में एमएस धोनी पहली ही परीक्षा में अव्वल आए और उसके बाद उनकी उपलब्धियां एक-एक कर बढ़ती ही चली गईं। 2007 में खेले गए पहले टी20 वर्ल्डकप में धोनी को कप्तानी सौंपी गई और उन्होंने भारत को झोली में वर्ल्डकप डाल दिया। इसके बाद धोनी ने कई बड़ी सीरीज और सम्मान भारत को दिलाए।
पढ़ें धोनी की कप्तानी में सबसे बड़ी जीत...
वर्ल्ड टी20 2007 : कहावत है कि पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं। धोनी के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। 2007 में खेले गए पहले टी20 वर्ल्डकप में सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया गया तो धोनी को टीम की कमान सौंपी गई। याद रहे ही वर्ल्ड कप से पहले टीम इंडिया ने सिर्फ एक टी20 मैच खेला था। धोनी की करिश्माई कप्तानी में टीम इंडियी विश्व विजेता बनकर दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटी।
सीबी सीरीज 2007-08 : ऑस्ट्रेलिया में खेली जाने वाली इस त्रिकोणीय सीरीज में भारतीय टीम पहले श्रीलंका को बाहर करके फाइनल में पहुंची और फिर 3 में से पहले दो फाइनल मैच जीतकर ऑस्ट्रेलिया को उसी की धरती पर धूल चटाई।
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2008, 2010 और 2013 : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाने वाली इस टेस्ट सीरीज का काफी महत्व है। इसे दोनों देशों के बीच वर्चस्व की लड़ाई के तौर पर देखा जाता है। 2008 में भारत में खेली गई इस सीरीज में टीम इंडिया ने 2-0 से यह सीरीज अपने नाम की, ऑस्ट्रेलियाई टीम 2 मैच ड्रॉ करवाने में सफल रही। 2010 में भारत ने एक बार फिर इस ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। 2013 में वो हुआ जो पिछले 40 साल में नहीं हुआ था। टीम इंडिया ने चेन्नई, हैदराबाद, मोहाली और दिल्ली में खेले गए चारों मैचों में जीत दर्ज करके ऑस्ट्रेलिया का सूपड़ा साफ कर दिया।
एशिया कप 2010 : श्रीलंका में खेले गए एशिया कप में मेजबान के अलावा भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश ने हिस्सा लिया। 15 से 24 जून तक खेले गए एशिया कप में धोनी की सेना ने ट्रॉफी पर कब्जा किया। फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने मेजबान श्रीलंका को 81 रन से मात दी।
वर्ल्डकप 2011 : भारतीय उपमहाद्वीप में खेले गए इस विश्वकप में दुनिया की चोटी की 14 टीमों ने हिस्सा लिया। धोनी की सेना से उम्मीदें तो सभी देशवासियों को थी, लेकिन दिल और दिमाग अलग-अलग बातें कर रहे थे। हमेशा की तरह टीम वर्ल्डकप के मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका से हार गई, क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराने के बाद हमेशा की तरह सेमीफाइनल में पाकिस्तान को मोहाली के मैदान में धूल चटाई। इसके बाद 2 अप्रैल को मुंबई में खेले गए फाइनल मुकाबले में श्रीलंका को हराकर 28 साल बाद फिर से वर्ल्ड कप पर कब्जा कर लिया।
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2013 : इंग्लैंड में खेली गई आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में धोनी की सेना ने सभी विरोधियों को पटखनी देते हुए खिताब पर कब्जा कर लिया। पूरी ट्रॉफी के दौरान भारतीय खिलाड़ियों का दबदबा किस कदर रहा उसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शिखर धवन 'मैन ऑफ द सीरीज' रहे और सबसे ज्यादा (363) रन भी उन्होंने ही बनाए। टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट भारतीय स्पिनर रविंद्र जडेजा (12) के नाम रहे।
इसके अलावा आईपीएल में भी धोनी ने अपनी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स को दो बार (2010 और 2011) खिताब दिलाया है और चैंपियंस लीग टी20 में भी उन्होंने सुपरकिंग्स की टीम को (2010 और 2014) में चैंपियन बनाया है।
पढ़ें धोनी की कप्तानी में सबसे बड़ी जीत...
वर्ल्ड टी20 2007 : कहावत है कि पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं। धोनी के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। 2007 में खेले गए पहले टी20 वर्ल्डकप में सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया गया तो धोनी को टीम की कमान सौंपी गई। याद रहे ही वर्ल्ड कप से पहले टीम इंडिया ने सिर्फ एक टी20 मैच खेला था। धोनी की करिश्माई कप्तानी में टीम इंडियी विश्व विजेता बनकर दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटी।
सीबी सीरीज 2007-08 : ऑस्ट्रेलिया में खेली जाने वाली इस त्रिकोणीय सीरीज में भारतीय टीम पहले श्रीलंका को बाहर करके फाइनल में पहुंची और फिर 3 में से पहले दो फाइनल मैच जीतकर ऑस्ट्रेलिया को उसी की धरती पर धूल चटाई।
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2008, 2010 और 2013 : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाने वाली इस टेस्ट सीरीज का काफी महत्व है। इसे दोनों देशों के बीच वर्चस्व की लड़ाई के तौर पर देखा जाता है। 2008 में भारत में खेली गई इस सीरीज में टीम इंडिया ने 2-0 से यह सीरीज अपने नाम की, ऑस्ट्रेलियाई टीम 2 मैच ड्रॉ करवाने में सफल रही। 2010 में भारत ने एक बार फिर इस ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। 2013 में वो हुआ जो पिछले 40 साल में नहीं हुआ था। टीम इंडिया ने चेन्नई, हैदराबाद, मोहाली और दिल्ली में खेले गए चारों मैचों में जीत दर्ज करके ऑस्ट्रेलिया का सूपड़ा साफ कर दिया।
एशिया कप 2010 : श्रीलंका में खेले गए एशिया कप में मेजबान के अलावा भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश ने हिस्सा लिया। 15 से 24 जून तक खेले गए एशिया कप में धोनी की सेना ने ट्रॉफी पर कब्जा किया। फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने मेजबान श्रीलंका को 81 रन से मात दी।
वर्ल्डकप 2011 : भारतीय उपमहाद्वीप में खेले गए इस विश्वकप में दुनिया की चोटी की 14 टीमों ने हिस्सा लिया। धोनी की सेना से उम्मीदें तो सभी देशवासियों को थी, लेकिन दिल और दिमाग अलग-अलग बातें कर रहे थे। हमेशा की तरह टीम वर्ल्डकप के मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका से हार गई, क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराने के बाद हमेशा की तरह सेमीफाइनल में पाकिस्तान को मोहाली के मैदान में धूल चटाई। इसके बाद 2 अप्रैल को मुंबई में खेले गए फाइनल मुकाबले में श्रीलंका को हराकर 28 साल बाद फिर से वर्ल्ड कप पर कब्जा कर लिया।
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2013 : इंग्लैंड में खेली गई आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में धोनी की सेना ने सभी विरोधियों को पटखनी देते हुए खिताब पर कब्जा कर लिया। पूरी ट्रॉफी के दौरान भारतीय खिलाड़ियों का दबदबा किस कदर रहा उसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शिखर धवन 'मैन ऑफ द सीरीज' रहे और सबसे ज्यादा (363) रन भी उन्होंने ही बनाए। टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट भारतीय स्पिनर रविंद्र जडेजा (12) के नाम रहे।
इसके अलावा आईपीएल में भी धोनी ने अपनी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स को दो बार (2010 और 2011) खिताब दिलाया है और चैंपियंस लीग टी20 में भी उन्होंने सुपरकिंग्स की टीम को (2010 और 2014) में चैंपियन बनाया है।
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