
- ओवल टेस्ट में आकाश दीप ने बेन डकेट को आउट करने के बाद उनके कंधे पर हाथ रखा और कुछ शब्द बोलते हुए दिखाई दिए.
- आकाश को ICC से कोई सजा नहीं मिली है, लेकिन डकेट के कोच का मानना है कि उन्हें दंडित किया जाना चाहिए.
- जेम्स नॉट ने कहा है कि युवाओं को हतोत्साहित करने के लिए आकाश दीप पर सैंक्शन की जरूरत है.
Ben Duckett Duckett's coach James Knott on Akash Deep: भारत-इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी सीरीज 2-2 से ड्रॉ पर समाप्त हुई. इस सीरीज का एकमात्र मैच जो ड्रॉ हुआ, वो मैनचेस्ट टेस्ट रहा, जहां भारत ने पांच सेशन कर बल्लेबाजी कर मैच को ड्रॉ करवाने में सफलता पाई. 25 दिनों के क्रिकेट एक्शन के दौरान सिर्फ बैट और बॉल के बीच संघर्ष नहीं हुआ बल्कि खिलाड़ियों के बीच भी गहमागहमी दिखाई दी. हालांकि खिलाड़ियों ने काफी संयत दिखाया, लेकिन कुछ मौकों पर यह अत्याधिक भी लगा. इस सीरीज की सबसे चर्चित घटनाओं में से एक केनिंग्टन ओवल में 5वें टेस्ट में हुई, जहां भारतीय तेज गेंदबाज आकाश दीप इंग्लैंड के बल्लेबाज बेन डकेट के कंधों पर हाथ रखते हुए उन्हें सीऑफ करते नजर आए.
ओवल टेस्ट में आकाश दीप ने बेन डकेट को आउट करने के बाद उनके कंधे पर हाथ रखा और कुछ शब्द बोलते हुए दिखाई दिए. केएल राहुल, जो दौरे पर टीम के सबसे सीनियर खिलाड़ी रहे, उन्हें समय रहते हस्तक्षेप किया और आकाश को बड़ी गलती करने से रोक लिया. हालांकि आकाश को इस हरकत के लिए आईसीसी की तरफ से कोई सजा नहीं दी गई है, लेकिन बेन डकेट के कोच का मानना है कि भारत के तेज गेंदबाज को दंडित किया जाना चाहिए.
डकेट के कोच जेम्स नॉट ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा,"यह एक प्रतिस्पर्धी सीरीज का हिस्सा था, लेकिन निश्चित रूप से युवाओं को हतोत्साहित करने के लिए सैंक्शन की जरूरत है. साथ ही, यह मुझे व्यक्तिगत रूप से परेशान नहीं करता है."
डकेट ने सीरीज में 51.33 की औसत और 82.94 की स्ट्राइक-रेट के साथ 462 रन बनाए. इंग्लैंड ने सीरीज की शुरुआत में बैजबॉल अप्रोच अपनाया था, लेकिन लॉर्ड्स टेस्ट और उसके बाद से वह पारंपरिक शैली में खेलती दिखी. हालांकि, डकेट ने केवल एक ही तरीका अपनाया और वो आक्रामक खेलते रहे. इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज के कोच ने उन विशेषताओं पर प्रकाश डाला जो उन्हें विशेष बनाती हैं.
जेम्स नॉट ने कहा,"अक्सर लोग कहते हैं कि वह शायद बहुत शांतचित्त है, लेकिन जब डकेट बीच में आउट होता है तो वह बहुत प्रतिस्पर्धी होता है, जैसा कि आपने हालिया टेस्ट सीरीज के दौरान देखा. शुभमन गिल ने मुझे बताया कि जब डकेट क्रीज पर था तो उसने चुनौती का आनंद लिया."
जेम्स नॉट ने आगे कहा,"वह छोटे कद का है, बाएं हाथ का है, स्क्वायर की तरफ स्कोर करता है, कई क्षेत्रों में दोनों तरफ स्वीप करता है. उस अर्थ में, डकेट न केवल गेंदबाजी करने के लिए एक कठिन व्यक्ति है, बल्कि कई अन्य खिलाड़ियों से बहुत अलग है. उदाहरण के लिए, गिल के बारे में सोचें, जो बहुत अधिक रूढ़िवादी खिलाड़ी है."
नॉट ने आगे कहा,"जब मैंने पहली बार डकेट को देखा, तो उसके पास पहले से ही रिवर्स स्वीप और स्विच हिट था लेकिन हमने ऑर्थोडॉक्स स्वीप जोड़ा. वह हमेशा अपनी उम्र के हिसाब से सबसे छोटे खिलाड़ियों में से एक थे, लेकिन गेंद को उनमें से अधिकांश की तुलना में अधिक मजबूती से मारते थे. अंडर-14 या अंडर-15 स्तर के क्रिकेट के दौरान उन्होंने जो सबसे बड़ी बात सीखी वह यह थी कि जरूरी नहीं कि उनके पास बाउंड्री पार करने की ताकत हो. इसलिए उन्हें गेंद को नीचे रखना सीखना पड़ा, जो वह अब भी करते हैं."
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