नई दिल्ली:
बीसीसीआई ने आज कहा कि वह खेल से भ्रष्टाचार की बुराई को खत्म करने के लिए काम कर रहा है, लेकिन खुद की कुछ सीमाएं हैं और हाल में स्पॉट फिक्सिंग विवाद के कारण किसी को आईपीएल की साख पर सवाल नहीं उठाना चाहिए।
दिल्ली पुलिस ने विवादास्पद तेज गेंदबाज एस श्रीसंत, स्पिनर अंकित चव्हाण और अजीत चंदीला को आईपीएल के मौजूदा सत्र के तीन मैचों में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में गिरफ्तार किया।
बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने ‘एनडीटीवी’ से कहा, जो कुछ हुआ, उससे कोई भी इनकार नहीं कर सकता। हम बैठे नहीं रहेंगे और इसे होने की अनुमति नहीं देंगे। इसका क्या असर होगा, देखते हैं कि क्या होता है। आईपीएल अब भी विश्वसनीय है। इस पर आरोप लगे हैं और हम इसकी जड़ तक जाएंगे।
बीसीसीआई प्रमुख ने कहा, यह खिलाड़ियों के जोखिम का स्पष्ट संकेत है। ये रणजी और टेस्ट खिलाड़ी हैं। ऐसा नहीं है कि वे नहीं जानते थे कि क्या गलत है, लेकिन उन्होंने फिर भी ऐसा किया। ऐसा लगता है कि वे लालची हो गए थे। ऐसा लगता है कि तीन खिलाड़ी शिकार बन गए।
श्रीनिवासन ने इस भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए अपने प्रयासों का भी उल्लेख किया और स्वीकार किया कि ऐसा करने में उनकी सीमाएं हैं। उन्होंने कहा, हमारे पास राज्य, सरकार, पुलिस या एजेंसी जैसे संसाधन नहीं हैं। हम कुछ निश्चित सीमाओं के अंतर्गत काम करते हैं। हम आईसीसी की भ्रष्टाचार रोधक इकाई की सेवाएं लेते हैं। हमारी कार्यकारी समिति की बैठक है और हम सभी पहलुओं को देखेंगे। हम इसमें अपनी भ्रष्टाचार रोधी इकाई की बात सुनेंगे। हम सारी सूचना मिलने का इंतजार करेंगे। श्रीनिवासन ने यह भी कहा कि दोषी खिलाड़ियों को बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा, हम प्रक्रिया के अनुसार काम करेंगे। उसे (श्रीसंत) को अनुशासनात्मक जांच का सामना करना होगा। इसका जो भी निष्कर्ष होगा, अगर वह दोषी पाया जाता है तो उसके आधार पर सजा दी जाएगी।
दिल्ली पुलिस ने विवादास्पद तेज गेंदबाज एस श्रीसंत, स्पिनर अंकित चव्हाण और अजीत चंदीला को आईपीएल के मौजूदा सत्र के तीन मैचों में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में गिरफ्तार किया।
बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने ‘एनडीटीवी’ से कहा, जो कुछ हुआ, उससे कोई भी इनकार नहीं कर सकता। हम बैठे नहीं रहेंगे और इसे होने की अनुमति नहीं देंगे। इसका क्या असर होगा, देखते हैं कि क्या होता है। आईपीएल अब भी विश्वसनीय है। इस पर आरोप लगे हैं और हम इसकी जड़ तक जाएंगे।
बीसीसीआई प्रमुख ने कहा, यह खिलाड़ियों के जोखिम का स्पष्ट संकेत है। ये रणजी और टेस्ट खिलाड़ी हैं। ऐसा नहीं है कि वे नहीं जानते थे कि क्या गलत है, लेकिन उन्होंने फिर भी ऐसा किया। ऐसा लगता है कि वे लालची हो गए थे। ऐसा लगता है कि तीन खिलाड़ी शिकार बन गए।
श्रीनिवासन ने इस भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए अपने प्रयासों का भी उल्लेख किया और स्वीकार किया कि ऐसा करने में उनकी सीमाएं हैं। उन्होंने कहा, हमारे पास राज्य, सरकार, पुलिस या एजेंसी जैसे संसाधन नहीं हैं। हम कुछ निश्चित सीमाओं के अंतर्गत काम करते हैं। हम आईसीसी की भ्रष्टाचार रोधक इकाई की सेवाएं लेते हैं। हमारी कार्यकारी समिति की बैठक है और हम सभी पहलुओं को देखेंगे। हम इसमें अपनी भ्रष्टाचार रोधी इकाई की बात सुनेंगे। हम सारी सूचना मिलने का इंतजार करेंगे। श्रीनिवासन ने यह भी कहा कि दोषी खिलाड़ियों को बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा, हम प्रक्रिया के अनुसार काम करेंगे। उसे (श्रीसंत) को अनुशासनात्मक जांच का सामना करना होगा। इसका जो भी निष्कर्ष होगा, अगर वह दोषी पाया जाता है तो उसके आधार पर सजा दी जाएगी।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
बीसीसीआई, एन श्रीनिवासन, स्पॉट फिक्सिंग, श्रीसंत, अंकित चव्हाण, BCCI, N Srinivasan, Spot Fixing, S Sreesanth, Ankeet Chavan, IPL