अंपायरों के गलत फैसले से आहत बीसीसीआई डीआरएस के सशर्त उपयोग पर टीम से बात करेगा

अंपायरों के गलत फैसले से आहत बीसीसीआई डीआरएस के सशर्त उपयोग पर टीम से बात करेगा

डीआरएस के उपयोग करते कप्तान धोनी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्तमान वनडे क्रिकेट सीरीज के दौरान अंपायरों के कुछ गलत फैसलों के कारण निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) फिर से चर्चा में है और बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने सोमवार को कहा कि टीम के स्वदेश लौटने पर इसके सशर्त उपयोग पर चर्चा की जाएगी।

पहले वनडे के दौरान भारत को तब बड़ा नुकसान हुआ जब जार्ज बेली ने बरिंदर सिंह सरण की पहली गेंद पर विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी को कैच दे दिया था लेकिन अंपायर ने अपील ठुकरा दी। ऑस्ट्रेलिया का स्कोर तब दो विकेट पर 21 रन था। बेली ने बाद में शतक जमाया और अपनी टीम को जीत दिलायी।

तीसरे मैच में भी डीआरएस नहीं होने से बेली को नाबाद करार दिया। बीसीसीआई सचिव ने कहा कि यदि पगबाधा के लिए गेंद की ट्रैंकिंग तकनीक को हटा दिया जाता है तो वे इस पर विचार कर सकते हैं।

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ठाकुर से जब आईसीसी के प्रचार कार्यक्रम के दौरान जब पूछा गया, उन्होंने कहा, ‘‘मैं पहले की बात पर कायम हूं कि डीआरएस वर्तमान रूप में पूरी तरह सही नहीं है। लेकिन यदि पगबाधा वाला हिस्सा हटा दिया जाता है तो हम इस तकनीक के सशर्त उपयोग पर विचार कर सकते हैं। खिलाड़ियों के ऑस्ट्रेलिया से वापस लौटने के बाद हम इस मसले पर उनसे बातचीत करेंगे।’’