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BCCI ने सख्त किए तेवर, घरेलू क्रिकेट से लेकर परिवार तक... बनाए ये 10 'नियम', नहीं मानने पर मिलेगा सजा

BCCI 10-point policy: ऑस्ट्रेलिया में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-3 से मिली हार के बाद बीसीसीआई एक्शन में हैं. बोर्ड ने गुरुवार को टीम में 'अनुशासन और एकजुटता' को बढ़ावा देने के लिए 10 सूत्री नीति जारी की है.

BCCI ने सख्त किए तेवर, घरेलू क्रिकेट से लेकर परिवार तक... बनाए ये 10 'नियम', नहीं मानने पर मिलेगा सजा
Team India: ऑस्ट्रेलिया में मिली हार के बाद बीसीसीआई ने भारतीय टीम के खिलाड़ियों को लेकर 10 प्वाइंट में दिशा निर्देश जारी किए हैं.

ऑस्ट्रेलिया में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-3 से मिली हार के बाद बीसीसीआई एक्शन में हैं. बोर्ड ने गुरुवार को टीम में 'अनुशासन और एकजुटता' को बढ़ावा देने के लिए 10 सूत्री नीति जारी की है. जिसमें घरेलू क्रिकेट में खेलना अनिवार्य, दौरे पर परिवार और निजी स्टाफ की मौजूदगी पर पाबंदी और सीरीज के दौरान व्यक्तिगत विज्ञापन पर प्रतिबंध जैसे कई उपाय शामिल हैं. इस नीति का पालन नहीं करने पर खिलाड़ियों पर जुर्माना लगाया जाएगा जिसमें केंद्रीय अनुबंधों से उनकी रिटेनर फीस में कटौती और लुभावनी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भाग लेने पर रोक शामिल है.

बोर्ड ने इसके साथ ही विदेशी दौरों के दौरान खिलाड़ियों के साथ परिवारों के रहने के लिए केवल दो सप्ताह की अवधि को मंजूरी दी है, इसके अलावा निजी स्टाफ और व्यावसायिक फोटो शूट पर प्रतिबंध लगाए हैं.  इस दस्तावेज में यह भी कहा गया है कि अब से खिलाड़ियों को दौरे के दौरान अलग से यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी तथा दौरे या मैच के जल्दी समाप्त होने की स्थिति में उन्हें जल्दी नहीं जाने दिया जाएगा.
 

  1. घरेलू क्रिकेट में खेलना जरुरी: बीसीसीआई के नए दिशानिर्देशों के अनुसार, खिलाड़ियों को नेशनल टीम में चयन और केंद्रीय अनुबंध के योग्य बने रहने के लिए घरेलू मैचों में भाग लेना अनिवार्य है. यह नीति, खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट तंत्र से जुड़ो रहेंगी, प्रतिभा को निखारने में मदद करेगी, मैच फिटनेस बनाए रखेगी और समग्र घरेलू संरचना को मजबूत करेंगी. यह उभरते खिलाड़ियों को शीर्ष क्रिकेटरों के साथ प्रतिस्पर्धा करने का अवसर प्रदान करेगी, जिससे वो प्रेरित हो सकेंगे. किसी भी खिलाड़ी को केवल असाधारण परिस्थितियों में ही इस नियम से छूट दी जाएगी. खिलाड़ी को छूट देने के लिए चयन समिति के अध्यक्ष से अनुमति की जरुरत होगी, जिससे पारदर्शिता बनी रहे.
  2. परिवार के साथ यात्रा नहीं करेंगे खिलाड़ी: सभी खिलाड़ियों से मैच और अभ्यास सत्र के लिए टीम के साथ यात्रा करने की अपेक्षा की जाती है. अनुशासन और टीम एकजुटता बनाए रखने के लिए खिलाड़ी के अपने परिजनों के साथ अलग यात्रा व्यवस्था को अब प्रोत्साहित नहीं किया जाएगा. हालांकि, किसी खिलाड़ी को इससे छूट तभी मिलेगी, जब मुख्य कोच और चयन समिति के अध्यक्ष ने पहले से इसकी अनुमति दी हो.
  3. बैगेज को लेकर बना नियम: अब खिलाड़ियों के बैगेज को सीमित कर दिया गया है. घरेलू दौरे और विदेशी दौरे के लिए नियम अलग-अलग होंगे. अगर कोई खिलाड़ी तय सीमा से अधिक बैग लेकर चलता है तो इसका भुगतान उसे स्वंय करना होगा. इस नियम से बोर्ड को लॉजिस्टिक्स को व्यवस्थित करने और अनावश्यक खर्चों से बचने में मदद मिलेगी.
  4. टूर/सीरीज़ पर व्यक्तिगत स्टाफ पर प्रतिबंध: बीसीसीआई ने किसी दौरे पर या सीरीज के लिए खिलाड़ियों या टीम स्टाफ के किसी भी सदस्य के व्यक्तिगत स्टाफ (जैसे, व्यक्तिगत मैनेजर, शेफ, सहायक और सुरक्षा) पर बैन कर दिया है. हालांकि, बीसीसीआई द्वारा स्पष्ट रूप से अनुमति मिलने के बाद ही व्यक्तिगत स्टाफ को मंजूरी दी जाएगी. इस नियम से बोर्ड का फोकस, टीम ऑपरेशन पर बना रहेगा और लॉजिस्टिक चुनौतियों को कम किया जाए. बोर्ड से स्पष्ट तौर पर लिखा है कि व्यक्तिगत स्टाफ रखने से बचना होगा.
  5. सेंटर ऑफ एक्सीलेंस पर अलग से बैग भेजने को लेकर बोर्ड ने नया नियम बनाया है कि खिलाड़ियों को अब अपने उपकरण और व्यक्तिगत वस्तुओं को बेंगलुरू भेजने के लिए टीम मैनेजमेंट से समन्वय बनाना होगा. अब से किसी अलग व्यवस्थाओं के कारण बोर्ड को कोई अतिरिक्त खर्च आता है तो यह खिलाड़ी से लिया जाएगा.
  6. कोई खिलाड़ी जल्दी नहीं छोड़ेगा अभ्यास सत्र: बोर्ड ने साफ शब्दों में कह दिया है कि अब सभी खिलाड़ियों को निर्धारित प्रैक्टिस सेशन के पूरे समय के लिए रुकना होगा और वेन्यू पर पहुंचने और वहां से निकलने के दौरान एक साथ रहना होगा. यह नियम प्रतिबद्धता सुनिश्चित करेगा है और टीम के अंदर एक मजबूत कार्य नीति को बढ़ावा देगा. 
  7. सीरीज/टूर के खिलाड़ी नहीं कर पाएंगे पर्सनल शूट: अब से कोई भी खिलाड़ी किसी सीरीज या टूर के दौरान किसी भी शूट या विज्ञापन में शामिल नहीं हो पाएगा. बोर्ड का मानना है कि यह ध्यान भटकाने से बचाता है और सुनिश्चित करता है कि खिलाड़ियों का ध्यान क्रिकेट और टीम की जिम्मेदारियों पर बना रहे.
  8. फैमली के ट्रेवल को लेकर बनाई नई पॉलिसि: बोर्ड ने खिलाड़ियों के फैमली मेंबर को दौरे पर साथ रखने के लिए एक नई पॉलिसि बनाई है. यह नियम से खिलाड़ियों की पर्सनल लाइफ और टीम कमिटमेंट के बीच एक बैलेंस बनेगा. हालांकि, इसके लिए कुछ नियम है. अगर कोई खिलाड़ी भारत से बाहर रहता है - 45 दिन या अधिक समय तक, तो खिलाड़ी एक बार- दो सप्ताह के लिए अपने परिजनों के साथ रह सकता है.
  9. बीसीसीआई की शूटिंग और समारोहों में भाग लेना: बोर्ड ने खिलाड़ियों को बीसीसीआई की आधिकारिक शूटिंग, प्रचार गतिविधियों और कार्यों के लिए उपलब्ध रहना आवश्यक बताया है. बोर्ड की मानें तो इससे स्टेकहोल्डर के प्रति प्रतिबद्धताओं को बनाए रखने और खेल को प्रभावी ढंग से बढ़ावा देने में मदद मिलेगी.
  10. अब जल्दी नहीं लौट पाएंगे खिलाड़ी: अभी तक ऐसा देखा गया था कि कई खिलाड़ी मैच खत्म होने पर जल्दी घर लौट जाते थे, लेकिन बोर्ड ने अब इस पर रोक लगा दी है. बीसीसीआई ने अब खिलाड़ियों को सीरीज या दौरे के निर्धारित अंत तक टीम के साथ रहना आवश्यक बना दिया है, भले ही मैच शेड्यूल से पहले समाप्त हो. यह खिलाड़ियों के बीच एकता सुनिश्चित करेगा, टीम बॉन्डिंग बढ़ेगी और टीम की गतिशीलता में व्यवधान से बचाएगा.

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