एन श्रीनिवासन (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
जब से यह खबरें आई हैं कि BCCI ने इंग्लैंड की एक सिक्योरिटी और जांच कंपनी पेज प्रोटेक्टिव सर्विसेज़ को 6 करोड़ रुपये में फोन टैप करने के लिए लगाया था, तब से बीसीसीआई में श्रीनिवासन और उनके विरोधी कैंप में भी सरगर्मी तेज हो गई है। इस बात की जांच चल रही है कि पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने इस कंपनी से विरोधियों के फोन टैप क्यों करवाए। बीसीसीआई और आईसीसी से बाहर होने के बावजूद एन श्रीनिवासन की परेशानियां कम होती नहीं दिख रहीं।
बढ़ती जा रहीं श्रीनिवासन की मुश्किलें
बीसीसीआई में एन श्रीनिवासन का तख़्ता पलट चुका है। इससे पहले एन श्रीनिवासन सुप्रीम कोर्ट में चल रहे मुकदमे के दौरान भी उसका तोड़ निकालते दिखाई देते थे, लेकिन शशांक मनोहर के गद्दी संभालने के बाद से श्रीनिवासन की मुश्किलों का सिलसिला लगातार बढ़ता ही जा रहा है। श्रीनिवासन को पिछले दिनों आईसीसी की गद्दी छोड़नी पड़ी और अब उन पर बीसीसीआई स्नूपगेट स्कैंडल के छींटे पड़ते दिखाई दे रहे हैं। इसी महीने बीसीसीआई ने अपनी सालाना बैठक में दो सदस्यों की समिति को यह जांच करने के आदेश दिए कि इंग्लैंड की एक सिक्योरिटी और जांच कंपनी पेज प्रोटेक्टिव सर्विसेज़ यानी PPS को 9 लाख अमेरिकी डॉलर, यानी 6 करोड़ रुपये क्यों और किसके आदेश पर दिए गए?
कंपनी ने माना बीसीसीआई से काम मिला
खबरों के मुताबिक PPS ने यह तो मान लिया है कि उसे बीसीसीआई की ओर से काम मिला था, लेकिन उन्होंने इसके बारे में और खुलासा करने से मना कर दिया है। माना जा रहा है कि उन दिनों बीसीसीआई और एन श्रीनिविसन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा चल रहा था और श्रीनिवासन पर भारतीय क्रिकेट के अध्यक्ष का पद छोड़ने के लिए बेइंतहा दबाव था।
आरोप साबित होने पर श्रीनिवासन को लगेगा करारा झटका
कहा जा रहा है कि श्रीनिवासन ने बोर्ड में मौजूद अपने सभी विरोधियों के फोन टैप करवाए। PPS कंपनी की जांच के जरिए अगर ऐसा कुछ साबित हो जाता है कि श्रीनिवासन ने बीसीसीआई के पैसे से लोगों के फोन टैप करवाए और उसका इस्तेमाल भी किया तो श्रीनिवासन की निजी छवि पर यह एक और करारा झटका होगा।
बीसीसीआई की ओर से बनाई गई अजय शिर्के और जी गंगराजू की समिति ने पूर्व सचिव संजय पटेल और कोषाध्यक्ष अनिरूद्ध चौधरी से इस बारे में मुलाकात कर मामले की तह तक जाने की कोशिश की है। आईपीएल चेयरमैन ने इस वक्त विवादों से बचते हुए कहा, "इसकी जांच के लिए समिति बना दी गई है। जांच के बाद ही इस बारे में कुछ कहना ठीक होगा। इस वक्त मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता।"
शशांक मनोहर ने बीसीसीआई की गद्दी संभालते ही इसकी छवि साफ करने की मुहिम उठाई थी। बीसीसीआई इस दिशा में तेजी से कदम उठाता नज़र आ रहा है।
बढ़ती जा रहीं श्रीनिवासन की मुश्किलें
बीसीसीआई में एन श्रीनिवासन का तख़्ता पलट चुका है। इससे पहले एन श्रीनिवासन सुप्रीम कोर्ट में चल रहे मुकदमे के दौरान भी उसका तोड़ निकालते दिखाई देते थे, लेकिन शशांक मनोहर के गद्दी संभालने के बाद से श्रीनिवासन की मुश्किलों का सिलसिला लगातार बढ़ता ही जा रहा है। श्रीनिवासन को पिछले दिनों आईसीसी की गद्दी छोड़नी पड़ी और अब उन पर बीसीसीआई स्नूपगेट स्कैंडल के छींटे पड़ते दिखाई दे रहे हैं। इसी महीने बीसीसीआई ने अपनी सालाना बैठक में दो सदस्यों की समिति को यह जांच करने के आदेश दिए कि इंग्लैंड की एक सिक्योरिटी और जांच कंपनी पेज प्रोटेक्टिव सर्विसेज़ यानी PPS को 9 लाख अमेरिकी डॉलर, यानी 6 करोड़ रुपये क्यों और किसके आदेश पर दिए गए?
कंपनी ने माना बीसीसीआई से काम मिला
खबरों के मुताबिक PPS ने यह तो मान लिया है कि उसे बीसीसीआई की ओर से काम मिला था, लेकिन उन्होंने इसके बारे में और खुलासा करने से मना कर दिया है। माना जा रहा है कि उन दिनों बीसीसीआई और एन श्रीनिविसन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा चल रहा था और श्रीनिवासन पर भारतीय क्रिकेट के अध्यक्ष का पद छोड़ने के लिए बेइंतहा दबाव था।
आरोप साबित होने पर श्रीनिवासन को लगेगा करारा झटका
कहा जा रहा है कि श्रीनिवासन ने बोर्ड में मौजूद अपने सभी विरोधियों के फोन टैप करवाए। PPS कंपनी की जांच के जरिए अगर ऐसा कुछ साबित हो जाता है कि श्रीनिवासन ने बीसीसीआई के पैसे से लोगों के फोन टैप करवाए और उसका इस्तेमाल भी किया तो श्रीनिवासन की निजी छवि पर यह एक और करारा झटका होगा।
बीसीसीआई की ओर से बनाई गई अजय शिर्के और जी गंगराजू की समिति ने पूर्व सचिव संजय पटेल और कोषाध्यक्ष अनिरूद्ध चौधरी से इस बारे में मुलाकात कर मामले की तह तक जाने की कोशिश की है। आईपीएल चेयरमैन ने इस वक्त विवादों से बचते हुए कहा, "इसकी जांच के लिए समिति बना दी गई है। जांच के बाद ही इस बारे में कुछ कहना ठीक होगा। इस वक्त मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता।"
शशांक मनोहर ने बीसीसीआई की गद्दी संभालते ही इसकी छवि साफ करने की मुहिम उठाई थी। बीसीसीआई इस दिशा में तेजी से कदम उठाता नज़र आ रहा है।
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