
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सात एक-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों की शृंखला में टीम के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के प्रदर्शन से खुश हैं, लेकिन उनका कहना है कि आखिरी ओवरों में टीम की गेंदबाजी में सुधार की जरूरत है।
रोहित शर्मा की 209 रनों की धमाकेदार पारी की बदौलत आज अंतिम मैच में ऑस्ट्रेलिया को 57 रनों से हराकर भारतीय क्रिकेट टीम ने देशवासियों को दिवाली का आदर्श तोहफा दिया। इस जीत के साथ भारत ने 3-2 से शृंखला अपने नाम कर ली।
धोनी ने मैच के बाद कहा, ‘हमें गेंदबाजी में सुधार करने की जरूरत है जो हम टीम स्तर पर भी करना चाहते हैं। हमने 350 रनों का दो बार सफलतापूर्वक पीछा किया, लेकिन कोई भी ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजी क्रम की बात नहीं कर रहा। लेकिन हमें आखिरी ओवरों में अपनी गेंदबाजी में सुधार करने की जरूरत है।’
धोनी ने कहा, ‘मैच में एक समय तेजी से 2-3 विकेट गिरने के बाद हम दवाब में थे। हम 300 रन बनाना चाहते थे, 383 हमारे दिमाग में नहीं था, लेकिन रोहित ने बहुत अच्छी बल्लेबाजी की।’
उन्होंने कहा, ‘इस मैदान में बल्लेबाज चौकों से अधिक छक्के जमाते रहे हैं विशेषकर आईपीएल में गेल (क्रिस) और विराट (कोहली) की बल्लेबाजी देखकर आपको ऐसा ही लगता है। यहां बल्लेबाजों को नियंत्रित करना बहुत मुश्किल है।’
भारतीय टीम के कप्तान ने कहा, ‘हमारी बल्लेबाजी शानदार थी, सलामी बल्लेबाजों ने बहुत अच्छी बल्लेबाजी की, लेकिन मध्यक्रम के बल्लेबाज अगर कुछ और रन बनाते तो और अच्छा होता। एक मैच को छोड़कर हमने हर मैच में अच्छे रन बनाए।’
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