यह ख़बर 01 जनवरी, 2012 को प्रकाशित हुई थी

अपने गेंदबाजों की आक्रामकता है पसंद : क्लार्क

खास बातें

  • ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट कप्तान माइकल क्लार्क भारत के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट में अपने तेज गेंदबाजों की आक्रामकता के दीवाने बन गए हैं।
सिडनी:

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट कप्तान माइकल क्लार्क भारत के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट में अपने तेज गेंदबाजों की आक्रामकता के दीवाने बन गए हैं और चाहते हैं कि मंगलवार से यहां शुरू होने वाले दूसरे मैच में भी उनके गेंदबाज अपनी निर्ममता बरकरार रखें।
क्लार्क ने ‘द डेली टेलीग्राफ’ में अपने कॉलम में लिखा है, ‘‘मुझे अपने गेंदबाजों की आक्रामकता पंसद है। मेलबर्न में दमदार जीत के दौरान उन्होंने जिस तरह से भारतीय पुछल्ले बल्लेबाजों को निबटाया वह रवैया मुझे पसंद है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि परिस्थितियां अनुकूल रही और वे सिडनी में इस सप्ताह दूसरे टेस्ट के दौरान फिर से वे भारतीयों पर उछाल वाली (शॉर्ट पिच) गेंद करते हैं तो मुझे परेशानी नहीं होगी। मैं चाहता हूं कि हम अपनी निर्ममता बनाए रखें तथा बल्ले और गेंद से एमसीजी की तरह ही प्रदर्शन करें। ’’ ऑस्ट्रेलिया ने पहला टेस्ट मैच चार दिन के अंदर 122 रन से जीता तथा क्लार्क ने टीम के ‘‘सकारात्मक हाव भाव’’ की तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘‘इससे हमने भारतीयों के सामने साफ कर दिया कि हम उनकी प्रत्येक चुनौती के लिए तैयार हैं।’’ क्लार्क ने हालांकि माना कि ऑस्ट्रेलिया को दूसरे मैच में सतर्कता बरतनी होगी क्योंकि भारतीय मजबूत वापसी करने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘सिडनी में हमें सतर्कता बरतनी होगी तथा परिस्थितियों के अनुरूप खेलना होगा। भारतीय टीम में कई बेहतरीन खिलाड़ी हैं और वे जानदार वापसी कर सकते हैं। उनके कुछ बल्लेबाजों का एससीजी पर बेजोड़ रिकॉर्ड है। ’’
क्लार्क ने कहा, ‘‘ हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती लगातार दमदार क्रिकेट खेलना है ताकि हम पिछले कुछ महीने के जीत और हार के दौर से बाहर निकल सकें।’’ उन्होंने कहा कि उनके गेंदबाजों को लगातार अच्छी गेंदबाजी करके भारतीयों पर दबाव बनाये रखना होगा। ‘‘पहले टेस्ट मैच में हमारी गेंदबाजी का सबसे अहम पहलू इकाई के रूप में गेंदबाजी करना और लगातार दबाव बनाए रखना था।’’ क्लार्क ने कहा, ‘‘ हम लंबे समय से ऐसा नहीं कर पाए और इससे कितना अंतर पैदा होता है यह सभी जानते हैं। हमारे तेज गेंदबाजों को वास्तव में पूरा श्रेय जाता है। जेम्स पैटिनसन अपना केवल तीसरा टेस्ट मैच खेल रहा था। पीटर सिडल फिर से आक्रमण का अहम सदस्य बनने के लिए संघर्ष कर रहा था और बेन हिल्फेनहास पहले टेस्ट में कुछ समय के लिए अपने सर्वश्रेष्ठ दौर में दिखा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमारी बल्लेबाजी का पतन हुआ लेकिन हमारी प्रतिद्वंद्वी टीम के साथ भी ऐसा हुआ। भारत की मजबूत बल्लेबाजी लाइनअप को केवल 169 रन पर आउट करने से पता चलता है कि अनुकूल परिस्थितियों में अच्छे गेंदबाजी आक्रमण के सामने बल्लेबाजी करना कितना मुश्किल होता है।’’ क्लार्क ने प्रशंसकों से सीनियर बल्लेबाज रिकी पोंटिंग और माइकल हस्सी का समर्थन करने के लिये भी कहा। उन्होंने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलियाई दर्शक सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण और वीरेंद्र सहवाग के अमूल्य योगदान की कद्र करते हैं। महत्वपूर्ण यह है कि उन्हें अपने खिलाड़ियों जैसे रिकी पोंटिंग और माइकल हस्सी के प्रति भी ऐसा ही रवैया अपनाना चाहिए।


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