
- एशिया कप ट्रॉफी को लेकर बीसीसीआई और एशिया क्रिकेट परिषद के पाकिस्तानी प्रमुख के बीच विवाद जारी है.
- बीसीसीआई ने एसीसी को पत्र लिखा है जिसमें ट्रॉफी भारत को देने की मांग की गई है.
- नकवी ने कहा है कि ट्रॉफी लेने के लिए बीसीसीआई का कोई प्रतिनिधि दुबई आकर उनसे ट्रॉफी ले सकता है.
एशिया कप ट्रॉफी को लेकर गतिरोध बना हुआ है और बीसीसीआई को श्रीलंका तथा अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड का समर्थन मिलने के बावजूद एशिया क्रिकेट परिषद के पाकिस्तानी प्रमुख मोहसिन नकवी मानने को तैयार नहीं हैं. ट्रॉफी अभी तक चैम्पियन भारतीय टीम को मिली नहीं है. एसीसी के एक शीर्ष सूत्र ने पीटीआई को बताया कि नकवी ने कहा है कि बीसीसीआई का कोई प्रतिनिधि दुबई में एसीसी मुख्यालय से ट्रॉफी उनसे ले सकता है लेकिन भारतीय बोर्ड ने इससे इनकार किया. बीसीसीआई अगले महीने आईसीसी की बैठक में यह मसला उठायेगा.
बीसीसीआई ने ट्रॉफी को लेकर लिखा पत्र
एसीसी सूत्र ने कहा,"बीसीसीआई सचिव देवाजीत सैकिया , एसीसी में बीसीसीआई के प्रतिनिधि राजीव शुक्ला और श्रीलंका तथा अफगानिस्तान समेत अन्य सदस्य बोर्ड के प्रतिनिधियों ने पिछले सप्ताह एसीसी को पत्र लिखकर ट्रॉफी भारत को देने के लिये कहा."
उन्होंने कहा,"लेकिन उनका जवाब था कि बीसीसीआई से किसी को दुबई आकर उनसे ट्रॉफी लेनी होगी. इसलिये मामले में गतिरोध बना हुआ है. बीसीसीआई ने साफ तौर पर कहा है कि वह नकवी से ट्रॉफी नहीं लेंगे. अब इस पर फैसला आईसीसी की बैठक में होगा."
आईसीसी के प्रमुख बीसीसीआई के पूर्व सचिव जय शाह हैं. ट्रॉफी एसीसी मुख्यालय पर है चूंकि भारतीय टीम ने 28 सितंबर को एशिया कप फाइनल के बाद इसे नकवी से लेने से इनकार कर दिया था जिसके बाद वह ट्रॉफी लेकर चले गए. नकवी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख और अपने देश के गृहमंत्री भी हैं और भारत विरोधी रवैये के लिये जाने जाते हैं.
'पहले बताया नहीं बताई गई बहिष्कार की बात'
बीसीसीआई के पत्र के बाद नकवी की ओर से आये जवाब में कहा गया कि उन्हें पहले बताया नहीं गया था कि भारतीय खिलाड़ी उनसे ट्रॉफी लेने का बहिष्कार करने वाले हैं. पत्र में कहा गया,"जब समारोह होने वाला था और मंच पर सभी अतिथि पहुंच गए थे, तब बीसीसीआई के प्रतिनिधि ने बताया कि भारतीय टीम एशिया कप ट्रॉफी और पुरस्कार नहीं लेगी."
इसमें कहा गया,"एसीसी अध्यक्ष ने तमाम अतिथियों के साथ करीब 40 मिनट तक इंतजार किया ताकि पुरस्कार वितरण समारोह की गरिमा बनी रहे और इस पर राजनीति का प्रभाव नहीं पड़े लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ." पत्र में कहा गया,"एसीसी ट्रॉफी भारतीय क्रिकेट टीम की है और इसे तब तक यहां रखा जाएगा जब तक कि बीसीसीआई का कोई पदाधिकारी किसी भी उपलब्ध प्रतिभागी खिलाड़ी के साथ एसीसी अध्यक्ष से इसे प्राप्त नहीं कर लेता."
इसमे आगे कहा गया,"इस तरह से ट्रॉफी लेने को निश्चित रूप से बहुत धूमधाम और कवरेज के साथ किया जाएगा क्योंकि स्थापित प्रथाओं से अलग कुछ नहीं होना चाहिए और कोई मिसाल नहीं कायम की जानी चाहिए जो उस खेल की भावना को कमजोर करे जिसे हम सभी प्यार करते हैं."
पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ितों के प्रति एकजुटता दिखाते हुए भारतीय टीम ने एशिया कप के दौरान पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया. दोनों टीमों के बीच तीन मुकाबले हुए और तीनों भारत ने जीते. नकवी ने एशिया कप के दौरान अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत की सैन्य कार्रवाई का मजाक उड़ाने वाले वीडियो और मीम्स डाले थे.
ट्रॉफी प्रकरण के बाद दोनों देशों के प्रतिनिधियों का आमना सामना एसीसी बैठक में भी हुआ जिसमें बीसीसीआई अधिकारियों ने ट्रॉफी नहीं देने के लिये नकवी को आड़े हाथों लिया था. सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान रवाना होने से पहले नकवी ने एसीसी स्टाफ को निर्देश दिया है कि उनके निर्देशों के बिना ट्रॉफी किसी को नहीं दी जाये या हटाई नहीं जाये.
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