एशेज़ को लेकर प्रशंसकों में रोमांच चरम पर, इन खिलाड़ियों पर रहेगी नज़र

एशेज़ को लेकर प्रशंसकों में रोमांच चरम पर, इन खिलाड़ियों पर रहेगी नज़र

नई दिल्ली:

क्रिकेट की दुनिया में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मुकाबलों से भी ज़्यादा रोचक कहे जाने वाली एशेज़ सीरीज का पहला टेस्ट मैच बुधवार को कार्डिफ में खेला जाएगा, जिसमें मेजबान इंग्लैंड की टीम ऑस्ट्रेलिया के हाथों में मिली पिछली शर्मनाक हार का बदला चुकाने के इरादे से उतरेगी।

पिछली सीरीज़ में कंगारुओं ने अपनी धरती पर मिचेल जॉनसन के अविस्मरणीय प्रदर्शन की बदौलत लगातार तीन सीरीज जीतने वाले इंग्लैंड को 5-0 से रौंद डाला था, सो, इस बार भी मिचेल जॉनसन पर तो सभी निगाहें टिकी ही रहेंगी, लेकिन कुछ और भी खिलाड़ी हैं, जिनके प्रदर्शन को लेकर दर्शकों में काफी उत्साह है।

मिचेल जॉनसन (ऑस्ट्रेलिया)
मिचेल ने अपने करियर में अब तक कुल 66 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें उन्होंने 27.58 की औसत से 291 विकेट चटकाए हैं। पूरे करियर में 3.27 का इकोनॉमी रेट रखने वाले मिचेल का एक पारी का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 8/61 रहा है, जबकि एक मैच का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 12/127 रहा है। करियर में 16 मौकों पर एक ही पारी में चार या अधिक विकेट चटकाने वाले मिचेल ने 12 मौकों पर एक ही पारी में पांच या अधिक विकेट हासिल किए हैं, और तीन मैचों में उन्होंने 10 या अधिक विकेट लिए। इसके अलावा मिचेल ने एक शतक और 10 अर्द्धशतकों की मदद से इन मैचों में खेली 99 पारियों में 16 बार नाबाद रहते हुए 22.80 की औसत से 1,893 रन भी बनाए हैं, और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 123* रहा है।

एलेस्टेयर कुक (इंग्लैंड)
मेजबान टीम के कप्तान बेहद शानदार बल्लेबाजों में गिने जाते रहे हैं, और इस बार भी फैन्स की निगाहें उन पर से हटने वाली नहीं हैं। अपने करियर में 114 टेस्ट मैच खेल चुके कुक ने 204 पारियों में 12 बार नॉट आउट रहते हुए 27 शतकों और 42 अर्द्धशतकों की मदद से 46.87 की औसत से 9,000 रन बनाए हैं। कुक उन विरले क्रिकेटरों में से हैं, जिन्होंने करियर में फील्डिंग के दौरान 100 से ज़्यादा कैच भी लपके हैं। बल्लेबाजी करते हुए कुल 1,033 चौके और 10 छक्के ठोकने वाले एलेस्टेयर ने अब तक 112 कैच पकड़े हैं।

डेविड वॉर्नर (ऑस्ट्रेलिया)
मेहमान टीम का यह सलामी बल्लेबाज भी अच्छे और भरोसेमंद बल्लेबाजों में शुमार किया जाता है। पूरे टेस्ट करियर में 38 टेस्ट मैच खेल चुके वॉर्नर ने 72 पारियों में तीन बार नाबाद रहकर 12 शतकों और 14 अर्द्धशतकों के साथ 46.82 की औसत से 3,231 रन बनाए हैं। फील्डिंग के दौरान 29 कैच पकड़ने वाले डेविड ने अब तक 386 चौके और 33 छक्के भी मारे हैं।

स्टुअर्ट ब्रॉड (इंग्लैंड)
मेजबान टीम के स्टार गेंदबाज ने खुद को हमेशा उपयोगी साबित किया है, और इस बार भी काफी हद तक टीम की नैया पार लगाने की जिम्मेदारी ब्रॉड के कंधों पर ही होगी। स्टुअर्ट ने करियर में अब तक 79 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें वे 287 विपक्षी खिलाड़ियों को पैवेलियन लौटा चुके हैं। 13 बार एक ही पारी में पांच या अधिक विकेट हासिल करने वाले ब्रॉड का औसत 29.77 का रहा है, और दो मैचों में उन्होंने 10 या उससे भी ज़्यादा विरोधियों को आउट किया। उनका एक पारी का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 44  रन देकर सात विकेट का रहा है, जबकि एक मैच में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 121 रन के बदले 11 विकेट चटकाने का रहा। दूसरी ओर, स्टुअर्ट ब्रॉड ने इन 79 मैचों की 112 पारियों में 13 बार नॉट आउट रहकर 23.08 की औसत से 2,285 रन भी बनाए हैं, जिनमें एक शतक और 10 अर्द्धशतक शामिल हैं।

शेन वॉटसन (ऑस्ट्रेलिया)
ऑल-राउंडरों में शुमार किए जाने वाले वॉटसन ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क के 'अच्छे' हथियार साबित हो सकते हैं। शेन ने अपने टेस्ट करियर में अब तक कुल 58 मैच खेले हैं, जिनकी 107 पारियों में तीन बार नाबाद रहते हुए उन्होंने चार शतकों और 24 अर्द्धशतकों की मदद से 35.40 की औसत से 3,682 रन बनाने के साथ-साथ 33.05 की औसत से 75 विकेट भी हासिल किए हैं। 475 चौके और 31 छक्के जड़ चुके वॉटसन ने 43 कैच भी लपके हैं, और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 176 रन रहा है। गेंदबाजी करते हुए उन्होंने तीन बार एक पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा किया है, और उनका पारी का बेहतरीन प्रदर्शन 33 रन देकर छह विकेट चटकाना रहा। गेंदबाज के रूप में वॉटसन का इकोनॉमी रेट 2.74 रहा है।

जो रूट (इंग्लैंड)
पिछले कुछ समय से मेजबान टीम की बल्लेबाजी की रीढ़ का हिस्सा समझे जाने वाले जो रूट सीरीज के सबसे 'महत्वपूर्ण' खिलाड़ी साबित हो सकते हैं। करियर में अब तक खेले 27 टेस्ट मैचों की 49 पारियों में वह छह शतक और 11 अर्द्धशतक ठोक चुके हैं, यानी कुल एक तिहाई से भी ज़्यादा पारियों में उन्होंने 50 या ज़्यादा रन बनाए हैं। कुल सात बार नॉट आउट रहने वाले रूट का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 200* नॉट आउट ही रहा है, और मौजूदा खिलाड़ियों में उनका औसत भी 54.11 पर बेहद शानदार है।

वैसे, क्रिकेट में चमत्कारी प्रदर्शन किसी भी खिलाड़ी की ओर से हो सकता है, लेकिन हमारे हिसाब से ये वे छह खिलाड़ी हैं, जिन पर निगाहें टिकी रहेंगी।

इस वक्त वर्ल्ड रैंकिंग में ऑस्ट्रेलिया भले ही दूसरे नंबर पर काबिज हो और इंग्लैंड छठे स्थान पर मौजूद है, लेकिन उनके बीच कुल चार अंकों का फासला है, जो बहुत बड़ा नहीं है, सो, देखना सिर्फ यह है कि इनमें से कौन-सा खिलाड़ी अपनी टीम की रैंकिंग बेहतर करने वाला प्रदर्शन इस सीरीज़ में करेगा।

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हालिया परिणामों की ओर निगाह डालें तो इस वक्त दोनों ही टीमें अच्छी फॉर्म में हैं। कंगारुओं ने अपनी पिछली सीरीज़ वेस्ट इंडीज़ की ज़मीन पर 2-0 से जीती है, जबकि इंग्लैंड ने अपने घर में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ सीरीज 1-1 से ड्रॉ करवाई है, सो, भले ही घर में खेलने की वजह से इंग्लैंड का पलड़ा भारी लगे, लेकिन प्रदर्शन के लिहाज़ से ऑस्ट्रेलिया बेहतर है, इसलिए यह तय है कि मुकाबला रोचक रहेगा।