यह ख़बर 29 दिसंबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

इंग्लैंड का कप्तान बने रहना चाहते हैं कुक

मेलबर्न:

आलोचनाओं के शिकार एलिस्टेयर कुक ने कहा है कि वह इंग्लैंड के कप्तान के रूप में अपनी पारी को आगे बढ़ाना चाहते हैं, लेकिन अगर चयनकर्ताओं को लगता है कि इस काम के लिए उनसे बेहतर व्यक्ति मौजदू है, तो वह इस फैसले को स्वीकार करने को तैयार हैं।

मेलबर्न में चौथे एशेज टेस्ट के चौथे ही दिन आठ विकेट की शिकस्त के बाद इंग्लैंड पांच मैचों की शृंखला में 0-4 से पिछड़ने के बाद क्लीन स्वीप की कगार पर है। इंग्लैंड के खराब प्रदर्शन को देखते हुए कुक की कप्तानी की समीक्षा हो सकती है, जिसका दबाव उन पर भी दिखा, जब उन्होंने चौथे दिन के खेल के दौरान पहले घंटे में ही दो कैच टपकाए।

कुक ने 2010-11 के ऑस्ट्रेलिया के पिछले दौरे पर 127.66 की औसत से 766 रन बनाए थे, लेकिन इस बार वह आठ पारियों में 29 की औसत से सिर्फ 232 रन बना पाए हैं। लेकिन कुक ने जोर देकर कहा कि वह कप्तान के पद पर बने रहना चाहते हैं, जिससे गेंद अब इंग्लैंड के चयनकर्ताओं के पाले में है।

कुक ने कहा, एक कप्तान के रूप में मैं पूरी तरह से टीम के लिए जिम्मेदार हूं और अगर शृंखला के अंत में चयनकर्ता फैसला करते हैं कि इस काम के लिए मैं सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति नहीं हूं, तो ऐसा ही होगा। उन्होंने कहा, इससे पीड़ा पहुंचती है और मेरी कहीं जाने की कोई योजना नहीं है। मैं 100 टेस्ट खेलने के अपने अनुभव का इस्तेमाल इस टीम में सुधार के लिए करने को बेताब हूं।


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