यह ख़बर 16 अक्टूबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

अगरकर ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लिया

मुंबई:

भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज अजित अगरकर ने बुधवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की। इसके साथ ही उनके 16 साल के करियर का भी अंत हो गया जिसमें उन्होंने 26 टेस्ट और 191 वन-डे मैच खेले। मुंबई ने पिछले सत्र में अगरकर की अगुवाई में ही 40वां रणजी खिताब जीता था।

एमसीए अध्यक्ष रवि सावंत ने कहा, ‘अजित अगरकर ने अपने संन्यास की घोषणा की है हालांकि मैं चाहता था कि वह खेलना जारी रखें। उसने कहा कि वह मुंबई की टीम में किसी युवा खिलाड़ी की जगह नहीं रोकना चाहता है और इसलिए सत्र के शुरू में संन्यास की घोषणा की ताकि किसी अन्य को टीम से जोड़ा जा सके।’

अगरकर ने अपने करियर की शुरूआत बल्लेबाज के रूप में की थी और जूनियर क्रिकेट में तिहरा शतक भी जड़ा था। इसके बाद उन्होंने तेज गेंदबाजी पर ध्यान दिया। उन्होंने 26 टेस्ट मैच में 47 से भी अधिक की औसत से 58 विकेट लिये। एक-दिवसीय मैचों में वह अधिक सफल रहे जिसमें उन्होंने 27 से अधिक की औसत से 288 विकेट चटकाए।

टेस्ट मैचों में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2003-04 में एडिलेड में 41 रन देकर छह विकेट था। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इसी दौरे में मेलबर्न में वनडे में 42 रन देकर छह विकेट लिए थे जो उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।

अगरकर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना एकमात्र शतक (नाबाद 109 रन) 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ लार्डस में लगाया था।

उन्होंने 1998 से 2006 के बीच टेस्ट मैचों में 571 रन और वन-डे में 1998 से 2007 तक 1269 रन बनाए। उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ 21 गेंदों पर 50 रन बनाए थे, जो तब वन-डे में सबसे तेज अर्द्धशतक था। वह 1999 और 2007 विश्वकप में भारतीय टीम के सदस्य थे।

उन्होंने चार टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेले। इनमें से तीन मैच उन्होंने 2007 में पहले विश्व कप में खेले थे जिसे भारत ने जीता था। इसके बाद वह कभी भारत की तरफ से नहीं खेल पाए थे। अगरकर ने कुल 110 प्रथम श्रेणी मैच खेले। आईपीएल में वह दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से खेलते थे।

अगरकर की तारीफ करते हुए बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने कहा, ‘अगरकर ने लगभग एक दशक तक शानदार तरीके से भारत की सेवा की। बीसीसीआई की ओर से मैं शानदार करियर के लिए उन्हें बधाई देता हूं और भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं।’

बीसीसीआई सचिव संजय पटेल ने कहा कि मुंबई के इस खिलाड़ी ने बल्ले और गेंद से कई यादगार प्रदर्शन किए।

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उन्होंने कहा, ‘अजित अगरकर ने जब भी क्रिकेट मैदान पर कदम रखा तब बल्ले और गेंद से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उसकी पहली पारी यादगार रही और उम्मीद करता हूं कि दूसरी पारी भी इतनी ही सफल रहेगी। अच्छा खेले अजित।’