जहीर खान और सहवाग के बाद अब कौन हैं संन्यास की कतार में

जहीर खान और सहवाग के बाद अब कौन हैं संन्यास की कतार में

बैट्समैन गौतम गंभीर और तेज गेंदबाज लक्ष्मीपति बालाजी (फाइल फोटो)

हाल ही में टीम इंडिया के दो महान खिलाड़ियों ने इंटरनेशनल क्रिकेट से अचानक ही संन्यास ले लिया। ये दो क्रिकेटर हैं रिवर्स स्विंग में माहिर रहे 37 वर्षीय जहीर खान और विस्फोटक वीरू। दोनों खिलाड़ी पिछले कई सालों से टीम से बाहर चल रहे थे। इनके अलावा टीम इंडिया के ऐसे कई खिलाड़ी हैं, जो काफी लंबे समय से टीम से बाहर हैं। ये कभी भी संन्यास की घोषणा कर सकते हैं। हम आपको ऐसे ही खिलाड़ियों के बारे में बता रहे हैं जो संन्यास की दहलीज पर हैं...
(पढ़ें, ये बैटिंग की 'वीरू स्टाइल' है - 'विकेट की बॉल रोक के, बाकी बॉल ठोक के')

गौतम गंभीर - 2014 में खेला आखिरी टेस्ट
बाएं हाथ के इस तूफानी सलामी बल्लेबाज ने वीरेंद्र सहवाग के साथ कई यादगार पारियां खेली हैं। वीरू के साथ उनकी जोड़ी खूब जमती थी, लेकिन गंभीर अपने जोड़ीदार की तरह ही लंबे समय से टीम से बाहर हैं। 34 साल के हो चुके गंभीर की अब टीम इंडिया में वापसी मुश्किल दिखती है। ऐसे में वे क्रिकेट को कभी भी अलविदा कह सकते हैं। इस ओपनर ने टीम इंडिया की ओर से अपना अंतिम टेस्ट इंग्लैंड के खिलाफ अगस्त, 2014 में ओवल में खेला था। इस मैच में वे बुरी तरह फ्लॉप रहे थे। जहां पहली पारी में वे खाता भी नहीं खोल सके, वहीं दूसरी पारी में 3 रन पर आउट हो गए थे। यदि वनडे की बात करें, तो गंभीर ने अपना आखिरी मैच इंग्लैंड के खिलाफ ही जनवरी, 2013 में धर्मशाला में खेला था, जिसमें महज 24 रन बना सके थे। (सहवाग को मुरलीधरन ने नहीं, बल्कि इस गेंदबाज ने सबसे अधिक बार किया आउट)

लक्ष्मीपति बालाजी -  मुशर्रफ भी हो गए थे फैन
टीम इंडिया का साल 2003-04 का पाकिस्तान दौरा तो आपको याद ही होगा। इस दौरे में सचिन और सहवाग जैसे बड़े सितारों के बीच बालाजी ने भी फैन्स का दिल जीता था। इतना ही नहीं उनकी मुस्कान पर फिदा होकर पाकिस्तानी युवतियां स्टेडियम में उनके लिए 'क्या आप मुझसे शादी करेंगे' का टैग लेकर आती थीं। इस सीरीज में बालाजी ने 24 मार्च को 5वें वनडे मैच में लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर तेज गेंदबाज शोएब अख्तर की गेंद पर छक्का जड़ दिया था। साथ ही उन्होंने तीन विकेट लेकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। बाद में टीम इंडिया के लिए आयोजित टी-पार्टी में पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने बालाजी की बैटिंग की प्रशंसा की थी और कहा था कि उन्होंने पाक से मैच छीन लिया।
(पढ़ें, इधर हम इंग्लैंड के उन 325 रनों को लेकर तनाव में थे, उधर सहवाग सीटी बजा रहे थे : गांगुली)

लेकिन 34 साल का यह तेज गेंदबाज लगभग 6 साल से वनडे टीम में वापसी की राह देख रहा है। बालाजी इन दिनों तमिलनाडु रणजी टीम में कोच और खिलाड़ी दोनों भूमिका में हैं। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच मार्च, 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था, वहीं उनका अंतिम वनडे साल 2009 में श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में खेला गया मैच रहा। इसमें उन्हें कोई विकेट नहीं मिला था।

आशीष नेहरा - चोट से रहे परेशान, 2011 में खेला आखिरी वनडे
बाएं हाथ के गेंदबाज आशीष नेहरा पूरे करियर में चोट से खासे परेशान रहे। चोट की वजह से ही उनका करियर नहीं संवर पाया। हालांकि हाल ही में आईपीएल 2015 में उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से अच्छी गेंदबाजी की थी, लेकिन सीनियर टीम में उनकी वापसी की उम्मीद नहीं दिखती। वैसे भी वे 36 साल के हो गए हैं, जो तेज गेंदबाज के हिसाब से ज्यादा उम्र मानी जाती है। नेहरा ने अपना आखिरी टेस्ट अप्रैल, 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ रावलपिंडी में खेला था, जिसमें वे महज 3 विकेट ले पाए थे। नेहरा ने अपना आखिरी वनडे वर्ल्ड कप के दौरान मार्च, 2011 में पाकिस्तान के खिलाफ मोहाली में खेला था। यह सेमीफाइनल मैच था, जिसमें उन्होंने शानदार गेंदबाजी करते हुए 10 ओवर में 33 रन देकर 2 विकेट झटके थे।

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मोहम्मद कैफ - याद आता है नेटवेस्ट का फाइनल
नेटवेस्ट ट्रॉफी 2002 का फाइनल भला कौन भूल सकता है। यह वही मैच है जिसमें टीम इंडिया के कप्तान सौरव गांगुली ने लार्ड्स की बालकनी में शर्ट उतारकर लहराई थी, लेकिन उन्हें ऐसा करने का मौका मोहम्मद कैफ के तूफानी 88 रनों की वजह से मिला था। कैप को टेस्ट टीम में भी मौका मिला था। उन्होंने अपना अंतिम टेस्ट जुलाई, 2006 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था, तब से उनका चयन टेस्ट टीम में नहीं हुआ। कैफ को वनडे में भी लगभग 9 साल से मौका नहीं मिला है। उन्हें वनडे में अंतिम बार नवंबर, 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पोर्ट एलिजाबेथ में खेलने का अवसर मिला था, जिसमें वे महज 10 रन ही बना पाए थे।