कटक में जीत के बाद रवि शास्त्री से युवराज सिंह और विराट कोहली ने मैच की रणनीति के साथ-साथ दूसरे पहलुओं पर भी बात की.
नई दिल्ली:
कटक के बाराबती स्टेडियम पर गुरुवार को भारत और इंग्लैंड के बीच शानदार मैच देखने को मिला. दो टीमों की सीरीज के दूसरे एक दिवसीय मैच को भारत ने 15 रन से जीत लिया. इस मैच में कुल-मिलाकर 747 बने. टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 50 ओवरों में 381 रन बनाए. भारत की तरफ से युवराज सिंह ने शानदार 150 रन बनाए जबकि महेंद्र सिंह धोनी ने 134 रन की पारी खेली.
इंग्लैंड की बल्लेबाजी भी शानदार रही. इंग्लैंड के कप्तान इयोन मॉर्गन के शानदार 102 रनों की बदौलत इंग्लैंड जीत के करीब तो पहुंच गया लेकिन मैच जीत नहीं पाया. इंग्लैंड निर्धारित 50 ओवरों में 366 बना पाया और इस तरह इस मैच को 15 रन से हार गया.
मैच के बाद कमेंटेटर रवि शास्त्री से युवराज सिंह और विराट कोहली ने मैच की रणनीति के साथ-साथ दूसरे पहलुओं पर भी बात की. चलिए जानते हैं दोनों ने इस मैच के बारे में रवि शास्त्री से क्या कहा-
रवि शास्त्री : आपके दिमाग में क्या चल रहा था, दवाब की स्थिति थी और आपके साथ मैदान पर एक और शानदार खिलाड़ी (महेंद्र सिंह धोनी ) मौजूद थे और दोनों के बीच क्या बातचीत चल रही थी?
युवराज सिंह : मैं और माही (महेंद्र सिंह धोनी ) स्थिति को सही तरीके से समझते हैं. कई बार हम दोनों एक साथ अच्छा खेले हैं और मुझे लगा एक बार और दोनों को मिलकर लंबी पारी खेलनी चाहिए क्योंकि तीन विकेट जल्दी खो दिए थे. इसीलिए शुरुआत में हमने ज्यादा रिस्क लेने की कोशिश नहीं की और एक बार साझेदारी अच्छी हो जाने के बाद हम लंबा शॉट्स खेले. शुरुआत में हम बड़े स्कोर के बारे में नहीं सोच रहे थे हम सिर्फ यही चाहते थे कि साझेदारी आगे बढ़ती जाए और एक बार साझेदारी अच्छी हो जाने के बाद हमने लंबे शॉट्स लगाना शुरू कर दिए. हमको लग रहा था हम 340 या 350 पर पहुंच जाएंगे लेकिन विकेट बैटिंग के लिए अच्छा होने की वजह से हम 381 पर पहुंच गए.
रवि शास्त्री : 14 एक दिवसीय शतक और 2011 के बाद यह आपका पहला शतक और आपका सबसे ज्यादा व्यक्तिगत स्कोर, आप इसे कैसे देखते हैं ?
युवराज सिंह : मुझे लगता है यह मेरा सबसे अच्छा शतक है. मैंने अपना करियर लोअर आर्डर बल्लेबाज के रूप में शुरू किया. मैं अपने करियर में 150 रन बनाना चाहता था और मैं बहुत खुश हूं कि आज मैं बना पाया. उम्मीद करता हूं कि आगे और बनाऊंगा.
रवि शास्त्री : ऐसा लग रहा था कि एक संकल्प के साथ आज आप खेल रहे थे और यह शतक आपके लिए कई मायने रखता होगा?
युवराज सिंह : हां मुझे आज अपने आपको सिद्ध करना था. कई दिनों से मेरा करियर ऊपर नीचे हो रहा था. मैं जब संजय से बात कर रह था तब मैंने कहा था कि मैं गेंद को अच्छे ढंग से पढ़ पा रहा हूं और मुझे लगता है कि मैं एक अच्छा स्कोर बनाऊंगा, और मुझे पता था कि मैं एक अच्छा स्कोर बनाने वाला हूं.
रवि शास्त्री : दस साल पहले आपका राजकोट में शतक और आज का शतक लगभग एक जैसा लग रहा था. आपने अपनी फिटनेस के लिए काफी मेहनत की है?
युवराज सिंह : बिलकुल, डाइट बहुत मायने रखती है और 30 साल की उम्र के बाद फिटनेस के लिए ज्यादा ध्यान देना पड़ता है. यह मैं तेंदुलकर, कुंबले और दूसरे बड़े खिलाड़ियों से सीखा हूं और आगे भी ध्यान रखूंगा.
रवि शास्त्री : विराट बहुत शानदार प्रयास, आपने और एक एकदिवसीय सीरीज जीत ली है. आपके दोनों सीनियर खिलाड़ियों ने एक बार फिर शानदार प्रदर्शन किया.
विराट कोहली : सही कहा आपने, हम वहां अभी बात कर रहे थे. 25 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे. हमारी शुरुआत अच्छी नहीं रही लेकिन दोनों (युवराज और धोनी) ने शानदार बल्लेबाजी की और पहले भी टीम के लिए कर चुके हैं. 25 रन पर तीन विकेट गंवाकर 381 रन बनाना बहुत शानदार था. मुझे लगता है इस मैदान पर विकेट और ओस को देखते हुए 340 रन आराम से चेज हो सकता था. इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने बीच के ओवरों में और अंतिम ओवरों में बहुत जोरदार शॉट्स लगाए लेकिन 382 चेज करना मुश्किल था क्योंकि हमें पता था कहीं न कहीं इंग्लैंड अपना विकेट गंवाएगा. हम आज बहुत मुश्किल फेज़ में गेंदबाजी कर रहे थे. ओस की वजह से गेंद हाथ से फिसल रही थी और लाइट की वजह से बल्लेबाजी के लिए विकेट ज्यादा अच्छा होता जा रहा था. अगर हम दूसरी इनिंग्स में बल्लेबाजी करते तो स्थिति कुछ अलग होती क्योंकि गेंद शानदार तरीके से बल्ले पर आ रही थी. हमारे गेंदबाजों ने ऐसी स्थिति में भी अच्छी गेंदबाजी की. आश्विन, जडेजा और भुवि ने अच्छी गेंदबाजी की. केदार यादव और बुमराह ने भी अच्छी गेंदबाज़ी की जिसकी वजह से हम जीत पाए.
रवि शास्त्री : भारत के स्पिन गेंदबाजों ने बीच के ओवरों में शानदार प्रदर्शन करते हुए विकेट लिए, खासकर अश्विन?
विराट कोहली : निश्चित रूप में दोनों गेंदबाजों ने टेस्ट सीरीज में शानदार गेंदबाजी की थी. जडेजा ने फिर शानदार गेंदबाजी की. ऐसे विकेट पर 10 ओवरों में सिर्फ 45 रन देना बहुत शानदार गेंदबाजी थी. अश्विन ने भी अच्छी गेंदबाजी करते हुए तीन विकेट लिए. हमको बुद्धिमान खिलाड़ियों की जरूरत है जो बीच के ओवरों में अच्छी गेंदबाजी कर सकें. अगर हमें बीच के ओवरों में विकेट नहीं मिलता तो मैच का रिजल्ट कुछ भी हो सकता था.
रवि शास्त्री : क्या आज के इस प्रदर्शन से आप खुश हैं, या और कुछ सुधार चाहते हैं ?
विराट कोहली : मुझे लगता है हमने अपने सामर्थ्य का सिर्फ 75 प्रतिशत प्रदर्शन किया है. मुझे नहीं लगता है हम अभी तक अपना सर्वश्रेष्ठ खेल खेले हैं. हो सकता है कोलकाता में ऐसा हो.
इंग्लैंड की बल्लेबाजी भी शानदार रही. इंग्लैंड के कप्तान इयोन मॉर्गन के शानदार 102 रनों की बदौलत इंग्लैंड जीत के करीब तो पहुंच गया लेकिन मैच जीत नहीं पाया. इंग्लैंड निर्धारित 50 ओवरों में 366 बना पाया और इस तरह इस मैच को 15 रन से हार गया.
मैच के बाद कमेंटेटर रवि शास्त्री से युवराज सिंह और विराट कोहली ने मैच की रणनीति के साथ-साथ दूसरे पहलुओं पर भी बात की. चलिए जानते हैं दोनों ने इस मैच के बारे में रवि शास्त्री से क्या कहा-
रवि शास्त्री : आपके दिमाग में क्या चल रहा था, दवाब की स्थिति थी और आपके साथ मैदान पर एक और शानदार खिलाड़ी (महेंद्र सिंह धोनी ) मौजूद थे और दोनों के बीच क्या बातचीत चल रही थी?
युवराज सिंह : मैं और माही (महेंद्र सिंह धोनी ) स्थिति को सही तरीके से समझते हैं. कई बार हम दोनों एक साथ अच्छा खेले हैं और मुझे लगा एक बार और दोनों को मिलकर लंबी पारी खेलनी चाहिए क्योंकि तीन विकेट जल्दी खो दिए थे. इसीलिए शुरुआत में हमने ज्यादा रिस्क लेने की कोशिश नहीं की और एक बार साझेदारी अच्छी हो जाने के बाद हम लंबा शॉट्स खेले. शुरुआत में हम बड़े स्कोर के बारे में नहीं सोच रहे थे हम सिर्फ यही चाहते थे कि साझेदारी आगे बढ़ती जाए और एक बार साझेदारी अच्छी हो जाने के बाद हमने लंबे शॉट्स लगाना शुरू कर दिए. हमको लग रहा था हम 340 या 350 पर पहुंच जाएंगे लेकिन विकेट बैटिंग के लिए अच्छा होने की वजह से हम 381 पर पहुंच गए.
रवि शास्त्री : 14 एक दिवसीय शतक और 2011 के बाद यह आपका पहला शतक और आपका सबसे ज्यादा व्यक्तिगत स्कोर, आप इसे कैसे देखते हैं ?
युवराज सिंह : मुझे लगता है यह मेरा सबसे अच्छा शतक है. मैंने अपना करियर लोअर आर्डर बल्लेबाज के रूप में शुरू किया. मैं अपने करियर में 150 रन बनाना चाहता था और मैं बहुत खुश हूं कि आज मैं बना पाया. उम्मीद करता हूं कि आगे और बनाऊंगा.
रवि शास्त्री : ऐसा लग रहा था कि एक संकल्प के साथ आज आप खेल रहे थे और यह शतक आपके लिए कई मायने रखता होगा?
युवराज सिंह : हां मुझे आज अपने आपको सिद्ध करना था. कई दिनों से मेरा करियर ऊपर नीचे हो रहा था. मैं जब संजय से बात कर रह था तब मैंने कहा था कि मैं गेंद को अच्छे ढंग से पढ़ पा रहा हूं और मुझे लगता है कि मैं एक अच्छा स्कोर बनाऊंगा, और मुझे पता था कि मैं एक अच्छा स्कोर बनाने वाला हूं.
रवि शास्त्री : दस साल पहले आपका राजकोट में शतक और आज का शतक लगभग एक जैसा लग रहा था. आपने अपनी फिटनेस के लिए काफी मेहनत की है?
युवराज सिंह : बिलकुल, डाइट बहुत मायने रखती है और 30 साल की उम्र के बाद फिटनेस के लिए ज्यादा ध्यान देना पड़ता है. यह मैं तेंदुलकर, कुंबले और दूसरे बड़े खिलाड़ियों से सीखा हूं और आगे भी ध्यान रखूंगा.
रवि शास्त्री : विराट बहुत शानदार प्रयास, आपने और एक एकदिवसीय सीरीज जीत ली है. आपके दोनों सीनियर खिलाड़ियों ने एक बार फिर शानदार प्रदर्शन किया.
विराट कोहली : सही कहा आपने, हम वहां अभी बात कर रहे थे. 25 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे. हमारी शुरुआत अच्छी नहीं रही लेकिन दोनों (युवराज और धोनी) ने शानदार बल्लेबाजी की और पहले भी टीम के लिए कर चुके हैं. 25 रन पर तीन विकेट गंवाकर 381 रन बनाना बहुत शानदार था. मुझे लगता है इस मैदान पर विकेट और ओस को देखते हुए 340 रन आराम से चेज हो सकता था. इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने बीच के ओवरों में और अंतिम ओवरों में बहुत जोरदार शॉट्स लगाए लेकिन 382 चेज करना मुश्किल था क्योंकि हमें पता था कहीं न कहीं इंग्लैंड अपना विकेट गंवाएगा. हम आज बहुत मुश्किल फेज़ में गेंदबाजी कर रहे थे. ओस की वजह से गेंद हाथ से फिसल रही थी और लाइट की वजह से बल्लेबाजी के लिए विकेट ज्यादा अच्छा होता जा रहा था. अगर हम दूसरी इनिंग्स में बल्लेबाजी करते तो स्थिति कुछ अलग होती क्योंकि गेंद शानदार तरीके से बल्ले पर आ रही थी. हमारे गेंदबाजों ने ऐसी स्थिति में भी अच्छी गेंदबाजी की. आश्विन, जडेजा और भुवि ने अच्छी गेंदबाजी की. केदार यादव और बुमराह ने भी अच्छी गेंदबाज़ी की जिसकी वजह से हम जीत पाए.
रवि शास्त्री : भारत के स्पिन गेंदबाजों ने बीच के ओवरों में शानदार प्रदर्शन करते हुए विकेट लिए, खासकर अश्विन?
विराट कोहली : निश्चित रूप में दोनों गेंदबाजों ने टेस्ट सीरीज में शानदार गेंदबाजी की थी. जडेजा ने फिर शानदार गेंदबाजी की. ऐसे विकेट पर 10 ओवरों में सिर्फ 45 रन देना बहुत शानदार गेंदबाजी थी. अश्विन ने भी अच्छी गेंदबाजी करते हुए तीन विकेट लिए. हमको बुद्धिमान खिलाड़ियों की जरूरत है जो बीच के ओवरों में अच्छी गेंदबाजी कर सकें. अगर हमें बीच के ओवरों में विकेट नहीं मिलता तो मैच का रिजल्ट कुछ भी हो सकता था.
रवि शास्त्री : क्या आज के इस प्रदर्शन से आप खुश हैं, या और कुछ सुधार चाहते हैं ?
विराट कोहली : मुझे लगता है हमने अपने सामर्थ्य का सिर्फ 75 प्रतिशत प्रदर्शन किया है. मुझे नहीं लगता है हम अभी तक अपना सर्वश्रेष्ठ खेल खेले हैं. हो सकता है कोलकाता में ऐसा हो.
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