मुंबई:
"मैं इस बात से इंकार नहीं करता कि मैंने गुस्से में कुछ कहा होगा लेकिन मैं इसके लिए माफी नहीं मांगूगा।" यह कहना है कि बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान का, जिन्होंने कथित तौर पर बुधवार रात को वानखेड़े स्टेडियम में क्रिकेट अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों को साथ बदसलूकी की थी।
शाहरुख ने कहा कि क्रिकेट अधिकारियों को उनके साथ अभद्रता करने के लिए माफी मांगनी चाहिए। शाहरुख ने यह भी कहा कि मुम्बई क्रिकेट संघ (एमसीए) के अधिकारियों को इस बात के लिए भी माफी मांगनी चाहिए कि उनकी मौजूदगी के बावजूद वानखेड़े में बच्चों के साथ बुरा बर्ताव किया गया।
शाहरुख ने कहा, "मैं नहीं समझता कि मेरा बर्ताव गलत था फिर मैंने कोई गैरकानूनी काम नहीं किया है। मैं समझता हूं कि मैंने जो किया वह सही था। वे मेरे बच्चे हैं और उनके प्रति मेरी जिम्मेदारी है। मैं किसी भी हाल में उस घटना के लिए माफी नहीं मांगूगा।"
शाहरुख ने इन खबरों का खंडन किया जिनमें कहा जा रहा है कि बुधवार रात को वानखेड़े स्टेडियम में क्रिकेट अधिकारियों के साथ हुई नोकझोंक के दौरान उन्होंने शराब पी रखी थी।
शाहरुख ने कहा, "मैंने शराब नहीं पी रखी थी। मैं इस तरह शराब नहीं पीता। सेलीब्रिटियों पर यह आरोप लगाना सबसे आसान है कि उसने शराब के नशे में या फिर गुस्से में इस तरह का काम किया है।"
शाहरुख ने पूरे घटनाक्रम का ब्यौरा देते हुए कहा, "मेरे बच्चे वह मैच देख रहे थे। मैं उन्हें लाने के लिए मैदान में गया था। मैंने वहां पहुंचकर अपने खिलाड़ियों को बधाई दी। जैसे ही मैं अपने बच्चों के पास पहुंचा, देखा कि एक महाशय मेरे बच्चों के साथ बुरा बर्ताव कर रहे हैं। वे बच्चों को अजीब तरीके से ढकेल रहे थे। मैंने उनसे कहा कि यह अच्छा बर्ताव नहीं है।"
"इस पर उस अधिकारी ने मराठी में कुछ कहा। उसने जो कहा था मैं उसे दोहरा नहीं सकता। मैंने उनसे कहा कि तुम मुझसे ऐसे बात नहीं कर सकते। उसका व्यवहार मेरे लिए बहुत असामान्य था। मैं इस बात से इंकार नहीं करता कि मैंने भी गुस्से में कुछ बातें कही होंगी लेकिन मैंने ऐसा कुछ नहीं किया, जिसके लिए मुझे माफी मांगनी पड़े।"
एमसीए सदस्यों ने मुम्बई के मैरीन ड्रॉइव पुलिस स्टेशन में शाहरुख के खिलाफ एक मामला दर्ज कराया है। साथ ही साथ एमसीए सदस्यों ने शाहरुख के वानखेड़े में प्रवेश पर आजीवन प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
शाहरुख ने कहा कि क्रिकेट अधिकारियों को उनके साथ अभद्रता करने के लिए माफी मांगनी चाहिए। शाहरुख ने यह भी कहा कि मुम्बई क्रिकेट संघ (एमसीए) के अधिकारियों को इस बात के लिए भी माफी मांगनी चाहिए कि उनकी मौजूदगी के बावजूद वानखेड़े में बच्चों के साथ बुरा बर्ताव किया गया।
शाहरुख ने कहा, "मैं नहीं समझता कि मेरा बर्ताव गलत था फिर मैंने कोई गैरकानूनी काम नहीं किया है। मैं समझता हूं कि मैंने जो किया वह सही था। वे मेरे बच्चे हैं और उनके प्रति मेरी जिम्मेदारी है। मैं किसी भी हाल में उस घटना के लिए माफी नहीं मांगूगा।"
शाहरुख ने इन खबरों का खंडन किया जिनमें कहा जा रहा है कि बुधवार रात को वानखेड़े स्टेडियम में क्रिकेट अधिकारियों के साथ हुई नोकझोंक के दौरान उन्होंने शराब पी रखी थी।
शाहरुख ने कहा, "मैंने शराब नहीं पी रखी थी। मैं इस तरह शराब नहीं पीता। सेलीब्रिटियों पर यह आरोप लगाना सबसे आसान है कि उसने शराब के नशे में या फिर गुस्से में इस तरह का काम किया है।"
शाहरुख ने पूरे घटनाक्रम का ब्यौरा देते हुए कहा, "मेरे बच्चे वह मैच देख रहे थे। मैं उन्हें लाने के लिए मैदान में गया था। मैंने वहां पहुंचकर अपने खिलाड़ियों को बधाई दी। जैसे ही मैं अपने बच्चों के पास पहुंचा, देखा कि एक महाशय मेरे बच्चों के साथ बुरा बर्ताव कर रहे हैं। वे बच्चों को अजीब तरीके से ढकेल रहे थे। मैंने उनसे कहा कि यह अच्छा बर्ताव नहीं है।"
"इस पर उस अधिकारी ने मराठी में कुछ कहा। उसने जो कहा था मैं उसे दोहरा नहीं सकता। मैंने उनसे कहा कि तुम मुझसे ऐसे बात नहीं कर सकते। उसका व्यवहार मेरे लिए बहुत असामान्य था। मैं इस बात से इंकार नहीं करता कि मैंने भी गुस्से में कुछ बातें कही होंगी लेकिन मैंने ऐसा कुछ नहीं किया, जिसके लिए मुझे माफी मांगनी पड़े।"
एमसीए सदस्यों ने मुम्बई के मैरीन ड्रॉइव पुलिस स्टेशन में शाहरुख के खिलाफ एक मामला दर्ज कराया है। साथ ही साथ एमसीए सदस्यों ने शाहरुख के वानखेड़े में प्रवेश पर आजीवन प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
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