- कोलकाता में साउथ अफ्रीका ने भारत को तीस रन से हराकर टेस्ट मैच तीन दिन में समाप्त कर दिया था
- टीम के कोच गौतम गंभीर ने पिच विवाद पर कहा कि पिच बिल्कुल वैसी ही थी जैसी उन्होंने मांगी थी
- एबी डिविलियर्स ने कहा कि भारतीय टीम को घरेलू मैदानों पर टर्नर पिच का उपयोग बंद करना चाहिए
AB de Villiers on Kolkata Pitch controversy: कोलकाता में साउथ अफ्रीका ने भारत को 30 रनों से हरा दिया. भारत की हार के बाद कोलकाता की पिच को लेकर विवाद पैदा हो गया. ऐसा इसलिए क्योंकि कोलकाता में टेस्ट मैच तीन दिन में ही खत्म हो गया और सबसे चौंकाने वाली बात ये रही कि भारतीय टीम 124 रन के टारगेट को भी हासिल नहीं कर सका, यही कारण है कि पूर्व दिग्गज पिच को लेकर लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं. हालांकि टीम के कोच गौतम गंभीर ने माना कि क्यूरेटर को हमने जैसी पिच बनाने के लिए कहा था, वैसी ही पिच बनाई गई है. हार का कारण पिच नहीं बल्कि बल्लेबाजों ने सही मानसिकता और तकनीक का इस्तेमाल नहीं किया.
वहीं. अब साउथ अफ्रीका के पूर्व दिग्गज एबी डिविलियर्स ने कोलकाता में भारत को मिली हार पर अपनी राय दी और माना है कि अब समय आ गया है कि भारतीय टीम को अपने मैदानों में टर्नर पिच का इस्तेमाल करना बंद करना होगा क्योंकि अब विरोधी टीमें ज्यादा तैयारी के साथ दौरे पर आती है और अब टीमों के पास बेहतर स्पिनर विकल्प भी हैं.
एबी डिविलिर्स ने पिच विवाद को लेकर अपनी राय दी और अपने यू-ट्यूब चैनल पर बात करते हुए कहा, "पिच के बारे में बात करते हुए, गंभीर ने कहा कहा कि वे बिल्कुल ऐसी ही पिच चाहते थे. लेकिन इस समय वे कहां गलत हो रहे हैं? हां, इस टेस्ट सीरीज़ में अभी भी स्थिति बदल सकती है. लेकिन मामला क्या है? क्या पिछले कुछ सालों में वे स्पिन के कमज़ोर खिलाड़ी बन गए हैं? मुझे नहीं लगता. क्या विरोधी टीम थोड़ी ज़्यादा तैयारी के साथ आ रही है? मेरे ज़माने में, हमें इस बारे में पता नहीं था कि आप एक टेस्ट मैच में दो, तीन या चार स्पिनरों के साथ खेल सकते हैं. शायद आज विरोधी टीम ज़्यादा तैयारी के साथ आ रही है, परिस्थितियों को बेहतर समझ रही है, और स्पिन को भी बेहतर तरीके से खेल रही है".
एबी ने अपनी बात आगे ले जाते हुए कहा, "मुझे लगता है कि हमेशा से ऐसा ही रहा है. मैंने हमेशा सोचा है कि भारत दौरे पर आने वाली कई विरोधी टीमें 11 खिलाड़ियों का गलत सेटअप लेकर आती थी. लेकिन अब हम स्पिनरों में काफ़ी विविधता देखते हैं. हम देखते हैं कि टीमें ज़्यादा चतुराई से बल्लेबाजी कर रही हैं और निचले क्रम में के बल्लेबाज भी रन बना रहे हैं, उदाहरण के लिए, 11 ऐसे खिलाड़ी चुनना जो बल्ले से भी योगदान दे सकें. टेस्ट क्रिकेट में ऐसा अक्सर देखने को नहीं मिलता. दो मुख्य स्पिनर, एक ऑलराउंडर जो टीम को आपको ढेरों विकल्प देती है. हमने न्यूज़ीलैंड को भी ऐसा करते देखा है जब उन्होंने भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में भारत को हराया था.
एबी ने आगे कहा, "शायद भारत को कुछ बातों पर विचार करना होगा और शायद उन्हें पिच की संरचना बदलनी चाहिए और अब उन्हें समझना होगा कि टर्नर पिच की ज़रूरत नहीं है, बल्कि इसे एक निष्पक्ष टेस्ट पिच बनाना चाहिए जो कम से कम चार दिन तक टिके और विरोधी टीम को धूल चटा दे. शायद अब समय आ गया है कि वे अपनी खेल योजनाओं के अनुसार या उसके अनुसार अपनी मानसिकता में बदलाव करें. मैं यहां सिर्फ अपने विचार व्यक्त कर रहा हूं"
एबी ने भारत की हार को लेकर आगे कहा, "मैं ठीक-ठीक नहीं बता सकता कि इसकी वजह क्या है. लेकिन मुझे लगता है कि विरोधी टीमें ज़्यादा तैयारी के साथ आ रही हैं और बेहतर क्रिकेट खेल रही हैं और लंबे समय तक कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार हैं, जबकि पहले शायद ऐसा नहीं होता था और भारत में खेलने की जानकारी विदेशी टीम के पास पर्याप्त नहीं हुआ करती थी. इसलिए, यह देखकर अच्छा लग रहा है कि भारत थोड़ा दबाव में है, विरोधी टीमें वहां आ रही हैं और प्रतिस्पर्धा कर रही हैं.
'मिस्टर 360' के नाम से विख्यात रहे एबी ने कहा, "आजकल भारत भी जब इंग्लैंड दौरे पर जाता है, तो यही होता है. हमने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ दो-दो मैच जीते. इसलिए, मुझे लगता है कि यह दुनिया भर में एक चलन बन गया है जहां टीमें ज़्यादा तैयारी के साथ जा रही हैं. हमने देखा है कि आजकर टीमों के पास AI एनाटिकल्स, विश्लेषक, होते हैं, जो टीमों के लिए सारी जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं और वे पहले से कहीं ज़्यादा तैयारी के साथ दौरे पर जाते हैं, जो क्रिकेट के खेल के लिए अच्छा है."
गुवाहटी की पिच क्या असर दिखाएगी
बता दें कि अब भारत और साउथ अफ्रीका के बीच सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच 22 नवंबर के गुवाहटी में खेला जाएगा. गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में दूसरा टेस्ट मैच होगा. इस बार वहां की पिच को लेकर अभी तक रहस्य बना हुआ है. बरसापारा स्टेडियम में टी20 और वनडे मैच हए हैं. ऐसे में वहां की पिच पर शुरुआती दिनों में नई गेंद से तेज गेंदबाजों को मदद मिलती हैसुबह की नमी और ठंडी हवाएं स्विंग और सीम मूवमेंट करने में तेज गेंदबाजों को मदद करती है. जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ता है स्पिनर्स मैच में आते हैं. लेकिन इस मैदान पर अबतक टेस्ट मैच नहीं हुए हैं ऐसे में गुवाहटी की पिच टेस्ट मैच में क्या असर दिखाएगी, यह काफी दिलचस्प होने वाला है.
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