एबी डिविलियर्स के लिए कप्तान के रूप में इंग्लैंड दौरा अच्छा नहीं रहा है... (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान और विस्फोटक बललेबाज एबी डिविलियर्स के संन्यास को लेकर अटकलों का दौर जारी है. खुद डिविलियर्स ने पिछले दिनों संकेत दिया था कि वह अगस्त तक आगे के क्रिकेट को लेकर कोई फैसला कर लेंगे. वास्तव में डिविलियर्स से उम्मीद थी कि उनके नेतृत्व में दक्षिण अफ्रीकी टीम नए कीर्तिमान रचेगी और 'चोकर्स' के तमगे को उतार फेंकेगी, लेकिन आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में डिविलियर्स के रहते भी कुछ नहीं बदला और उनकी टीम अहम मौके पर हारकर बाहर हो गई. इसके बाद उसे इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में भी जीत की उ्मीद थी, लेकिन अंतिम निर्णायक मैच में उसे हार का सामना करना पड़ा और सीरीज भी हाथ से जाती रही. वैसे डिविलियर्स के व्यक्तिगत खेल की बात करें, तो इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में उन्होंने टीम इंडिया के बल्लेबाज युवराज सिंह का एक अनूठा रिकॉर्ड तोड़ दिया...
बात इंग्लैंड के साथ तीन मैचों की टी-20 सीरीज के दूसरे मैच की है, जो टॉटन में खेला गया था. दक्षिण अफ्रीकी कप्तान डिविलियर्स ने इस मैच में टीम के लिए मैच जिताऊ पारी खेली और युवराज सिंह को पीछे छोड़ दिया. डिविलियर्स ने शुक्रवार को इंग्लैंड के खिलाफ 20 गेंदों में 4 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 46 रन बनाए. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 200 का रहा. इसके साथ ही उन्होंने 200 की स्ट्राइक रेट से सबसे ज्यादा 30 रन की पारी खेलने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया.
डिविलियर्स के नाम इस पारी के साथ ही टी-20 में 200 (या ज्यादा) की स्ट्राइक रेट से 7 बार 30 या उससे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज हुआ. डिविलियर्स से पहले यह अनूठा रिकॉर्ड भारत के युवराज सिंह के नाम था. युवराज सिंह ने टीम इंडिया की ओर से 6 बार 200 या उससे ज्यादा के स्ट्राइक रेट से 30 से अधिक के स्कोर बनाए थे.
डिविलियर्स पर उठ रहे सवाल...
इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 सीरीज में हार के बाद कप्तान एबी डिविलियर्स स्वदेश लौट गए हैं. हालांकि इस रिकॉर्डतोड़ पारी के बावजूद उनकी कप्तानी और खेल को लेकर एक बार फिर चर्चा का दौर चल पड़ा है. इस बीच उन्होंने अपने क्रिकेट के भविष्य को लेकर खुलासा किया है और कहा है कि वह अगस्त तक ही इस बारे में कोई निर्णय ले पाएंगे.
गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका टीम 1998 के बाद से कोई भी आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीत पाई है. 1998 में ही उसने चैंपियंस ट्रॉफी पर कब्जा जमाया था. वर्ल्डकप में भी यह टीम अब तक चैंपियन नहीं बन पाई है. इस बार डिविलियर्स से उम्मीद थी, लेकिन वह आगे बढ़कर नेतृत्व नहीं दे पाए.
बात इंग्लैंड के साथ तीन मैचों की टी-20 सीरीज के दूसरे मैच की है, जो टॉटन में खेला गया था. दक्षिण अफ्रीकी कप्तान डिविलियर्स ने इस मैच में टीम के लिए मैच जिताऊ पारी खेली और युवराज सिंह को पीछे छोड़ दिया. डिविलियर्स ने शुक्रवार को इंग्लैंड के खिलाफ 20 गेंदों में 4 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 46 रन बनाए. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 200 का रहा. इसके साथ ही उन्होंने 200 की स्ट्राइक रेट से सबसे ज्यादा 30 रन की पारी खेलने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया.
डिविलियर्स के नाम इस पारी के साथ ही टी-20 में 200 (या ज्यादा) की स्ट्राइक रेट से 7 बार 30 या उससे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज हुआ. डिविलियर्स से पहले यह अनूठा रिकॉर्ड भारत के युवराज सिंह के नाम था. युवराज सिंह ने टीम इंडिया की ओर से 6 बार 200 या उससे ज्यादा के स्ट्राइक रेट से 30 से अधिक के स्कोर बनाए थे.
डिविलियर्स पर उठ रहे सवाल...
इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 सीरीज में हार के बाद कप्तान एबी डिविलियर्स स्वदेश लौट गए हैं. हालांकि इस रिकॉर्डतोड़ पारी के बावजूद उनकी कप्तानी और खेल को लेकर एक बार फिर चर्चा का दौर चल पड़ा है. इस बीच उन्होंने अपने क्रिकेट के भविष्य को लेकर खुलासा किया है और कहा है कि वह अगस्त तक ही इस बारे में कोई निर्णय ले पाएंगे.
गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका टीम 1998 के बाद से कोई भी आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीत पाई है. 1998 में ही उसने चैंपियंस ट्रॉफी पर कब्जा जमाया था. वर्ल्डकप में भी यह टीम अब तक चैंपियन नहीं बन पाई है. इस बार डिविलियर्स से उम्मीद थी, लेकिन वह आगे बढ़कर नेतृत्व नहीं दे पाए.
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