नई दिल्ली:
टीम इंडिया में काफी समय के बाद वापसी करने वाले खिलाड़ियों के पास ज़िम्बाब्वे में अपने आप को साबित कर टीम इंडिया में जगह पक्की करने का सुनहरा मौका है। लेकिन पहले वनडे मैच में टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर ने निराश किया। इन खिलाड़ियों ने मौके पर चौका नहीं लगाया...
1. मुरली विजय
मुरली विजय को करीब दो साल बाद वनडे फॉर्मेट में मौका मिला है, लेकिन ये खिलाड़ी नई गेंद को काउंटर नहीं कर पाया। विजय ने 1 रन बनाया। छोटे फ़ॉर्मेट में विजय की परेशानी बढ़ती जा रही है। IPL में भी वो पंजाब की तरफ से खेलते हुए प्रभावित नहीं कर पाए थे। ऐसा ही रहा तो वो टेस्ट मैच के खिलाड़ी ही बनकर रह जाएंगे।
2. मनोज तिवारी
मनोज तिवारी कई वजहों से टीम से अंदर बाहर होते रहे हैं। इस खिलाड़ी से बड़ी उम्मीद की जाती है। लेकिन पहले वनडे में कदमों का इस्तेमाल न करना उन्हें भारी पड़ा और वो LBW हो गए। 29 साल के तिवारी के पास अब ज्यादा मौके नहीं हैं, अगर वो ज़िम्बाब्वे में नहीं चमके तो सफल अंतराष्ट्रीय खिलाड़ी बनने का उनका सपना, सपना ही बनकर ही रह सकता है।
3. रॉबिन उथप्पा
9 साल पहले रॉबिन उथप्पा ने भारत के लिए डेब्यू किया था। लेकिन उनकी टीम में जगह अभी तक पक्की नहीं है। उथप्पा को अपने विकेट की कीमत समझनी होगी। मुश्किल वक्त में रन आउट होकर उन्होंने अपनी और टीम की दिक्कत बढ़ाई। विकेटकीपिंग करते हुए भी उथप्पा उतने सहज नज़र नहीं आए। उनके लिए जागने का वक्त अब आ गया है।
4. केदार जाधव
केदार किस्मत वाले हैं कि उन्हें टीम और प्लेइंग 11 में जगह मिली है। लेकिन उन्हें अब अपनी मेहनत से बहुत कुछ साबित करना है। बड़ा स्कोर ही उन्हें चयनकर्ताओं की नज़र में बनाए रख सकता है। खराब आईपीएल के बाद अगर ज़िम्बाब्वे का मौका भी हाथ से गया तो जाधव के हाथ कुछ नहीं रह जाएगा।
5. धवल कुलकर्णी
धवल कुलकर्णी ने बांग्लादेश में अपनी गेंदबाज़ी से प्रभावित किया था। लेकिन ज़िम्बाब्वे में खेले पहले वनडे में वो सबसे ज्यादा महंगे साबित हुए। तेज़ गेंदबाज़ी के मोर्चे पर टीम में जगह खाली है। ऐसे में लगातार अच्छा प्रदर्शन की कुलकर्णी की जगह पक्की कर सकता है नहीं तो बेंच पर कई खिलाड़ी हैं जो मौके की ताक में हैं।
1. मुरली विजय
मुरली विजय को करीब दो साल बाद वनडे फॉर्मेट में मौका मिला है, लेकिन ये खिलाड़ी नई गेंद को काउंटर नहीं कर पाया। विजय ने 1 रन बनाया। छोटे फ़ॉर्मेट में विजय की परेशानी बढ़ती जा रही है। IPL में भी वो पंजाब की तरफ से खेलते हुए प्रभावित नहीं कर पाए थे। ऐसा ही रहा तो वो टेस्ट मैच के खिलाड़ी ही बनकर रह जाएंगे।
2. मनोज तिवारी
मनोज तिवारी कई वजहों से टीम से अंदर बाहर होते रहे हैं। इस खिलाड़ी से बड़ी उम्मीद की जाती है। लेकिन पहले वनडे में कदमों का इस्तेमाल न करना उन्हें भारी पड़ा और वो LBW हो गए। 29 साल के तिवारी के पास अब ज्यादा मौके नहीं हैं, अगर वो ज़िम्बाब्वे में नहीं चमके तो सफल अंतराष्ट्रीय खिलाड़ी बनने का उनका सपना, सपना ही बनकर ही रह सकता है।
3. रॉबिन उथप्पा
9 साल पहले रॉबिन उथप्पा ने भारत के लिए डेब्यू किया था। लेकिन उनकी टीम में जगह अभी तक पक्की नहीं है। उथप्पा को अपने विकेट की कीमत समझनी होगी। मुश्किल वक्त में रन आउट होकर उन्होंने अपनी और टीम की दिक्कत बढ़ाई। विकेटकीपिंग करते हुए भी उथप्पा उतने सहज नज़र नहीं आए। उनके लिए जागने का वक्त अब आ गया है।
4. केदार जाधव
केदार किस्मत वाले हैं कि उन्हें टीम और प्लेइंग 11 में जगह मिली है। लेकिन उन्हें अब अपनी मेहनत से बहुत कुछ साबित करना है। बड़ा स्कोर ही उन्हें चयनकर्ताओं की नज़र में बनाए रख सकता है। खराब आईपीएल के बाद अगर ज़िम्बाब्वे का मौका भी हाथ से गया तो जाधव के हाथ कुछ नहीं रह जाएगा।
5. धवल कुलकर्णी
धवल कुलकर्णी ने बांग्लादेश में अपनी गेंदबाज़ी से प्रभावित किया था। लेकिन ज़िम्बाब्वे में खेले पहले वनडे में वो सबसे ज्यादा महंगे साबित हुए। तेज़ गेंदबाज़ी के मोर्चे पर टीम में जगह खाली है। ऐसे में लगातार अच्छा प्रदर्शन की कुलकर्णी की जगह पक्की कर सकता है नहीं तो बेंच पर कई खिलाड़ी हैं जो मौके की ताक में हैं।
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