यह ख़बर 07 सितंबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

युवराज, क्रिकेट और रोमांच के बीच बारिश बनी खलनायक

खास बातें

  • भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाने वाला पहला ट्वेंटी-20 मुकाबला शनिवार को बारिश की भेंट चढ़ गया। यहां तक कि टॉस भी नहीं हो पाया। अलबत्ता लम्बे समय बाद टीम इंडिया की जर्सी में मैदान में वापसी करने का बेसब्री से इंतजार कर रहे युवराज सिंह को निराशा हाथ लगी
विशाखापट्टनम:

भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाने वाला पहला ट्वेंटी-20 मुकाबला शनिवार को बारिश की भेंट चढ़ गया। यहां तक कि टॉस भी नहीं हो पाया। अलबत्ता लम्बे समय बाद टीम इंडिया की जर्सी में मैदान में वापसी करने का बेसब्री से इंतजार कर रहे युवराज सिंह को निराशा हाथ लगी और उनका इंतजार और लम्बा हो गया। उससे भी कहीं ज्यादा उन क्रिकेट प्रेमियों को निराशा हुई जो युवराज के साथ क्रिकेट और उसके रोमांच का आनंद लेने को बेताब थे।

विशाखापट्टनम में शनिवार को जमकर बारिश हुई। मैच शुरू होने की आखिरी समयसीमा के तौर पर रात 10.15 बजे का समय निर्धारित किया गया और तय किया गया कि बारिश रूकी और स्थितियां अनुकूल रहीं तो 5-5 ओवरों का मैच होगा लेकिन बारिश ने इस कदर खलनायक की भूमिका अदा की मैच ही रद्द कर दिया गया।

इस मैच में सबकी निगाहें युवराज सिंह पर थीं जो कैंसर जैसी गम्भीर बीमारी को मात देकर लम्बे समय बाद टीम में वापसी करने को बेताब थे। बारिश की खलल ने क्रिकेट प्रेमियों के साथ-साथ युवराज को भी निराश किया।

बारिश के व्यवधान के बीच कमेंटेटर रवि शास्त्री ने युवराज से बातचीत की। युवराज ने इस दौरान कहा, 'कभी सोचा नहीं था कि मैं वापसी भी कर पाऊंगा और फिर से देश के लिए खेल सकूंगा।' 'कहते हैं न दवा से बड़ी दुआ होती है।' मैं समझता हूं कि यही वजह है कि टीम में मेरी वापसी हुई। मेरे शरीर ने मेरा अच्छा साथ दिया।"

युवराज ने कैंसर के मरीजों को एक संदेश भी दिया। उन्होंने कहा, 'यदि युवराज सिंह कैंसर से लड़ सकता है और वापसी कर सकता है तो आप भी कर सकते हो। इसलिए चिल्लाओ, आप भी जीत सकते हो।'

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युवराज का यह कहना दर्शाता है कि वह इस मैच में नीली जर्सी पहनने को कितने बेताब थे। उनकी यह बेताबी पिछले दिनों सामने आई थी जब उन्होंने कहा था कि उनके लिए मैदान में उतरने का इंतजार करना अब मुश्किल हो रहा है।