खास बातें
- आम लोगों से भी भागीरथी नदी को कैद से छुड़ाने के लिए सुझाव मांगें जा रहे है
- भविष्य में कोई भी बांध टिहरी जैसा नहीं बनाया जाएगा
- नदियों के स्वरूप को बरकरार रखेंगे, अवरिल धारा छोड़कर बांध बनेगा
उत्तरकाशी: केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने रविवार को कहा कि टिहरी बांध में भागीरथी नदी कैद हो गई है और उससे गंगा की अविरल धारा छोड़ने के लिए जानकारों की एक गोपनीय टीम काम कर रही है.
उमा यहां उत्तरांचल दैवी आपदा पीड़ित सहायता समिति एवं स्वामी विवेकानंद हैल्थ मिशन सोसाइटी के मनेरी स्थित डा. नित्यानंद चिकित्सालय के उद्घाटन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रही थी. उन्होंने कहा कि बांध से गंगा की अविरल धारा छोड़ने के लिए जानकारों की एक गोपनीय टीम के कार्य करने के अलावा उसके लिए आम लोगों से भी सुझाव मांगें जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि भविष्य में कोई भी बांध टिहरी जैसा नहीं बनाया जाएगा और नदियों के स्वरूप को बरकरार रखने के लिए उसकी अवरिल धारा छोड़कर ही कोई बांध बनेगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मंत्री नहीं, बल्कि तपस्या और जनता की शक्ति सत्ता से बड़ी होती है.
उन्होंने कहा कि गोमुख से लेकर गंगा सागर तक गंगा की अखंड धारा बहनी चाहिए. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार गंगा की अवरिलता और निर्मलता के लिये निरंतर कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि दो साल के भीतर गंगा में ऐसे कार्य किए जाएंगे जो हजारों साल तक मिसाल के रूप में देखे जाएंगे.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)