प्रतीकात्मक तस्वीर
हैदराबाद:
बच्चों से संबंधित मामलों के त्वरित निस्तारण पर जोर देते हुए दक्षिण भारत की पहली बाल अदालत का बुधवार को उद्घाटन किया गया. गोवा और दिल्ली के बाद तेलंगाना बाल अनुकूल अदालत वाला तीसरा राज्य बन गया है.
यह देश में छठा ऐसा राज्य है जहां बच्चों के लिए प्रतीक्षालय और आरोपियों के लिए वीडियो कैमरा सुनवाई जैसी सुविधाएं हैं. बाल यौन अपराध सुरक्षा (पोक्सो) अधिनियम, 2012 के तहत इसका प्रावधान है.
यहां नामपल्ली आपराधिक अदालत परिसर में बाल अनुकूल अदालत कक्ष का हैदराबाद के उच्च न्यायालय के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रमेश रंगनाथन और तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक अनुराग शर्मा ने संयुक्त रूप से उद्घाटन किया.
पोक्सो बच्चों के हित में सभी राज्यों में यथाशीघ्र बाल अनुकूल अदालत कक्षों का प्रावधान करता है. लेकिन ऐसी अदालतें फिलहाल केवल दिल्ली और गोवा में हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह देश में छठा ऐसा राज्य है जहां बच्चों के लिए प्रतीक्षालय और आरोपियों के लिए वीडियो कैमरा सुनवाई जैसी सुविधाएं हैं. बाल यौन अपराध सुरक्षा (पोक्सो) अधिनियम, 2012 के तहत इसका प्रावधान है.
यहां नामपल्ली आपराधिक अदालत परिसर में बाल अनुकूल अदालत कक्ष का हैदराबाद के उच्च न्यायालय के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रमेश रंगनाथन और तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक अनुराग शर्मा ने संयुक्त रूप से उद्घाटन किया.
पोक्सो बच्चों के हित में सभी राज्यों में यथाशीघ्र बाल अनुकूल अदालत कक्षों का प्रावधान करता है. लेकिन ऐसी अदालतें फिलहाल केवल दिल्ली और गोवा में हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
हैदराबाद में बाल अदालत, बाल अदालत, तेलंगाना, पोक्सो एक्ट, Children Court In Hyderabad, Children Court, Telangana, POCSO Act