दिल्ली (Delhi) जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने आज आरोप लगाया कि "कोरोना महामारी के बीच, नवरात्र और रमजान के समय हरियाणा से विषैला पानी सप्लाई किया जा रहा है. दिल्ली में सप्लाई होने वाले कुल पानी का 40% हिस्सा यमुना के पानी का होता है. यमुना नदी के पानी में गंदगी का स्तर 7.26 PPM पहुंच गया है. यानी 700% उछाल यमुना नदी के पानी में आया है. इस तरह के गंदे पानी को ट्रीट करना एक चुनौती है. हरियाणा (Haryana) अब दिल्ली वालों का 'राइट टू लिव' छीन रहा है.
राघव चड्ढा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हरियाणा से दिल्ली भेजे जाने वाले पानी की वजह से यमुना का स्तर 674 फीट से घटकर 670 फीट रह गया है. जबकि इसमें 0.1 कमी भी नहीं होनी चाहिए. दिल्ली के 3 ट्रीटमेंट प्लांट, वज़ीराबाद, चंद्रावल और ओखला में यमुना का पानी ट्रीट होता है लेकिन अपनी क्षमता से काफी कम पानी फिलहाल ट्रीट हो रहा है. इस वजह से सेंट्रल, साउथ, नॉर्थ और वेस्ट दिल्ली में पानी की सप्लाई की कमी रहेगी. NDMC एरिया के बड़े हिस्से में सप्लाई बाधित रहेगी. दिल्ली में 85 MGD पानी की सप्लाई प्रभावित हो गई है और आगे भी इसमें गिरावट दर्ज हो सकती है.
उन्होंने कहा कि हरियाणा इस समय आपराधिक लापरवाही कर रहा है. सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के अलावा हरियाणा सरकार से संपर्क किया है. वाटर टैंकर की मदद से पानी की सप्लाई को पूरा करेंगे.
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