मुंबई : बीएमसी का 30 हजार करोड़ का चुनावी बजट पेश, कोई नया टैक्स नहीं

बृहन्मुंबई महानगर पालिका के साल 2019-2020 के बजट में पिछली बजट से 3400 करोड़ ज्यादा की राशि की व्यवस्था

मुंबई : बीएमसी का 30 हजार करोड़ का चुनावी बजट पेश, कोई नया टैक्स नहीं

बृहन्मुम्बई महानगरपालिका के मुख्यालय में मुंबई कमिश्नर अजोय मेहता ने बजट पेश किया.

खास बातें

  • विपक्ष ने बीएमसी के बजट को चुनावी बजट बताया
  • बालासाहेब ठाकरे स्मारक के लिए 5 करोड़ का प्रावधान
  • कुल बजट में से 51 फीसदी बजट सड़कों के लिए
मुंबई:

देश की सबसे अमीर महानगरपालिका का बजट सोमवार को बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) मुख्यालय में पेश किया गया. इस साल बीएमसी ने अपने बजट में पिछले साल के बजट से 3400 करोड़ रुपये बढ़ाकर करीब 30692 करोड़ का बजट पेश किया गया.  

मुंबई में नागरिक सुविधाओं का संचालान करने वाले निकाय बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने सोमवार को 2019-20 के लिए बजट पेश किया. बजट में किसी तरह के नए कर का प्रस्ताव नहीं किया गया है. सोमवार को मुंबई का साल 2019-20 का बजट बृहन्मुम्बई महानगरपालिका के मुख्यालय में मुंबई कमिश्नर अजोय मेहता ने पेश किया. चुनावी वर्ष होने के कारण इस साल के बीएमसी बजट में कई लोकलुभावन घोषणाएं की गईं.

कुल बजट में से 51 फीसदी बजट सड़क, स्टॉर्म वाटर ड्रैनेज और आईटी डिपार्टमेंट पर खर्च करने का ऐलान किया गया. 4528 करोड़ रुपये पानी की सप्लाई और सीवर की देखरेख, 4151 करोड़ रुपये स्वास्थ्य विभाग और अस्पताल सुधार के लिए रखे गए हैं. कोस्टल रोड के लिए 1600 करोड़ का और डेवलपमेंट प्लान 2034 के लिए 3323 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. बजट में टैक्स में बढ़ोतरी नहीं की गई है. पेवर ब्लॉक्स की जगह मार्बल चिप्स के लिए 100 करोड़ का प्रावधान और बालासाहेब ठाकरे स्मारक के लिए 5 करोड़ का प्रावधान किया गया है.

बजट में स्वास्थ्य तथा प्राथमिक शिक्षा जैसी बुनियादी सेवाओं के लिए क्रमश: 4,151 करोड़ रुपये और 2,074 रुपये का प्रावधान किया है. यह  जो कि कुल खर्च का क्रमशः 13 प्रतिशत और 7 प्रतिशत है.  बजट में कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए भी धन आवंटित किया है. बीएमसी का अगले वित्त वर्ष का बजट पिछले साल से 12.6 प्रतिशत अधिक है. पिछले वित्त वर्ष उसका बजट 27,258 करोड़ रुपये का था.

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बीएमसी ने अगले वित्त वर्ष के बजट में किसी तरह का शुल्क नहीं लगाया है और न ही मौजूदा करों को बढ़ाने का प्रस्ताव किया है. बीएमसी आयुक्त अजय मेहता ने बजट पेश करते हुए कहा कि नगर निकाय का ध्यान अहम परियोजनाओं और स्वास्थ्य, शिक्षा, पुल, सड़क एंव यातायात समेत अन्य क्षेत्रों पर है.

कुल अवस्थापना बजट 11,946 करोड़ रुपये है, जो कि कुल राजस्व का 48 प्रतिशत है. बीएमसी ने तटीय परियोजनाओं के लिए अलग से धनराशि निर्धारित की. जिसमें तटीय सड़क (1,600 करोड़ रुपये), साइकिल ट्रैक (120 करोड़ रुपये), गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड (100 करोड़ रुपये), देवनार में अपशिष्ट से ऊर्जा बनाने वाले संयंत्र (100 करोड़ रुपये) का प्रस्ताव किया है.

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इसके अलावा, पुलों की मरम्मत के लिए 108 करोड़ रुपये, चिड़ियाघर के विकास के लिए 110 करोड़ रुपये और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए 177 करोड़ रुपये का प्रस्ताव किया गया है. बीएमसी ने विकास योजना (डीपी) 2034 के कार्यान्वयन के मद्देनजर 2019-20 के लिए 3,323.64 करोड़ रुपये का एक अलग बजट प्रस्तावित किया है.

काफी धनी माने जाने वाली बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने 2016-17 में अपना अब तक सबसे भारी-भरकम 37,052 करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया था. हालांकि, अगले ही साल 2017-18 में बजट में 12,000 करोड़ रुपये की कटौती करते हुए 25,141 करोड़ रुपये का बजट पेश किया था.    

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बीएमसी प्रशासन भले ही अपने बजट की तारीफ करते हुए खुद की पीठ थपथपा रही हो, विपक्ष का आरोप है कि यह केवल चुनावी बजट है. कोई भी काम पूरा करने के लिए प्रशासन के पास कोई योजना नहीं है.
(इनपुट भाषा से भी)