बेंगलुरु में प्रदर्शन कर रहे एबीवीपी कार्यकर्ताओं के बीच अनंत कुमार
बेंगलुरु:
केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने रविवार को कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर आतंकवादियों के समर्थकों के साथ सहानुभूति रखने और राष्ट्रवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आरोप लगाया. ऐसा एमनेस्टी इंटरनेशनल की घटना के बाद किया जा रहा है, जहां कश्मीर की आजादी के समर्थक कश्मीरियों ने कथित तौर पर पिछले सप्ताह 'भारत विरोधी' नारे लगाए थे.
उन्होंने बेंगलुरु में संवाददाताओं से कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री सिद्धरमैया की अगुवाई में कांग्रेस सरकार ने राष्ट्रवादियों के खिलाफ कार्रवाई की और आतंकवादियों के समर्थकों के प्रति सहानुभूति रखी.' उन्होंने ये आरोप अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद लगाए. एबीवीपी के कार्यकर्ता इस मुद्दे पर यहां महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना दे रहे हैं.
केंद्रीय रसायन एवं खाद मंत्री ने प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं के साथ तकरीबन 45 मिनट बिताए और देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए उनके प्रयासों की सराहना की.
उन्होंने कहा, 'यह केंद्र और राज्य सरकारों का कर्तव्य है कि वे देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करें. मैं बेहद खुश हूं कि कर्नाटक की मौजूदा कांग्रेस सरकार के खिलाफ लड़ाई छेड़कर एबीवीपी के कार्यकर्ता ऐसा प्रयास कर रहे हैं.' प्रदर्शनकारी एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने एक ज्ञापन सौंपकर पूरे प्रकरण की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जांच कराने की मांग की.
जवाब में अनंत कुमार ने कहा कि वह केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करेंगे और उन्हें प्रदर्शनकारियों की भावनाओं से अवगत कराएंगे और घटना की एनआईए से जांच की मांग संबंधित ज्ञापन सौंपेंगे. मौके पर 300 से अधिक प्रदर्शनकारी मौजूद थे. एबीवीपी के राष्ट्रीय सचिव विनय बिदरे और बेंगलुरु मध्य के सांसद और भाजपा नेता पीसी मोहन ने भी प्रदर्शन में हिस्सा लिया.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने बेंगलुरु में संवाददाताओं से कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री सिद्धरमैया की अगुवाई में कांग्रेस सरकार ने राष्ट्रवादियों के खिलाफ कार्रवाई की और आतंकवादियों के समर्थकों के प्रति सहानुभूति रखी.' उन्होंने ये आरोप अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद लगाए. एबीवीपी के कार्यकर्ता इस मुद्दे पर यहां महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना दे रहे हैं.
केंद्रीय रसायन एवं खाद मंत्री ने प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं के साथ तकरीबन 45 मिनट बिताए और देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए उनके प्रयासों की सराहना की.
उन्होंने कहा, 'यह केंद्र और राज्य सरकारों का कर्तव्य है कि वे देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करें. मैं बेहद खुश हूं कि कर्नाटक की मौजूदा कांग्रेस सरकार के खिलाफ लड़ाई छेड़कर एबीवीपी के कार्यकर्ता ऐसा प्रयास कर रहे हैं.' प्रदर्शनकारी एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने एक ज्ञापन सौंपकर पूरे प्रकरण की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जांच कराने की मांग की.
जवाब में अनंत कुमार ने कहा कि वह केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करेंगे और उन्हें प्रदर्शनकारियों की भावनाओं से अवगत कराएंगे और घटना की एनआईए से जांच की मांग संबंधित ज्ञापन सौंपेंगे. मौके पर 300 से अधिक प्रदर्शनकारी मौजूद थे. एबीवीपी के राष्ट्रीय सचिव विनय बिदरे और बेंगलुरु मध्य के सांसद और भाजपा नेता पीसी मोहन ने भी प्रदर्शन में हिस्सा लिया.
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