दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) के प्रोफ़ेसर हनी बाबू के नोएडा के आवास पर पुणे पुलिस ने छापा मारा. एल्गार परिषद केस (भीमा-कोरेगांव) मामले में उनसे पूछताछ की गई. उनके पास से कम्प्यूटर की हार्ड डिस्क और पेन ड्राइव जब्त कर ली गई. दिल्ली यूनिवर्सिटी के इंग्लिश के प्रोफेसर हनी बाबू के नोएडा के सेक्टर 78 स्थित आवास पर पुणे पुलिस ने मंगलवार को एल्गार परिषद मामले में छापेमारी की. पुलिस की इस छापेमारी से इलाके में हड़कंप मच गया. प्रोफेसर बाबू के कथित माओवादी संपर्कों (अर्बन नक्सल) को लेकर छापेमारी की गई. घंटों पूछताछ के बाद पुलिस कम्प्यूटर की हार्ड डिस्क और पेन ड्राइव अपने साथ ले गई जिसे बाद में वापस करने की बात कही.
नोएडा के सैक्टर 78 में स्थित दी हाइड पार्क सोसाइटी के मकान नंबर 2101 में डीयू के प्रोफेसर हनी बाबू रहते हैं. वे डीयू में अंग्रेजी पढ़ाते हैं. आज सुबह पुणे पुलिस की टीम सहायक पुलिस आयुक्त शिवाजी पवार के नेतृत्व में उनके आवास पर पहुंची. पुणे पुलिस के साथ नोएडा पुलिस की भी टीम थी.
पुलिस आयुक्त शिवाजी पवार ने कहा कि पुणे के विश्राम बाग पुलिस थाने में दर्ज एल्गार परिषद से संबंधित मामले के सिलसिले में प्रोफेसर के घर पर छापा मारा गया. पुलिस ने तलाशी के दौरान प्रोफेसर हनी बाबू के घर से लेपटॉप, हार्ड डिस्क और पेन ड्राइव जब्त की हैं. इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं की गई.
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डीयू के प्रोफ़ेसर हनी बाबू ने आरोप लगाया कि बिना वारंट के आठ से दस पुलिसकर्मी उनके घर में आकर सर्च करने लगे जो उचित नहीं था. उन्हें आने से पहले सर्च वारंट लेकर आना चाहिए था. वे कम्प्यूटर की हार्ड डिस्क और पेन ड्राइव भी ले गए जिसे बाद में वापस करने की बात कही.
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प्रोफ़ेसर हनी बाबू का कहना है कि वे गलत नहीं हैं तो क्यों डरें. इस छापेमारी में नोएडा पुलिस कि भूमिका के बारे में एक एडवाइजरी जारी कर बताया कि पुणे क्राइम ब्रांच के सहायक पुलिस आयुक्त शिवाजी पवार अपनी टीम के साथ नोएडा के 49 थाने पर आए और उन्होंने बताया कि वे पुणे के विश्रामबाग पुलिस थाने में दर्ज एल्गार परिषद से संबंधित मामले के आईओ हैं. उन्हें नोएडा के सेक्टर 78 में रहने वाले प्रोफ़ेसर हनी बाबू से पूछताछ करनी था. इसके लिए उन्हें लोकल पुलिस की मदद चाहिए थी. एसएसपी के आदेश पर उन्हें पुलिस मुहैया कराई गई.
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