दिल्ली दंगों के दौरान मिठाई की दुकान के अंदर ज़िंदा जलाए गए दिलबर नेगी के मामले में चार्जशीट दायर कर दी गई है. दिल्ली के गोकलपुरी इलाके के शिव विहार तिराहे के एक गोदाम में 24 फरवरी को स्वीट शॉप में काम करने वाले 20 साल के दिलबर नेगी की पीटने के बाद उसको पेट्रोल डालकर जला दिया गया था. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने 70 पेज की चार्जशीट दायर कर दी है.
इस हत्याकांड में 12 लोगों को आरोपी बनाया गया है. मुख्य आरोपी शहनवाज है. उसके साथ सलमान और सोनू सैफी सहित 12 लोग आरोपी हैं. सलमान ने सोनू सैफी से हथियार लिया था. वह उसने इस्तेमाल करने के बाद सोनू को वापस कर दिया था. चार्जशीट में करीब 50 लोग गवाह हैं.
चार्जशीट में बताया गया है कि 24 फरवरी को दिलबर नेगी रात में करीब 9 बजे गोदाम पर खाना खाने के बाद सो रहा था. दिलबर नेगी स्वीट शॉप पर काम करता था. अचानक गोदाम में भीड़ आ गई और दिलबर नेगी को पीटने के बाद उसको जला दिया गया. दिलबर ने अपने जानने वाले को फोन भी किया था कि वह फंस गया है. रात में 9.07 बजे तक उसकी बात हुई और फिर 9.30 बजे के बाद उसका फोन स्विच ऑफ हो गया था.
मुख्य आरोपी शहनवाज, दिलबर नेगी को जानता था, क्योंकि शहनवाज के घर के पास ही अनिल स्वीट शॉप है जहां दिलबर काम करता था. इस मामले में CCTV फुटेज भी अहम हैं, जिसमें 12 आरोपी दंगा करते हुए नज़र आ रहे हैं.
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