- दिल्ली का औसत AQI 393 दर्ज किया गया है, जो बहुत खराब श्रेणी में आता है
- कई इलाकों में एक्यूआई 400 से ऊपर है, जिससे प्रदूषण का स्तर गंभीर रूप से बढ़ा हुआ है
- निजी वाहनों पर बीएस छह मानक से नीचे के वाहनों को प्रतिबंधित किया गया है प्रदूषण कम करने के लिए
सुबह की पहली किरणों के साथ दिल्ली का आसमान धुंध से नहीं, बल्कि जहरीले धुएं से ढका हुआ नजर आ रहा है. यह सिर्फ़ कोहरा नहीं, बल्कि एक अदृश्य खतरा है जो हर सांस के लोगों के अंदर जम रहा है. दिल्ली का औसत AQI 393 है, जो ‘Very Poor' श्रेणी में आता है. इसके एक दिन पहले यानी कि कई हिस्सों में शनिवार सुबह घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी भी काफी कम रही थी और राष्ट्रीय राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 384 दर्ज किया गया था, जो ‘गंभीर' श्रेणी के काफी करीब था.

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कहां कितना ज़हर?
| इलाका | एक्यूआई |
| चांदनी चौक | 455 |
| वजीरपुर | 449 |
| बवाना | 446 |
| जहांगीरपुरी | 444 |
| रोहिणी | 444 |
| विवेक विहार | 422 |
| पंजाबी बाग | 422 |
| आनंद विहार | 438 |
| मुंडका | 436 |
| डीटीयू | 437 |
दिल्ली में कई पाबंदियां लागू
दिल्ली के लिए वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली (एक्यूईडब्ल्यूएस) ने अनुमान जताया है कि अगले दिनोंं में प्रतिकूल मौसम स्थितियों के कारण प्रदूषण का स्तर और बिगड़ सकता है और रविवार एवं सोमवार को यह ‘गंभीर' श्रेणी में पहुंच सकता है. प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए बृहस्पतिवार से दिल्ली के बाहर के उन निजी वाहनों पर प्रतिबंध लागू हो गया है जो BS-6 मानक से नीचे हैं.
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प्रदूषण के कारण
- वाहनों का धुआं: 17.5%
- औद्योगिक उत्सर्जन: 8.9%
- घरेलू स्रोत: 4.3%
- खुले में बायोमास जलाना: 1.5%

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एनसीआर में भी बुरे हालत
इसके साथ ही 'नो पीयूसी, नो फ्यूल' नियम को भी सख्ती से लागू किया गया है. ‘नो पीयूसी, नो फ्यूल' नियम के तहत जिन वाहनों के पास वैध प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (पीयूसी) नहीं है, उन्हें पेट्रोल पंपों पर ईंधन नहीं दिया जा रहा है. प्रदूषण मापने वाले ऐप ‘समीर' के अनुसार शनिवार को नोएडा का एक्यूआई 416 दर्ज किया गया जबकि यह ग्रेटर नोएडा में 362, गाजियाबाद में 360 और गुरुग्राम में 348 रहा.

क्यों बिगड़े हालात?
- ठंड और हवा की कमी से प्रदूषक ज़मीन के पास जम जाते हैं
- वाहनों का धुआं, औद्योगिक उत्सर्जन और निर्माण कार्य प्रदूषण को बढ़ा रहे हैं
- पराली जलाने का असर भी अभी खत्म नहीं हुआ है
क्या करें?
- बाहर निकलते समय N95 मास्क पहनें
- सुबह की सैर और आउटडोर एक्सरसाइज़ से बचें
- एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें
- बच्चों और बुजुर्गों को घर के अंदर रखें
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