35 वर्ष पुरानी इस इमारत को 'बहुत खतरनाक' इमारत घोषित किया जा चुका था
ठाणे:
महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवंडी इलाके में रविवार सुबह दो-मंजिला इमारत गिर जाने से कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई. पावरलूम उद्योग के लिए मशहूर इस शहर में एक सप्ताह में इस तरह की यह दूसरी घटना है.
मृतकों में एक बुजुर्ग दंपति भी शामिल है, जो इस इमारत के मालिक थे. इस इमारत को निगम ने 'बहुत खतरनाक' करार दिया था. इमारत के भूमि तल पर रहने वाले एक ही परिवार के छह लोगों की मौत हो गई.
हनुमान टेकड़ी इलाके में खदान रोड पर यह हादसा हुआ. इमारत के 60-वर्षीय मालिक सज्जनलाल महादेव गुप्ता और उनकी 55-वर्षीय पत्नी सत्यवती सज्जन गुप्ता की अस्पताल में मौत हो गई. भिवंडी निजामपुर नगर निगम की एक विज्ञप्ति के अनुसार, 35 वर्ष पुरानी इस इमारत को 'बहुत खतरनाक' इमारत घोषित किया जा चुका था. इमारत सुबह करीब आठ बजे गिर गई.
सूर्यवंशी ने बताया कि एनडीआरएफ की एक टीम घटनास्थल पर पहुंची और स्थानीय एजेंसियों की मदद से बचाव अभियान चलाया गया. भिवंडी नगर निगम के एक प्रवक्ता के अनुसार, इससे पहले इमारत में रहने वाले लोगों को इमारत खाली करने का नोटिस दिया जा चुका था, जिसके बाद इसमें रह रहे करीब 5-6 परिवारों में से दो परिवार यहां से चले गए थे, जबकि अन्य वहीं रह रहे थे.
प्रवक्ता ने बताया कि जब लोगों ने इमारत को खाली करने से इनकार कर दिया था तब इसके पानी का कनेक्शन काट दिया गया था और बिजली की आपूर्ति भी जल्द ही बंद की जाने वाली थी.
बीते 31 जुलाई को भी शहर में भारी बारिश के बीच दो-मंजिला एक रिहायशी इमारत गिर गई थी जिससे चार बच्चों और तीन महिलाओं सहित नौ लोगों की जान चली गई और 10 अन्य घायल हो गए थे.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मृतकों में एक बुजुर्ग दंपति भी शामिल है, जो इस इमारत के मालिक थे. इस इमारत को निगम ने 'बहुत खतरनाक' करार दिया था. इमारत के भूमि तल पर रहने वाले एक ही परिवार के छह लोगों की मौत हो गई.
हनुमान टेकड़ी इलाके में खदान रोड पर यह हादसा हुआ. इमारत के 60-वर्षीय मालिक सज्जनलाल महादेव गुप्ता और उनकी 55-वर्षीय पत्नी सत्यवती सज्जन गुप्ता की अस्पताल में मौत हो गई. भिवंडी निजामपुर नगर निगम की एक विज्ञप्ति के अनुसार, 35 वर्ष पुरानी इस इमारत को 'बहुत खतरनाक' इमारत घोषित किया जा चुका था. इमारत सुबह करीब आठ बजे गिर गई.
सूर्यवंशी ने बताया कि एनडीआरएफ की एक टीम घटनास्थल पर पहुंची और स्थानीय एजेंसियों की मदद से बचाव अभियान चलाया गया. भिवंडी नगर निगम के एक प्रवक्ता के अनुसार, इससे पहले इमारत में रहने वाले लोगों को इमारत खाली करने का नोटिस दिया जा चुका था, जिसके बाद इसमें रह रहे करीब 5-6 परिवारों में से दो परिवार यहां से चले गए थे, जबकि अन्य वहीं रह रहे थे.
प्रवक्ता ने बताया कि जब लोगों ने इमारत को खाली करने से इनकार कर दिया था तब इसके पानी का कनेक्शन काट दिया गया था और बिजली की आपूर्ति भी जल्द ही बंद की जाने वाली थी.
बीते 31 जुलाई को भी शहर में भारी बारिश के बीच दो-मंजिला एक रिहायशी इमारत गिर गई थी जिससे चार बच्चों और तीन महिलाओं सहित नौ लोगों की जान चली गई और 10 अन्य घायल हो गए थे.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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