
लोकसभा चुनाव परिणाम के दौरान मंगलवार को भारी गिरावट के बाद बुधवार को भारतीय शेयर बाज़ार हरे निशान में खुले, और सुबह 9:35 बजे तक सेंसेक्स 402 अंक या 0.56 प्रतिशत की तेज़ी के साथ 72,482 अंक पर और निफ्टी 102 अंक या 0.47 प्रतिशत की तेज़ी के साथ 21,987 अंक पर था. बाज़ार का रुझान भी सकारात्मक बना हुआ है. कुल मिलाकर 1,455 शेयर हरे निशान में और 481 लाल निशान में हैं.
लार्जकैप के उलट मिडकैप और स्मॉलकैप में गिरावट देखी जा रही है. निफ्टी मिडकैप 100 सूचकांक 325 अंक या 0.66 प्रतिशत फिसलकर 48,825 अंक और निफ्टी स्मॉलकैप 100 सूचकांक 162 अंक या 1.04 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15,529 अंक पर है.
निफ्टी एफएमसीजी सूचकांक 2.21 प्रतिशत की तेजी के साथ बाज़ार का टॉप गेनर है. फार्मा, आईटी और मीडिया सूचकांकों में भी बढ़त के साथ कारोबार हो रहा है. वहीं, धातु, रियल्टी, एनर्जी और कमोडिटी सूचकांक 2.5 प्रतिशत तक की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं.
आनंद राठी ग्रुप के संस्थापक और वाइस चेयरमैन प्रदीप गुप्ता का कहना है कि ऐतिहासिक आंकड़े बताते हैं कि उतार-चढ़ाव के बावजूद बाज़ार ने लंबे समय में अच्छा रिटर्न दिया है. इससे पहले, 2014 और 2019 के नतीजे आने के कुछ महीने बाद भी बाज़ार में तेजी देखने को मिली थी.
उन्होंने निवेशकों को जल्दबाजी में अपने शेयर न बेचने की सलाह दी है. उन्होंने अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने की सलाह दी है. सरकार की नीतियों में निरंतरता के कारण डिफेंस, इन्फ्रा और कैपिटल गुड्स सेक्टर को फायदा होगा.
मंगलवार को एग्जिट पोल के उलट परिणाम आने के कारण बाज़ार में कोरोना के बाद सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली थी. इसके कारण सेंसेक्स और निफ्टी करीब छह प्रतिशत फिसलकर बंद हुए थे.
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