आज यानी 6 फरवरी को भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee) की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक (RBI MPC Meet 2024) शुरू हुई. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली एमपीसी की यह बैठक मंगलवार को शुरू हुई और तीन दिन तक चलेगी. इसके बाद भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) द्वारा आठ फरवरी को बैठक में किए गए फैसलों की घोषणा की जाएगी.
खुदरा मुद्रास्फीति संतोषजनक दायरे के ऊपरी स्तर के करीब
हालांकि, एक्सपर्ट का कहना है कि इस बार केंद्रीय बैंक शायद ही द्विमासिक मौद्रिक नीति में नीतिगत दरों में कोई बदलाव की घोषणा करे, क्योंकि खुदरा मुद्रास्फीति (Retail Inflation) अब भी संतोषजनक दायरे के ऊपरी स्तर के करीब है. अगर ऐसा होता है तो यह लगातार छठी बार होगा जब RBI ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करेगा. हालांकि यह स्पष्ट तभी होगा जब गवर्नर शक्तिकांत दास बैठक के नतीजे की घोषणा करेंगे.
इसका मतलब है कि आपके होम लोन, कार लोन विभिन्न लोन पर की ईएमआई (EMI) में बदलाव होगा या नहीं ये भी साफ हो जाएगा.
RBI ने लगभग एक साल से रेपो रेट को 6.5% पर बरकरार रखा
बता दें कि खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर, 2023 में 5.69 प्रतिशत थी. सरकार ने रिजर्व बैंक को मुद्रास्फीति को दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत के दायरे में रखने की जिम्मेदारी सौंपी है. जानकारी के मुताबिक, रिजर्व बैंक ने लगभग एक साल से रेपो रेट (Repo Rate) को 6.5 प्रतिशत पर स्थिर रखा है. इसे आखिरी बार फरवरी 2023 में 6.25 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत किया गया था.
चालू वित्त वर्ष में भारत की GDP ग्रोथ रेट 7.2% रहने की उम्मीद
हाल में भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था अगले वित्त वर्ष 2024-25 में सात प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है. इसके साथ ही महंगाई में नरमी जारी रहने की उम्मीद है. आरबीआई गवर्नर ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी वृद्धि दर (GDP Growth Rate) 7.2 प्रतिशत रहने की उम्मीद है.
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