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RBI MPC Meet: 5 साल बाद ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद, क्यों हो रही है इस बैठक की इतनी चर्चा? जानें वजह

RBI MPC Meeting 2025: अगर मौद्रिक नीति बैठक में ब्याज दरों में कटौती का ऐलान होता है, तो इसका सीधा असर बैंक लोन, होम लोन, बिजनेस लोन और पूरे इकोनॉमी पर पड़ेगा.  

RBI MPC Meet: 5 साल बाद ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद, क्यों हो रही है इस बैठक की इतनी चर्चा? जानें वजह
RBI MPC Meeting February 2025: अगर RBI ब्याज दरों में कटौती करता है, तो यह 5 सालों में पहली बार होगा जब नीतिगत दरों में बदलाव होगा.  
नई दिल्ली:

RBI की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (Monetary Policy Committee - MPC) आज यानी 7 फरवरी को ब्याज दरों (Interest Rates) को लेकर अपना फैसला सुनाने वाली है. एक्सपर्ट्स और एनालिस्ट्स पहले से ही रेपो रेट में कटौती (Rate Cut) की उम्मीद कर रहे हैं. लेकिन इस बार की RBI MPC बैठक कई मामलों में खास रहने वाली है. आइए जानते हैं वो 3 बड़े कारण, जिनकी वजह से ये मीटिंग सुर्खियों में बनी हुई है. इसके साथ भी यह भी जानेंगे कि ब्याज दरों को लेकर RBI के फैसले से आम आदमी को मिलेगी राहत या बढ़ेगा बोझ...

1. नए गवर्नर संजय मल्होत्रा की पहली पॉलिसी  

यह पहली मौद्रिक नीति बैठक (Monetary Policy Meet) है, जो हाल ही में नियुक्त हुए आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा (RBI Governor Sanjay Malhotra) की अध्यक्षता में होगी. उन्होंने 9 दिसंबर 2024 को भारतीय रिजर्व बैंक के 26वें गवर्नर के रूप में कार्यभार संभाला. वह शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) की जगह लाए गए हैं और इस पद को संभालने वाले 15वें सिविल सर्वेंट हैं.  

संजय मल्होत्रा इससे पहले भारत के रेवेन्यू सेक्रेटरी (Revenue Secretary of India) रह चुके हैं और उन्हें एक बिजनेस-फ्रेंडली ब्यूरोक्रैट  (Businessman-Bureaucrat) के रूप में जाना जाता है. उनके पिछले सुधारों को देखते हुए BFSI (Banking, Financial Services, and Insurance) सेक्टर को उनसे काफी उम्मीदें हैं. इसलिए, उनके द्वारा किए जाने वाले ऐलान पर सबकी नजरें टिकी रहेंगी.  

2. क्या 5 साल बाद ब्याज दरों में होगी कटौती?

इस बार लगभग हर एक्सपर्ट रेपो रेट कट (Repo Rate Cut) की संभावना जता रहे हैं. अगर RBI ब्याज दरों में कटौती करता है, तो यह 5 सालों में पहली बार होगा जब नीतिगत दरों में बदलाव होगा.  

  • 2020 में कोविड-19 (Covid-19) के दौरान RBI ने आखिरी बार ब्याज दरों में बदलाव किया था.  
  • इस बार 25 बेसिस पॉइंट (bps) की कटौती की उम्मीद जताई जा रही है.  
  • बॉन्ड मार्केट (Bond Prices Rally) भी इस संभावित कटौती को लेकर तेजी से ऊपर जा रहा है .  

अगर  ब्याज दरों में कटौती होती है, तो इसका सीधा असर बैंक लोन, होम लोन, बिजनेस लोन और पूरे इकोनॉमी (Economy) पर पड़ेगा.  

3. मौद्रिक नीति कमेटी के प्रभारी बने राजेश्वर राव 

RBI केडिप्टी गवर्नर (Deputy Governor) राजेश्वर राव (Rajeshwar Rao) को मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (Monetary Policy Committee - MPC) का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी दी गई है, जब तक कि माइकल पात्रा (Michael Patra) के रिप्लेसमेंट का ऐलान नहीं हो जाता.  

माइकल पात्रा काडिप्टी गवर्नर के रूप में कार्यकाल 15 जनवरी 2025 को समाप्त हो गया. जब तक नया डिप्टी गवर्नर नियुक्त नहीं होता, तब तक राजेश्वर राव इस भूमिका को निभाएंगे. राजेश्वर राव की नीतियों पर भी बाजार की नजर बनी रहेगी, क्योंकि उनकी नीतियां आगे चलकर देश की आर्थिक दिशा तय करेंगी.  

क्या होगा इस RBI MPC बैठक का असर?  

  • अगर ब्याज दरें घटती हैं (Rate Cut), तो होम लोन, कार लोन और बिजनेस लोन सस्ते हो सकते हैं.  
  • शेयर बाजार (Stock Market) में उछाल देखने को मिल सकता है.  
  • बॉन्ड यील्ड (Bond Yields) में गिरावट आ सकती है.  
  • आर्थिक विकास (Economic Growth) को गति मिल सकती है.  

ऐसे में इस बार की RBI MPC Meeting कई मामलों में खास होने वाली है.नए गवर्नर की पहली नीति, संभावित ब्याज दर कटौती और नए नीति निर्माताओं की एंट्री. अब देखना यह होगा कि RBI किस तरह की घोषणा करता है और उसका बाजार व आम आदमी पर क्या असर पड़ता है.
 

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