संगीतकार सुलेमान मर्चेंट ने म्यूजिक और निवेश दोनों में बहुत सावधानी बरतने की बात कही है. एनडीटीवी प्रॉफिट से बात करते हुए उन्होंने कहा कि निवेश की बात हो तो मैं एक निश्चित पैटर्न पर विश्वास करता हूं, मैं उस पर बना रहता हूं और फिर उसमें कुछ चीजें एड करता हूं. म्यूजिशियन ने कहा कि संगीत और निवेश के बीच कुछ समानताएं हैं.
सुलेमान मर्चेंट ने बताया कि शेयर बाज़ार में निवेश कोविड-19 महामारी के दौरान शुरू की.
उन्होंने कहा, "कोविड के दौरान जब हम घर पर बैठकर म्यूजिक बना रहे थे, तब मैंने बाजार के गिरने की खबर देखी. मुझे लगा कि इसमें जुड़ने और पोर्टफोलियो बनाने का ये सही समय है. मैंने वोडाफोन स्टॉक से शुरुआत की. हमने इसे लगभग 3 रुपये में खरीदा और जब शेयर की कीमत बढ़ गई तो 7-8 रुपये में इसे बेच दिया."
संगीतकार ने कहा कि शुरुआती स्टॉक निवेश ने उन्हें बहुत आत्मविश्वास दिया, लेकिन ये थोड़े समय के लिए था. बाद में मैं उन शेयरों में शामिल हो गया, जो मुझे नहीं करना चाहिए था. विशेष रूप से हेराफेरी वाले शेयरों में, जिनके बारे में मुझे ज्यादा समझ नहीं थी.
उन्होंने कहा, "इन नुकसानों के बाद मुझे निवेश से पहले रिसर्च के महत्व का एहसास हुआ. मैंने अपने निवेश के आधार पर रिसर्च करना और अपना पोर्टफोलियो बनाना शुरू किया. अब, मेरे पास काफी अच्छा पोर्टफोलियो है."
उन्होंने कहा, "जब लोग कारें खरीद रहे थे, हमने एक म्यूजिक स्टूडियो खरीदा. हम मारुति ओमनी में घूमते थे, लेकिन हमने अपने स्टूडियो में निवेश करना सुनिश्चित किया. हमने हमारा ड्रीम प्रोजेक्ट मर्चेंट रिकॉर्ड्स खोलने में निवेश किया."
मर्चेंट ने कहा, "2020 में, मुझे लगा कि इलेक्ट्रिक वाहन की स्टोरी वास्तव में बहुत बड़ी है. मैं अभी भी इलेक्ट्रिक वाहनों और इसकी सहायक कंपनियों में निवेश करता हूं. मैं ऐसे शेयर भी देखता हूं जिनके बारे में मुझे लगता है कि उन्हें उनका बकाया नहीं मिला है."
सुलेमान ने कहा कि वो अमेरिकी बाजारों में भी निवेश करते हैं. एप्पल, एनवीडिया और टेस्ला मेरी पसंदीदा कंपनियों में से एक है.
मर्चेंट ने युवाओं और पहली बार निवेशकों को सलाह देते हुए कहा, "पहले आप अच्छी तरह जान लें कि आप क्या कर रहे हैं और दूसरा कि आप अपना एक्सपोज़र सीमित रखें."
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि किसी को उतना ही निवेश करना चाहिए जितना वो सहज हो. उन्होंने बताया मैं खरीदने और फिर फंसने से बेहतर, कुछ नहीं खरीदना ही पसंद करूंगा.
तकनीकी पहलुओं के बारे में बोलते हुए, मर्चेंट ने कहा, "मेन इंडिकेटर जिनको मैं फॉलो करता हूं, वो 20 दिवसीय ईएमए और एसएमए हैं, साथ ही लंबी अवधि के लिए 50 दिन, 100 दिन और 200 दिन का चार्ट भी है. निवेश करने से पहले मैं मंथली चार्ट पर भी विचार करता हूं."
मर्चेंट ने शुरुआत में हेराफेरी वाले शेयरों में निवेश करने का अपना अनुभव साझा करते हुए कहा, "जब मैंने पहली बार निवेश करना शुरू किया, तो मुझे नहीं पता था कि कौन से स्टॉक खरीदने हैं. मैंने सलाह मांगी और सुझावों के आधार पर कुछ स्टॉक खरीदे. उनमें से कुछ हेरफेर किए गए स्टॉक निकले. उनकी कीमत में मेरे आने से पहले लगभग 50% की गिरावट आई थी. तभी मुझे फंडामेंटल नॉलेज नहीं होने का एहसास हुआ."
उन्होंने कहा, "मैं अपने पीछे एक स्ट्रक्चर्ड कंपनी और मेरे कंपोज किए गए गीतों की विरासत छोड़कर जाना चाहता हूं."
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