भारतीय शेयर बाजार (Stock Market Today) के लिए मंगलवार का कारोबारी नुकसान वाला रहा. अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से पड़ोसी देशों पर शुल्क लगाने की घोषणा से शेयर बाजारों में मंगलवार को काफी उतार-चढ़ाव की स्थिति रही. बाजार में चौतरफा गिरावट देखने को मिली. सेंसेक्स गोता लगाते हुए सात महीने के निचले स्तर पर आ गया.
BSE सेंसेक्स आज 1,400 अंक से अधिक लुढ़का
आज बेहद उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के अंत में BSE का 30 शेयरों पर आधारित इंडेक्स सेंसेक्स (Sensex) 1,235 अंक या 1.60 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 75,838 पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 1,431.57 अंक फिसलकर 75,641.87 पर आ गया था.
वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी (Nifty) भी 320.10 अंक यानी 1.37 प्रतिशत गिरकर 23,024.65 पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 367.9 अंक गिरकर 22,976.85 पर भी आ गया था.
निवेशकों के 7 लाख करोड़ रुपये डूबे
जून 2024 के बाद यह पहला मौका है, जब निफ्टी 23,000 के स्तरों के करीब बंद हुआ है. गिरावट के कारण बीएसई पर सूचीबद्ध सभी कंपनियां का मार्केटकैप करीब 7 लाख करोड़ रुपये गिरकर 424 लाख करोड़ रह गया है, जो कि सोमवार को 431 लाख करोड़ था.
शेयर बाजार में गिरावट की क्या है वजह?
शेयर बाजार के गिरने (Stock Market Crash Today) की वजह अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) द्वारा ट्रेड टैरिफ (Trade Tariffs) लगाए जाने की संभावना को भी माना जा रहा है. जानकारों का कहना है कि ट्रंप 2.0 में आर्थिक निर्णयों को लेकर कोई स्पष्टता नहीं है. हालांकि, कनाडा और मैक्सिको पर संभावित 25 प्रतिशत टैरिफ के संकेत से पता चलता है कि टैरिफ वृद्धि नीति को धीरे-धीरे लागू किया जाएगा.
NSE के सभी इंडेक्स लाल निशान में बंद
लार्जकैप के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप में भी बड़ी बिकवाली देखी गई. निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 1,271 अंक या 2.31 प्रतिशत गिरकर 53,834 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 408 अंक या 2.28 प्रतिशत गिरकर 17,456 पर बंद हुआ. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के सभी इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए हैं.
गिरावट का सबसे ज्यादा असर ऑटो, आईटी, पीएसयू, फार्मा, रियल्टी, एनर्जी, मीडिया और इन्फ्रा इंडेक्स देखा गया.बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 1,202 शेयर हरे निशान में, 2,774 शेयर लाल निशान में और 112 शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुए.
केवल अल्ट्राटेक सीमेंट और एचसीएल टेक ही हरे निशान में बंद
सेंसेक्स के 30 में से 28 कंपनियों के शेयर लाल निशान में बंद हुए. जोमैटो, एनटीपीसी, आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), रिलायंस इंडस्ट्रीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा(एमएंडएम), बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा और एक्सिस बैंक टॉप लूजर्स थे. केवल अल्ट्राटेक सीमेंट और एचसीएल टेक ही हरे निशान में बंद हुए थे.
आज चौतरफा बिकवाली का इस कदर जोर देखने को मिला कि सेंसेक्स की कंपनियों में से सिर्फ अल्ट्राटेक सीमेंट और एचसीएल टेक्नोलॉजीज ही लाभ की स्थिति में रहीं.
एक्सपर्ट से जानिए आज क्यों शेयर बाजार हुआ क्रैश
पीएल कैपिटल- प्रभुदास लीलाधर में मुख्य एडवाइजर विक्रम कासत का कहना है कि बाजार का सेंटीमेंट खराब होने की वजह तीसरी तिमाही के कमजोर नतीजे होना है. वहीं, 20 जनवरी तक विदेशी संस्थागत निवेशक द्वारा 48,023 करोड़ रुपये की बिकवाली से भी बाजार पर दबाव बढ़ा रहै. उन्होंने आगे कहा कि ट्रंप द्वारा आसपास के देशों पर ट्रेड टैरिफ लागने के ऐलान से भी बाजार की चिंताएं बढ़ी है.
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, 'अस्थिरता हावी होने के बीच घरेलू बाजारों में काफी गिरावट देखी गई. ट्रंप ने अपने शपथ ग्रहण के ही दिन पड़ोसी देशों पर व्यापार शुल्क लगाने की घोषणा कर दी जिससे वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता बढ़ गई.उन्होंने कहा कि तीसरी तिमाही के नतीजों में कमजोरी के बीच डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट की वजह से भी संस्थागत विदेशी निवेशक (एफआईआई) अधिक निकासी कर सकते हैं.'
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