Delhi News: अगर आप एक कॉलेज स्टूडेंट हैं या अभी-अभी अपनी पहली जॉब शुरू की है और शेयर मार्केट में निवेश की सोच रहे हैं, तो भारतीय ओवरसीज बैंक (IOB) आपके लिए एक बड़ा मौका लेकर आया है. केंद्र सरकार IOB में अपनी 3% हिस्सेदारी बेचने जा रही है, जिसे ऑफर-फॉर-सेल (OFS) कहा जाता है.
₹34 में शेयर पाने का मौका
बुधवार को नॉन-रिटेल निवेशकों के लिए यह खुला है और गुरुवार (18 दिसंबर) से यह रिटेल निवेशकों (आम जनता) के लिए खुल जाएगा. सरकार ने इसके लिए ₹34 प्रति शेयर का फ्लोर प्राइस तय किया है. ध्यान देने वाली बात यह है कि मंगलवार को यह शेयर ₹36.57 पर बंद हुआ था, यानी आपको मार्केट प्राइस से सस्ते में शेयर मिल रहे हैं.
कर्मचारियों के लिए विशेष कोटा
बैंक ने अपने कर्मचारियों का भी ध्यान रखा है. योग्य कर्मचारियों के लिए 1,50,000 शेयर आरक्षित किए गए हैं. एक कर्मचारी अधिकतम ₹5 लाख तक के शेयरों के लिए आवेदन कर सकता है.
सरकार क्यों बेच रही है हिस्सेदारी?
यह कदम सेबी (SEBI) के नियमों का पालन करने के लिए उठाया गया है. नियम यह है कि किसी भी लिस्टेड कंपनी में कम से कम 25% हिस्सेदारी जनता की होनी चाहिए. फिलहाल IOB में सरकार की हिस्सेदारी 94.61% है, जिसे धीरे-धीरे कम किया जा रहा है.
- पंजाब एंड सिंध बैंक (मौजूदा हिस्सेदारी: 93.9%)
- यूको बैंक (91%)
- सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (89.3%)
Gen Z के लिए इसमें क्या है?
- PSU बैंक (सरकारी बैंक) के शेयर लंबे समय के लिए एक सुरक्षित निवेश माने जाते हैं.
- ₹500 या ₹1000 जैसे छोटे अमाउंट से भी आप इसमें शुरुआत कर सकते हैं.
अगस्त 2026 तक सरकार को अपनी हिस्सेदारी कम करनी है, जिससे शेयर में लिक्विडिटी बढ़ेगी और लॉन्ग टर्म में फायदा हो सकता है.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं