
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने देश के सेवा निर्यात की अच्छी वृद्धि (Services exports Growth) का जिक्र करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि इस क्षेत्र को अगले वित्त वर्ष में वस्तु निर्यात को पीछे छोड़ते हुए 450 अरब डॉलर तक पहुंचने का लक्ष्य रखना चाहिए. पीयूष गोयल ने यह स्वीकार किया कि मौजूदा वैश्विक स्थिति में वस्तु व्यापार को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने यहां ‘नैसकॉम ग्लोबल कॉन्फ्लूएंस 2025' के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि सेवा क्षेत्र को वित्त वर्ष 2025-26 में 450 अरब डॉलर और इस वित्त वर्ष में लगभग 385-390 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य रखना चाहिए.
चालू वित्त वर्ष के पहले 11 महीनों में सेवा निर्यात 14.1% बढ़कर 354.9 अरब डॉलर
वित्त वर्ष 2023-24 में देश का सेवा निर्यात 341 अरब डॉलर रहा था. चालू वित्त वर्ष के पहले 11 महीनों में सेवा निर्यात 14.1 प्रतिशत बढ़कर 354.9 अरब डॉलर हो गया है. इसके उलट वस्तु निर्यात 2023-24 में 3.1 प्रतिशत की गिरावट के साथ 437 अरब डॉलर पर आ गया. चालू वित्त वर्ष में फरवरी तक वस्तु निर्यात 0.06 प्रतिशत बढ़कर 395.6 अरब डॉलर है.
सेवा निर्यात में 15-18% की वृद्धि हासिल करना संभव
वाणिज्य मंत्री ने कहा, ‘‘हमें और अधिक आक्रामक लक्ष्यों की आकांक्षा करनी चाहिए. सेवा निर्यात में 15-18 प्रतिशत की वृद्धि हासिल करना संभव है क्योंकि नई टेक्नोलॉजी आ रही है और देश में मल्टी नेशनल कंपनियों के अधिक संख्या में ग्लोबल कैपेसिटी सेंटर (जीसीसी) खुल रहे हैं.''
पीयूष गोयल ने कहा कि पिछली गणना के अनुसार भारत में संचालित जीसीसी की संख्या 1,650 हो गई है.
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